-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। चालू वित्तिय वर्ष के अंतिम चरण में आयकर चोरों के खिलाफ एक्शन मोड़ में आई आयकर विभाग की टीम ने बीकानेर संभाग में अभी हाल ही सर्वे की दो कार्यवाही कर चार करोड़ की अघोषित आय उजागर करने में सफलता हासिल की है। जानकारी के अनुसार आयकर विभाग की टीम ने बुधवार को बीकानेर में छाबड़ा फर्नीचर नामक फर्म के यहां सर्वे कर एक करोड़ 21 लाख रुपए की अघोषित आय उजागर की, इससे पहले संभाग के हनुमानगढ़ में आभूषण विक्रेता के यहां सर्वे में 2.90 करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा किया। आयकर चोरी के करने वालों के खिलाफ शुरू हुई कार्यवाही की मुहिम से बीकानेर के कालाधान जमाखोरों में हड़कंप सा मचा हुआ है। कारोबार जगत से जुड़े सूत्रों के अनुसार बीकानेर में घोषित आय से कई गुना ज्यादा कमाई करने वालें लोगों की तादाद लगातार बढ रही है,जिन्हे अब कालाधन जमाखोरों की जमात में आंका जा रहा है। इनमें नेताओं और नौकरशाहों के साथ सर्राफा कारोबारी,प्रोपर्टी डीलर,बिल्डर्स,एनसीडीएक्स कारोबारी,पेट्रोल पंप मालिक,होटल व्यवसायियों से लेकर शहर के बड़े बड़े नमकीन व्यवसायी भी शामिल है। जो अपने कारोबार से हर रोज लाखों कमाते है मगर इंकमटेक्स रिर्टन भरने के नाम पर महज खानापूति करते

*सरार्फा कारोबारी है नंबर वन*
बीकानेर में कालाधन जमा करने वालों की फेहरिश्त में सबसे टॉप पर सर्राफा कारोबारी है,इनमें शामिल बीकानेर के कई नामी सर्राफा कारोबारी ऐसे है जो हर रोज लाख डेढ लाख कमाते है और त्यौहारी-सावों के सीजन में इनके एक दिन की कमाई का आंकड़ा तीन-साढे तीन लाख के आकंडे को पार कर जाता है। सामान्य दिनों में हर रोज लाख डेढ लाख कमाने वाले बीकानेर के नामी सर्राफा कारोबारियों की मासिक कमाई का अनुमान लगाया जाये तो आकंडा पचास लाख के पार जाता है और इसका सालाना आंकलन किया जाये तो आंकड़ा पांच करोड से पार कर जाता है। जबकि हकीकत यह है कि बीकानेर में आयकार वालों की फेहरिश्त में एक भी ऐसे सर्राफा कारोबारी का नाम दर्ज नहीं है जिसकी सालाना कमाई का अंाकड़ा पांच करोड़ के पार हो। मतलब साफ है कि कारोबार के साथ कालाधन कमाने में माहिर बीकानेर के नामी सर्राफा कारोबारी कागजी आंकड़ो में अपनी कमाई का कम बता कर बड़े पैमाने पर कालाधन जमा कर रहे है ।
*प्रोपर्टी कारोबारी भी कम नहीं*
बीकानेर में प्रोपर्टी का कारोबार करने वालों में ऐसे दर्जनों नाम है जो अपने कारोबार के मार्फत सालाना करोड़ो की कमाई करके अरबपति बन चुके है, हकीकत में यह कारोबारी हर माह बीस-पच्चीस लाख कमाते है मगर आयकर जमा कराने की विवरिणिका में इनकी कमाई का आकंड़ा घटकर कम हो जाता है। कालाधन जमा करने में माहिर बीकानेर के ज्यादात्तर प्रोपर्टी कारोबारी ऐसे है जिन्होने अपने कालेधन का निवेश जमीनों में ही कर रखा है। इसके अलावा अब यह कारोबारी रिहायशी बिल्डिंगों में फ्लेट बेचकर भी मोटी कमाई कर रहे है,मगर पुख्ता जानकारी के अभाव में आयकर विभाग वालों की नजरों से बचे हुए है।

बिल्डर्स है ऊंचे पायदान पर
कालाधन कमाने के मामलें में बीकानेर के करीब दर्जनभर बिल्डर्स ऐसे है अपने कारोबार के जरिये सालाना बीस-पच्चीस करोड की कमाई करते है। मगर इंकमटेक्स रिर्टन में अपनी कमाई का सालाना आंकड़ा महज दो-ढाई करोड़ दर्शा कर यह बिल्डर्स पिछले लंबे अर्से से कालाधन कमाई करने वालों की फेहरिश्त में ऊंचे पायदान पर है। बिल्डरों की सूचि में सबसे ज्यादा कालाधन जमा करने वाले एक नामी बिल्डर को अभी पिछले साल इंकमटेक्स वालों ने अपनी कार्यवाही के दायरे में भी लिया और उसकी फर्मो पर शिंकजा भी कसा मगर कार्यवाही में इस बिल्डर्स के पास के कितना कालाधन मिला इस बारे में इंकमटेक्स अधिकारियों ने खुलासा नहीं किया है।
*मिठाई नमकीन व्यवसायी भी अव्वल*
बीकानेर में कालाधन कमाने वाले कारोबारियों की फेहरिश्त में मिठाई नमकीन व्यवसायियों का नाम भी प्रमुखता से शामिल है। हर साल एक अरब से ज्यादा का टर्न ऑवर करने वाले बीकानेर के यह नामी मिठाई नमकीन कारोबारी हर साल बीस-पच्चीस करोड़ की कमाई करने वाले यह कारोबारी इंकमटेक्स चोरी करके खरबपति बन चुके है। आय छुपाने में माहिर इन कारोबारियों ने भी अपनी काली कमाई का इन्वेस्टमेंट जमीनों में कर रखा है।

सट्टा किंग भी शामिल
कालाधन जमा करने वालो की फेहरिश्त में बीकानेर के नामी क्रिकेटर सट्टोरियों के नाम भी शामिल है,जो अपने काले कारोबार से हर साल पचास करोड़ से ज्यादा की कमाई कर थोक के भाव कालाधन जमा कर रहे है। बीकानेर जिले में दर्जनभर की तादाद में ऐसे नामी बुकी है जो सट्टेबाजी और हवाला के जरिये सालाना अरबों रूपये की कमाई कर रहे है। मगर आयकर जमा कराने वालों की फेहरिश्त में इनके नाम शामिल नहीं है। इनके अलावा बीकानेर के कई नामी ठेकेदार,शिक्षा माफिया,शराब माफिया समेत बड़ी तादाद में ऐसे लोग शामिल है जो सालाना करोड़ो रूपये की कमाई करने के बावजूद आयकर जमा कराने वालों की सूचि में शामिल नहीं है।