-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। धर्मनगरी में संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे सूद माफिया अब जानलेवा हो गये है,इनके खौफ से लोग खुदकुशी करने लगे है। सूदखौरों से आहत होकर खुदकुशी करने वालों का आंकड़ा बीकानेर में लगतार बढ रहा है। सूदखौरों पर कानूनी शिंकजा कसने में नाकाम बनी पुलिस के कारण इनके हौंसले बुलन्द है। शहर में सूदखौरों से आहत होकर युवा व्यवसायी रवि गौलछा ने शुक्रवार को खुदशी करने के लिये जहर खा लिया,जिसे गंभीर हालात में पीबीएम होस्पीटल की सघन चिकित्सा ईकाई में भर्ती कराया गया है। बीते दिसम्बर माह में सूदखौरों से आहत होकर शहर के ब्रह्मपुरी चौक डीडू सिपाही गली निवासी नवरतन सोंलकी ने पूगल इलाके में चलती कारण से नहर में छंलाग लगाकर खुदकुशी कर ली थी। करीब छह माह पहले बागीनाड़ा हनुमानजी मंदिर क्षेत्र में रहने वाले एक स्वर्णकार ने भी सूदखौरों से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। शहर में पुलिस का रिकॉर्ड खंगाला जाये तो सूदखौरों से आहत होकर अपनी जिंदगी तबाह करने वालों लोगों को आंकड़ा लगातार बढता जा रहा है। अपराध जगत से जुड़े सूत्रों की मानें तो बीकानेर में सूदखौरों ने अपना बड़ा नेटवर्क बना लिया है,जो मोटे ब्याज पर दिए रुपए वसूलने के लिए सूदखोर हर तरह के हथकंडे अपनाते हैं। अपनी दहशत फैलाने के लिये पीडि़तों को हथियारों का खौफ दिखाते है। जानकारी के अनुसार बीकानेर शहर में बीते पांच-छह साल के अंतराल में सैंकड़ों की तादाद में सूद माफिया पनप गये है,जो शहर के कॉम्पलेक्सों और प्रमुख जगहों पर ऑफिस खोल कर सूदखोरी का नेटवर्क चला रहे है। अपराध जगत से जुड़े इन सूद माफिया के साथ गुण्डा तत्वों भी संाठगांठ कर रखी है,सूद माफिया मोटे ब्याज में रूपये देकर वसूली के लिये गुण्डा तत्वों का ही सहारा लेते है।

जानकारी के अनुसार सूदखौरों ने शहरभर में अपने ऐजेंट छोड़ रखे है,जो जरूरत मंद लोगों को सूदखौरों से मिलवाते है। सूदखौर ऐसे जरूरमंदों को मनमाफिक ब्याज और शर्तो पर रकम उधार देते है,फिर वसूली शुरू कर देते है। कभी खत्म नहीं होने वाले ब्याज की रकम चुकता नहीं कर पाने की स्थिति में पीडि़त अपना मकान, जेवरात सब बेचने को मजबूर हो जाते हैं। इतना ही नहीं, इस राशि को चुकाने के लिए फिर ब्याज पर रुपए ले लेते हैं। रुपए लेते समय वे खाली चेक या स्टांप पर हस्ताक्षर भी कर दे देते हैं। बाद में रुपए नहीं चुकाने पर सूदखोर उनके मकान तक हड़प लेते हैं। सूदखौरों ने साहूकारी एक्ट में पंजीयन भी नहीं करवाया है।

शिकायत करने से घबराते है पीडि़त
रुपयों का लेन-देन और सामान्य ब्याज सिविल अपराध की श्रेणी में आता है। सूद माफिया इसी का फायदा उठा रहे हैं। पीडि़त के रुपए नहीं दे पाने पर उसके खिलाफ चेक अनादरण का दावा कर देते हैं। इस कारण पीडि़त भी डर की वजह से पुलिस के पास न्याय मांगने नहीं जा पाते। कई बार पीडि़त व्यक्ति पुलिस के पास पहुंच जाता है तो बिचौलिए राजीनामा करवा देते हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूदखोरी के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन कोई दर्ज नहीं करवाता। जब तक पीडि़त नहीं आएंगे, कार्रवाई कैसे हो पाएगी।
मनमाना लेते है ब्याज
बाजार में साहूकारा ब्याज ढेड़ से दो रुपए प्रति सैकड़ा है, जो बड़े व्यापारी चंद दिनों के लिए लेते हैं। वहीं सूदखोर पांच से 20 रुपए प्रति सैकड़ा के हिसाब से ब्याज लेते हैं। सूदखोरों ने दिहाड़ी मजदूरों को 10 रुपए प्रति सैकड़ा के हिसाब से रुपए दे रखे हैं, जिनसे वे रोजाना 100 से 500 रुपए तक वसूलते हैं। यदि किसी व्यक्ति ने दस हजार रुपए ब्याज पर लिए हैं तो सूदखोर हजार रुपए पहले काट कर नौ हजार रुपए देते हैं और शेष रकम किस्तों में वसूलते हैं। इसी तरह एक, दो व पांच लाख रुपए देने पर प्रति सैकड़ा पांच से दस रुपए ब्याज लेते हैं।

युवा व्यवसायी की मां ने दर्ज कराया है केस
सूदखौरों से आहत होकर जहर कर सेवन करने वाले युवा व्यवसायी रवि गौलछा के मामले में पीडि़त की मां श्रीमति बबीता देवी गौलछा ने कोटगेट थाने में केस दर्ज कराया है। भीनासर निवासी श्रीमति बबीता ने पुलिस को दी अपनी रिपोर्ट में बताया कि मेरे लड़के रवि ने जरूरत पडऩे पर कुछ लोगों से रकम उधार ली थी,जिसमें आधी रकम चुकता कर दी और ब्याज भी लगातार जमा करवा रहा था। इसके बावजूद उन लोगों ने मेरे लड़के से दुगुनी वसूली शुरू कर दी और डराने धमाने लगे। आरोपी पिछले कई दिनों से मेरे लड़के को दुकान में आकर जान से मारने की धमकी दे रहे थे,इससे आहत होकर मेरे लड़के ने खुदकुशी करने के लिये जहर का सेवन कर लिया। कोटगेट पुलिस ने इस मामले में इरफान कायमखानी, बजरंग मंगलाव, दिलीप सिंह बीका, रोकी सोलंकी, रामा जाट, राजीव सिंह, सदीक खान, सचिन मोदी, प्रहलाद चौधरी, विजय पाल बिश्नोई, अयूब, हेतराम बिश्नोई, निर्मल देवड़ा,अमरजीत, रामेश्वर पारीक, असरफ मुगल को नामजद किया है। पुलिस के अनुसार पीडि़त रवि गौलछा की हालत अब खतरे से बाहर है। दर्ज मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है,दोषी पाये जाने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जायेगा।