अधिकारियों ने अग्रोहा मैडिकल कालेज की लैब को शुरू करने के दिए निर्देश
मेडिकल कॉलेजों व सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या को कम करने पर भी हुआ मंथन
हर्षित सैनी
रोहतक, 19 मार्च। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अधिकारियों ने स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक निगम के समक्ष अपने सुझाव भी दिए। इस दौरान पीजीआईएमएस समेत अन्य मेडिकल कॉलेजों में व सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या को कम करने पर भी विचार किया गया।

इस दौरान पीजीआई के कुलपति डॉ. ओपी कालड़ा, डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर गजेंद्र सिंह समेत अन्य मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों ने भी अपने-अपने सुझाव दिए।
डेंटल कॉलेज प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी ने बताया कि डेंटल काऊंसिल ऑफ इंडिया के आदेशों के तहत बैचलर ऑफ डैण्टल साईंस (बीडीएस) के चौथे वर्ष तक के विद्यार्थियों की 31 मार्च तक छुट्टी कर दी गई है।
बैठक के दौरान निदेशकों ने बताया कि पीजीआई में संचालित लैब में रिवर्स ट्रांस्क्रिप्शन पालीमरेज चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) को अपग्रेड करने की आवश्यकता है। अभी एक ही आरटीपीसीआर संचालित है, इसे दो करने की सख्त जरूरत है। जिसके बाद अधिकारियों ने इसके लिए सहमति देते हुए अग्रोहा मैडिकल कालेज की लैब को भी शुरू करने के निर्देश दिए।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ओपीडी में आने वाले सामान्य बीमारियों के मरीजों की 1 माह की दवाई लिखने, ओपीडी रजिस्ट्रेशन की समय अवधि घटाने, अति आवश्यक ऑपरेशन ही करने, अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को छोड़कर अन्य का अवकाश करने का भी सुझाव हेल्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने अधिकारियों को दिया, जिस पर प्रस्ताव पारित होने के बाद सहमति बनने की बात कही गई।