राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सोनगरा ने साझा किए कोविड अस्पताल के अनुभव
बीकानेर।राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कन्हैयालाल सोनगरा कोतवाली थाना क्षेत्र में एरिया मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे। इस दौरान 5 सितम्बर को कोरोना पाॅजिटिव हो गए। डाॅक्टरों ने उन्हें आवश्यक दवाइयां दीं और घर पर ही क्वारेंटाइन कर दिया। इसके बावजूद बुखार नहीं उतरा तो चिकित्सकों की सलाह के अनुसार उन्हें 9 सितम्बर को कोविड अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इस दौरान उनकी धर्मपत्नी, पुत्री तथा सास भी संक्रमित हो गई। उनकी बहत्तर वर्षीय सास शूगर, ब्लड प्रेशर सहित अन्य कई बीमारियों से पीड़ित थी। ऐसे में सभी चिंतित भी थे, लेकिन अच्छी व्यवस्थाओं ने सारी चिंता दूर कर दी। सभी सदस्य 15 सितम्बर तक अस्पताल में रहे। इस दौरान उन्हें किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई। सोनगरा ने बताया कि डाॅक्टर दिन में दो बार देखने आते। आवश्यकता के अनुसार दवाईयां और इंजेक्शन समय पर लगते। विभागाध्यक्ष और पीबीएम अधीक्षक ने भी इस दौरान नियमित माॅनिटरिंग की। नर्सिंग स्टाफ भी नियमित सहायता करते और बुलाने पर तत्काल रेसपोंस करते। शौचालय सहित पूरे परिसर की सफाई व्यवस्था अच्छी थी। वार्ड में भी सफाई थी। इतना ही नहीं वहां भर्ती सभी मरीजों के प्रति डाॅक्टरों का व्यवहार सौहार्दपूर्ण रहा। छह दिन के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं देखी। इन सभी व्यवस्थाओं के कारण कुछ समय बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई और परिवार की सबसे बुजुर्ग सदस्य सहित चारों अब स्वस्थ हैं। उपनिवेशन विभाग में उपायुक्त के पद पर कार्यरत सोनगरा भी एक बार फिर अपना पदभार संभाल चुके हैं और सरकारी दायित्वों का निर्वहन करने लगे हैं।