सीकर ।राजस्थान के सीकर जिले के पिपराली पंचायत समिति के चुनाव में युवक से लक्ष्मणगढ़ डीएसपी व अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा गंभीर रूप से मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। युवक को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया है। वहीं घटना से नाराज होकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती व पिपराली सरपंच संतोष मंूड ने दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किए जाने की मांग की। उन्होंने एसपी गगनदीप सिंगला से मिलकर तत्काल कार्रवाई की बात कहीं। तब उन्होंने दो दिन में पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने अस्पताल पहुंच कर घायल युवक से कुशलक्षेम भी पूछी। पिपराली सरपंच संतोष मंूड ने बताया कि पिपराली गांव में एक दिन पहले चुनाव थे। शाम को चुनाव सम्पन्न हो गए थे। उन्होंने बताया कि राकेश कुमार पुत्र श्रीराम निवासी खेड़ी डूकिया लक्ष्मणगढ़ एक दिसम्बर का गांव से रिश्तेदार कल्पना कुमारी के चुनाव में गया था। उसकी गाड़ी पोलिंग बूथ से काफी दूरी पर खड़ी की थी। वह शाम को गाड़ी को निकाल कर ले जाने लगा। आरोप है कि तभी लक्ष्मणगढ़ डीएसपी व अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया। उसे पूछा कि कहां से आएं हो और किसके प्रचार में आए हो। राकेश ने बताया कि भाजपा प्रत्याशी के प्रचार में आया हूं। इसके बाद पुलिसकर्मी मारपीट करने लगे। उसने कारण पूछा तो उसे पकड़ कर पिपराली चौकी में ले गए। वहां पर लक्ष्मणगढ़ डीएसपी श्रवण कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की। उस पर जबरन शराब का मुकदमा बनाने की धमकी देने लगे। रात को करीब 8 बजे के बाद उसे छोड़ा। उसकी गाड़ी को भी गलत तरीके से कागज लेकर जब्त कर दिया गया। बाद में उसे तबीयत बिगडऩे पर परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया है।

– सांसद ने एसके अस्पताल चौकी में की मुलाकात

सांसद सुमेधानंद सरस्वती व पिपराली सरपंच संतोष मूंड शाम को अस्पताल में भर्ती युवक से मिलने पहुंचे। उन्होंने युवक से पूरे मामले की जानकारी ली। तब उन्होंने एसके अस्पताल चौकी में पहुंच कर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। वहां पर एएसपी देवेंद्रकुमार शर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई नहीं होने तक धरने पर बैठने की चेतावनी दी गई। सांसद सुमेधानंद ने बताया कि कार्रवाई की मांग के बाद लक्ष्मणगढ़ डीएसपी को हटा दिया गया है। एसपी गगनदीप सिंगला ने दो दिन में मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।