जयपुर, 15 नवंबर, 2019ःभारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर ने तिमिसोआरा, रोमानिया के Banat University of Agriculture Sciences and Veterinary Medicines “King Michael I of Romania” के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के दौरान Banat University के वाइस रेक्टर आॅफ इंटरनेशनल रिलेशंस एंड स्टूडेंट्स अफेयर्स प्रो. सोरिन स्टानस्यू, इरास्मस एंड इंस्टीट्यूशनल को-आॅर्डिनेटर श्री राॅल पास्कलाउ और बीएसडीयू से कुलपति प्रो. अचिंत्य चैधरी और स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रिंसिपल डॉ. रविकुमार गोयल उपस्थित रहे।सहमति पत्र के तहत इरास्मस कार्यक्रम के अनुपालन के साथ, दोनों विश्वविद्यालय स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत छात्रों के लिए और इंटर्नशिप कार्यक्रमों के साथ-साथ स्कूल आॅफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के लिए विश्वविद्यालयों के स्टाफ सदस्यों के लिए अनुसंधान, विकास और नवाचार कार्यक्रमों के लिहाज से अपने दरवाजे खोलेंगे। इस दौरान बीएसडीयू के छात्रों के लिए एक इंटरेक्टिव सेशन भी आयोजित किया गया था, जहां Banat University की इंटरनेशनल रिलेशंस एंड स्टूडेंट अफेयर्स की टीम ने इरास्मस कार्यक्रम के बारे में और इससे होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।बीएसडीयू के प्रो-चांसलर डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीतसिंह पाब्ला ने कहा, “यह एमओयू बीएसडीयू के छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय अवसर जुटाने और अनुभव प्राप्त करने का एक शानदार मौका होगा। छात्रों और संकाय सदस्यों को रोमानिया में शिक्षा प्रणाली और प्रशिक्षण शैली से परिचित होने का मौका भी मिलेगा। इसके अलावा, Banat University के छात्रों और शिक्षकों को बीएसडीयू में आने और हमारी स्विस दोहरी शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ हमारी जड़ों से जुड़ी गहरी संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिलेगा।‘‘इरास्मस प्लस केए107 प्रोजेक्ट के तहत, स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रिंसिपल डॉ. रविकुमार गोयल 27 नवंबर से 2 दिसंबर 2019 तक स्टाफ ट्रेनिंग के लिए एक सप्ताह के लिए रोमानिया जाएंगे और उनके इस दौरे को इरास्मस फंड द्वारा प्रायोजित किया जाएगा।स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के डायरेक्टर-एडमिशंस और प्रिंसिपल डॉ. रविकुमार गोयल ने कहा, ‘‘हमें इस मौके से बहुत फायदा होगा और मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि दोनों विश्वविद्यालय इस एमओयू को बेहतर तरीके से अमल में लाएं। हम उन तकनीकों को सीखेंगे जिनके माध्यम से रोमानिया अपने छात्रों को प्रशिक्षित करता है और उन्हें अपने पेशेवर जीवन के लिए तैयार करता है। मुझे विश्वास है कि यह समझौता ज्ञापन बीएसडीयू को संभावनाएं तलाशने के लिए बेहतरीन अवसर देगा।”भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के बारे में2016 में स्थापित भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) भारत का पहला अनूठा कौशल विकास विश्वविद्यालय है, जिसे भारतीय युवाओं की प्रतिभाओं के विकास के लिए अवसर, स्थान और गुंजाइश बनाकर कौशल विकास के क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता पैदा करने की दृष्टि से उन्हें वैश्विक स्तर पर फिट बनाने के लिए कायम किया गया था। डॉ. राजेंद्र के जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी के नेतृत्व और विचार प्रक्रिया के तहत नौकरी प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए बीएसडीयू ने ‘स्विस-ड्यूल-सिस्टम’ स्विट्जरलैंड की तर्ज पर इसे स्थापित किया है। बीएसडीयू राजेंद्र उर्सुला जोशी चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत एक शिक्षा उपक्रम है और राजेंद्र और उर्सुला जोशी (आरयूजे) समूह ने 2020 तक 36 कौशल स्कूलों के साथ इस विष्वविद्यालय को स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।विचार, कौशल विकास की स्विस प्रणाली को भारत में लाने का था, इस तरह भारत में आधुनिक कौशल विकास के जनक डॉ. राजेंद्र जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी ने 2006 में स्विट्जरलैंड के विलेन में ’राजेंद्र एंड उर्सुला जोशी फाउंडेशन’ का गठन करते हुए इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया। बीएसडीयू का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली कौशल शिक्षा को बढ़ावा देना और सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा और स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और विभिन्न कौशल के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए पोस्ट-डॉक्टरेट की डिग्री देते देते हुए ज्ञान की उन्नति और प्रसार करना है।