जयपुर, 24 फरवरी, 2020ः
भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) ने 2 पहिया वाहनों पर कौशल आधारित प्रशिक्षण शिक्षा में सेंटर आॅफ एक्सीलेंस खोलने के लिए हीरो मोटोकाॅर्प के साथ साझेदारी की है। बीएसडीयू को उद्योग की आवश्यकताओं के आधार पर पाठ्यक्रम को अपनाने और संशोधित करके युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए जाना जाता है।
बीएसडीयू के प्रो चांसलर डॉ (ब्रिगेडियर) सुरजीतसिंह पाब्ला ने कहा, ‘‘इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य विश्वविद्यालय परिसर में सेंटर आॅफ एक्सीलेंस स्थापित करके दोपहिया वाहनों के उभरते क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करना है।

एमओयू के एक भाग के रूप में, हीरो मोटोकॉर्प टू व्हीलर की टैक्नोलाॅजी के क्षेत्र में प्रशिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा, और स्कूल ऑफ ऑटोमोटिव स्किल्स के बी.वोक छात्रों के इंटर्नशिप और प्लेसमेंट में भी सहायता करेगा।‘‘
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन हीरो मोटोकॉर्प के चीफ इन्फाॅर्मेशन आॅफिसर, हैड-कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी और चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर श्री विजय सेठी ने किया। उनके साथ बीएसडीयू के प्रो चांसलर डॉ (ब्रिगेडियर) सुरजीतसिंह पाब्ला, बीएसयूडी के कुलपति प्रो. अचिंत्य चैधरी, स्कूल ऑफ ऑटोमोटिव स्किल्स, बीएसयूडी के प्राचार्य कर्नल संजय गंगवार, और बीएसडीयू के अधिकारी तथा अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।
हीरो मोटोकॉर्प के चीफ इन्फाॅर्मेशन आॅफिसर, हैड-कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी और चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर श्री विजय सेठी ने कहा, ‘‘बीएसडीयू जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के साथ हमारी साझेदारी निश्चित रूप से अधिक से अधिक शिक्षा संस्थानों को अनुभव पर आधारित शिक्षण प्रणाली को लागू करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

हमें लगता है कि वर्तमान दौर में प्रशिक्षित और कुशल जनशक्ति और संसाधनों की आवश्यकता है जो काम पर अच्छी तरह से प्रशिक्षित हों। एक ऐसा मॉडल जो किसी व्यक्ति को उद्योग में संचालन के प्रबंधन में अनुभव के साथ-साथ काम करने का अधिकार देता है, वह किसी भी संगठन के लिए एक वरदान साबित होगा और हम बीएसडीयू को इस तरह की प्रतिभा को उद्योग में पेश करने के लिए धन्यवाद देते हैं। हम बीएसडीयू के हीरो मोटोकॉर्प सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में छात्रों को अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम दे रहे हैं, जहां उन्हें ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे उद्योग में आसानी से अपनी जगह बनाने में कामयाब हो सकें।‘‘
स्कूल ऑफ ऑटोमोटिव स्किल्स, बीएसयूडी के प्राचार्य कर्नल संजय गंगवार ने कहा, ‘‘भारत एक बहुत बड़ा बाजार है और आज देश में ऐसे कुशल लोगों की आवश्यकता है जिन्हें विभिन्न उद्योगों में सर्विस और मेंटीनेंस विभाग में दक्षता के साथ तैनात किया जा सकता है, या फिर वे अपने उद्यम की शुरुआत भी कर सकते हैं। अब, इस नए विश्वस्तरीय सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के साथ, जहां छात्रों के पास हीरो मोटोकॉर्प के साथ सर्वश्रेष्ठ मशीनों तक पहुंच होगी, हम छात्रों को दुनिया के अग्रणी दोपहिया निर्माता के साथ गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षुता कार्यक्रम के साथ ट्रेनिंग मुहैया कराने के लिए तत्पर हैं।‘‘
भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी में पहले से ही एचवीएसी एंड आर ट्रेनिंग के लिए डाइकिन एयर कंडीशनिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कार्यरत है। यह पूरी तरह से सुसज्जित एयर कंडीशनिंग लैब है, जिसमें छात्रों को एयर कंडीशनिंग की विभिन्न प्रक्रियाएं जैसे वेपाॅर अब्साॅप्र्शन, कूलिंग टावर्स, सेंट्रल एयर कंडीशनिंग मशीन, कोल्ड स्टोरेज, मल्टी-इवेपोरेटर रेफ्रिजरेशन, रीसर्कुलेशन एयर कंडीशनिंग आदि प्रक्रियाओं को अलग-अलग मशीनों के माध्यम से सिखाया जाता है।

भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के बारे मेंः
2016 में स्थापित भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) भारत का पहला अनूठा कौशल विकास विश्वविद्यालय है, जिसे भारतीय युवाओं की प्रतिभाओं के विकास के लिए अवसर, स्थान और गुंजाइश बनाकर कौशल विकास के क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता पैदा करने की दृष्टि से उन्हें वैश्विक स्तर पर फिट बनाने के लिए कायम किया गया था। डॉ. राजेंद्र के जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी के नेतृत्व और विचार प्रक्रिया के तहत नौकरी प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए बीएसडीयू ने ‘स्विस-ड्यूल-सिस्टम’ स्विट्जरलैंड की तर्ज पर इसे स्थापित किया है। बीएसडीयू राजेंद्र उर्सुला जोशी चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत एक शिक्षा उपक्रम है और राजेंद्र और उर्सुला जोशी (आरयूजे) समूह ने इस विश्वविद्यालय को 2020 तक 36 कौशल स्कूलों को स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।

विचार, कौशल विकास की स्विस प्रणाली को भारत में लाने का था, इस तरह भारत में आधुनिक कौशल विकास के जनक डॉ. राजेंद्र जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी ने 2006 में स्विट्जरलैंड के विलेन में ’राजेंद्र एंड उर्सुला जोशी फाउंडेशन’ का गठन करते हुए इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया। बीएसडीयू का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली कौशल शिक्षा को बढ़ावा देना और सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा और स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और विभिन्न कौशल के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए पोस्ट-डॉक्टरेट की डिग्री देते देते हुए ज्ञान की उन्नति और प्रसार करना है।