” रीट परीक्षा के परीक्षार्थियों के वाहनों को छूट ”

जयपुर,(दिनेश”अधिकारी”)। पिंकसिटी प्रैस क्लब में आज संयुक्त किसान-मजदूर-जन मोर्चा की ओर से संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया ।

इस सम्मेलन को संयुक्त किसान-मजदूर जन मोर्चा में शामिल संगठनों के अगुआ नेताओं ने सम्बोधित किया।

संवाददाता-सम्मेलन में 27 सितम्बर के भारत-बंद को जयपुर जिला में सफल बनाने के लिए की गई तैयारियों के बारे में बताते हुए संयुक्त किसान-मजदूर-जन मोर्चा के नेतृत्व ने सभी व्यापारियों, व्यापारिक संगठनों और आम जनता से बंद को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि आज देश के अन्नदाता किसान पिछले 10 महीने से दिल्ली के चारों ओर सभी तरह की विपदाओं को झेलते हुए मोर्चा लगा कर बैठे हुये हैं।विकट सर्दी, गर्मी,आंधी, तूफान को झेलते हुए सड़कों पर दस महीनों से केवल अपनी पूरी तरह जायज़ मांगों को लेकर आंदोलन करते हुए अब तक 625 से अधिक किसानों ने अपनी शहादत दी है।

यह आन्दोलन सिर्फ किसानों की मांगों के लिए ही नहीं है अपितु आज यह आंदोलन उससे कहीं बहुत ज्यादा व्यापक देशहित और देश की आम जनता के हितों से सारोकार रखने वाला जनांदोलन बन चुका है। असल में यह हमारी फसलों और आने वाली नस्लों को बचाने की लड़ाई है। यह हमारे देश के संविधान, लोकतन्त्र और लोकतांत्रिक अधिकारों को बचाने का आंदोलन है।

आज भाजपा-आरएसएस की अधिनायकवादी मोदी सरकार बड़ी ही बेरहमी और बेशर्मी से हमारे संविधान, संवैधानिक संस्थाओं और आम जनता के संवैधानिक अधिकारों को सत्ता के मद में चूर हो कर पैरों तले रौंदने का प्रयास कर रही है। यह सरकार अपने आकाओं (देशी विदेशी कार्पोरेट घरानों) के इशारे पर सिर्फ और सिर्फ उनके मुनाफे बढ़ाने के लिए सारे कानून बदलने में लगी हुई है। तीनों कृषि-कानून,मजदूरों के श्रम कानूनों को बदल कर चार लेबर-कोड में बदलने सहित सारी नीतियों का उद्देश्य सिर्फ बड़े बड़े देशी विदेशी इजारेदार पूंजीपति आकाओं के अकूत मुनाफे बढ़ाने के लिए ही है। ये मोदी सरकार अपने आकाओं के इस क़दर दबाव और हड़बड़ी में है कि जनता पर आपदाओं की बाढ़ बनकर टूटी कोरोना महामारी के समय में इस तरह के जनविरोधी कानूनों को अध्यादेशों और संसदीय मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाते हुए लेकर आयी।इस निरंकुश,संवेदनाहीन, इजारेदार पूंजीपरस्त सरकार को सबक सिखाते जनविरोधी नीतियों को लागू करने से रोकने का काम इस आंदोलन ने किया है। दस महीनों के बाद आंदोलन आज एक निर्णायक मोड़ पर है। किसान आन्दोलन पूरी मजबूती,जोश और जज्बे के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है और मजदूर, छात्र युवा महिला सामाजिक संगठनों आदि जनता के सभी हिस्सों की आंदोलन में भागीदारी से और व्यापक जनसमर्थन से आंदोलन वृहद जनांदोलन का रूप ले चुका है। कल दिनांक 27 सितम्बर को प्रातः 10.00 बजे शहीद स्मारक, गवर्नमेंट हॉस्टल पर सभी किसान,मजदूर, छात्र युवा महिला सामाजिक संगठनों के साथी एकत्रित होने के बाद 11.00 बजे रैली शुरू होगी। यह रैली एम आई रोड़, सांगानेरी गेट, बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़, चांदपोल बाजार, संजय सर्किल,सिंधी कैंप बस स्टैंड,खासा कोठी सर्किल से होते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंच कर रैली का समापन किया जायेगा।उससे पूर्व सुबह 6.00 बजे से छात्र युवाओं की टोलियां बाजारों में व्यापारियों से बाजार बंद की अपील करते हुए भ्रमण करते हुए घूमेंगी।

कल के भारत बंद के पश्चात और भी व्यापक विरोध कार्यवाहियों का क्रम लगातार तब जारी रहेगा जब तक आंदोलन की सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है।

संयुक्त किसान-मजदूर-जन मोर्चा आने वाले दिनों में होने वाले सभी चुनावों में भाजपा-आरएसएस को हराने के लिए भी काम करते हुये उनके सत्तामद को उतारने का काम करेगा। हम जनता के सभी हिस्सों से सहयोग और समर्थन की अपील करते हुए भारत बंद को ऐतिहासिक रूप से कामयाब बनाने का आह्वान किया हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा ,केन्द्रीय श्रमिक संगठनों सहित अनेक महिला, छात्र,नौजवान संगठनों सहित करीब 500 से भी अधिक संगठनों ने सामूहिक रूप से भारत बंद का आह्वान किया है और इस भारत बंद में किसान, मजदूर, महिला, छात्र, युवा, सामाजिक संगठन और कार्यकर्ताओं के साथ ही रंगकर्मी, बुद्धिजीवियों के अनेक संगठनों और देश के प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दलों ने भी बन्द का समर्थन करते हुये बंद को पूरी तरह से सफल बनाने की अपील की है।भारत बंद में जयपुर जिले के सभी व्यापारियों के संगठनों द्वारा सहयोग और समर्थन देने का भरोसा दिलाया है।

“चोमू में महिला किसान संभालेगी भारत बंद की बागडोर, बंद की व्यापक तैयारियां ”

जयपुर शहर के अलावा जिले की सभी तहसीलों, कस्बों में भी भारत बंद को लेकर तैयारियां चल रही हैं। चौमू में भारतीय किसान यूनियन के डॉ.सी.बी.यादव और अखिल भारतीय किसान सभा के भगवान भदाला सहित अनेक किसान नेताओं के नेतृत्व में भारत बंद के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। कल प्रातः 8:00 बजे गढ़ गणेश मंदिर बस स्टैंड चौमू पर लोग एकत्रित होंगे। तथा 9:00 बजे से पूरे चौमू शहर में ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी। किसान ट्रैक्टर परेड की पूरी बागडोर महिला किसानों के हाथ में होगी।

संवाददाता सम्मेलन में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजाराम मील, अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव डॉ.संजय”माधव”, डॉ.सी.बी.यादव,समग्र सेवा संघ के सवाई सिंह, भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव के.सी.घुमरिया, किसान आर्मी किसान एकता मिशन के अध्यक्ष डॉ.सौरभ राठौड़,एटक के प्रदेश महासचिव कुणाल रावत, समाजवादी किसान मोर्चा के शैलेन्द्र अवस्थी,एनएफआईडब्ल्यू से सुनीता चतुर्वेदी, राजस्थान किसान सभा के रमेश शर्मा, किसान यूनियन के चैनाराम चौधरी आदि सहित किसान मजदूर जन आंदोलन के अगुआ नेताओं ने सम्बोधित किया।