अंतिम दिन हुए 6 नाटक

मशहूर बॉलीवुड अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा के साथ हुआ रंग संवाद

बीकानेर। अनुराग कला केंद्र, विरासत संवर्धन संस्थान, उत्तर पश्चिम रेलवे साहित्य संस्कृति एवं ललित कला संस्थान, बीकानेर मंडल, होटल मिलेनियम एवं आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वावधान में बीकानेर में 4 से 8 मार्च तक आयोजित हो रहे बीकानेर थिएटर फेस्टिवल 2020 का समापन रविवार को टी एम अॉडिटोरियम में होगा। समापन उद्बोधन में फेस्टिवल के संयोजक सुधेश व्यास ने भावुकता के साथ कहा कि फेस्टिवल सफलतम और एतिहासिक टीम और स्पोंसर साथियों के समर्पित सहयोग से ही संभव हो सका है। फेस्टिवल के मीडिया कॉआर्डिनेटर गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि अंतिम प्रस्तुति अमित तिवारी, दिल्ली द्वारा निर्देशित “पांचाली” में द्रोपदी के माध्यम से समझाने की सशक्त कोशिश की गई कि यदि द्रोपदी ने अपने अपमानित होने को इश्यू न बनाकर अपमान करने वालों को क्षमा कर दिया होता तो प्रतिशोध की श्रृंखला नहीं बनती। इस नाटक में द्रोपदी ने महाभारत को प्रतिशोध की संज्ञा देते हुए क्षमा को सबसे बड़ा धर्म बताया। फेस्टिवल के समन्वयक विजयसिंह राठौड़ के अनुसार इससे पहले उरुग्वे का नाटक रिओ का मंचन टी एम अॉडिटोरियम में ही हुआ। क्यूरेटर सुनील जोशी ने बताया कि टाऊन हाल में भीलवाड़ा के गणेश आचार्य के निर्देशन में बातपोशी का मंचन किया गया। व्यवस्था प्रभारी विकास शर्मा ने का

मशहूर बॉलीवुड अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा के साथ हुआ रंग संवाद

फेस्टिवल के मीडिया कॉआर्डिनेटर गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा के साथ सेठ तोलाराम बाफना अकादमी में रंग संवाद का आयोजन हुआ। कवयित्री चंचला पाठक ने उनके साथ रंग संवाद किया। इस अवसर पर बाफना स्कूल के सीईओ परमजीत वोहरा, वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा, सुनील गज्जाणी, विपिन पुरोहित, दयानंद शर्मा सहित अनेक रंगकर्मी उपस्थित थे। विश्व महिला दिवस होने के अवसर पर छहों नाटकों का मंच संयोजन महिलाओं रितू शर्मा, आयशा तब्बसुम, डॉ आशु मलिक द्वारा किया गया।