मुकेश पूनिया
बीकानेर। भ्रष्टाचार का गढ बने परिवहन विभाग के भ्रष्ट अफसरों और कार्मिकों पर शिंकजा कसने के लिये एसीबी की ओर से रविवार की रात जयपुर में की गई सर्जिकल स्ट्राईक से बीकानेर आरटीओं आफिस में भी खलबली सी मची हुई है,कार्यवाही के भय से यहां तैनान परिवहन अफसरों और कार्मिकों की हवाईया उड़ी हुई है। इससे चलते बीछवाल स्थित परिवहन कार्यालय में सोमवार को ज्यादात्तर अधिकारी और कर्मचारी डरे सहमे नजर आये,वहीं कार्यालय परिसर में दिनभर जमावड़ा रखने वाले दलाल नदारद दिखें। एसीबी की कार्यवाही का भय इस कदर छाया हुआ था कि आरटीओं ऑफिस के अधिकारी अफसर और कार्मिक सोमवार सुबह नो बजने से पहले ही अपने कार्यालयों में पहुंच गये जबकि रोजमर्रा यह अधिकारी और कर्मचारी सुबह ११ बजे तक अपने कार्यालयों में नहीं पहुंचते,कार्यालय में सुबह से शाम तक सक्रिय नजर आने वाले दलाल भी सोमवार को आरटीओ ऑफिस के आस पास ही नजर नहीं आये। जानकारी में रहे कि एसीबी ने रविवार की रात बड़ी कार्यवाही करते हुए परिवहन के विभाग के जयपुर झालाना स्थित आरटीओं कार्यालय में घूसखोरी और मंथली वूसली में लिप्त परिवहन अधिकारियों और दलालों के गठजोड़ का पर्दाफाश कर दिया। इस कार्यवाही की खबर मिलते ही बीकानेर आरटीओं ऑफिस में तैनात अफसर और कार्मिक अलर्ट मोड़ में आ गये।

जानकारी में रहे कि बीकानेर आरटीओं कार्यालय में भी शुल्क जमा कराने से लेकर फिटनेस,रजिस्ट्रेशन,कर चुकता, ड्राइविंग लाइसेंस आदि में हर जगह पर दलालों की मार्फत रूटीन मंथली का खेल लंबे अर्से से चल रहा है। मीडिया द्वारा बीकानेर आरटीओं में फैले भ्रष्टाचार और दलालों से जुड़ी खबरें कई बार उजागर की जा चुकी है। ऐसे में आंशका है कि बीकानेर आरटीओं ऑफिस और यहां तैनात अफसर,निरीक्षक तथा कर्मचारी भी एसीबी की रडार में आ सकते है। इसलिये अर्लट मोड़ में आये आरटीओं ऑफिस के अफसरों कार्मिकों ने पहले ही अपने खाते,प्रोपर्टी के दस्तावेज और बेनामी संपतियों के कागज सुरक्षित ठिकानों पर छुपाने शुरू कर दिये है। पता चला है कि बीकानेर आरटीओं ऑफिस में कई अधिकारी और कार्मिक ऐसे है जो सालों से यहीं जमें बैठे है और दलालों के साथ इनके गठजोड़ के किस्से भी लगातार सुर्खियों मेें रहे है।

परिवहन मंत्री खुलकर आये भ्रष्टो के साथ
एसीबी द्वारा परिवहन विभाग के भ्रष्ट अफसरों और दलालों पर शिकंजा कसे जाने की कार्यवाही के बाद परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खचारियावास सोमवार को सदन मेें भ्रष्टों के समर्थन में खुलकर सामने आ गये है,उन्होने एसीबी कार्रवाई की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं। खाचरियावास ने कहा कि फरवरी-मार्च रेवेन्यू के महीने होते है। खाचरियावास ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा कि केवल एक ही इंस्पेक्टर को रंगे हाथों पकड़ा गया है, बाकी सबके घरों पर कार्रवाई की गई है। पैसा प्राइवेट बस ऑपरेटर के यहां जब्त हुआ है, जिसका पचासों बसों का कारोबार है।परिवहन मंत्री ने कहा कि एसीबी कार्रवाई से विभाग के निर्दोष अफसरों को डरने की जरूरत नहीं है। मंत्री ने कहा कि इंस्पेक्टरों और अफसरों के परिजन सोमवार सुबह उनसे आकर मिले हैं जिन्होंने अपनी बात रखी है।