बीकानेर /दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से राजस्थान पब्लिक स्कूल के सामने, सेक्टर-7 तिकोना पार्क, मुक्ता प्रसाद, बीकानेर में श्रीराम कथा साप्ताहिक ज्ञानयज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत संस्थान के संस्थापक एवं संचालक सर्व श्री आश्ुतोष महाराज जी की शिष्या मानस मर्मज्ञा साध्वी सुश्री सुमेधा भारती जी कथा का वाचन करेंगी। कार्यक्रम के उपलक्ष्य में आज श्री हनुमान मंदिर, मुक्ता प्रसाद से भव्य मंगल कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा का शुभारंभ श्री अरविन्द मिढ्ढ़ा अध्यक्ष सब्जी मण्डी, डॉ मीना आसोपा, पार्षद चेतना चौधरी एवं अन्य समाजसेवी सज्जनों द्वारा ध्वज दिखाकर आरंभ किया गया। कलश यात्रा में 501 पीताम्बरधारी महिलाएँ कलश धारण करके सम्मिलित हुई।

स्वामी श्री चन्द्रशेखरानन्द जी ने बताया कि कलश के अग्रभाग में देवताओं का निवास होता है। दूसरा यह हमारे मानव मस्तिष्क का भी प्रतीक है। जिस में अमृत का कुंड़ स्वीकार किया गया है। जिस देह में श्रीहरि का निवास हो वह साधारण कैसे हो सकती है? इसीलिए हमारे ट्टषियों ने प्रार्थना की- हमें असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर, मृत्यु से अमरता की ओर प्रभु ले चलो।

कलश यात्रा हमें निमंत्रण देती हैकि आओ अपने मानव तन में ही परमात्मा का दीदार प्राप्त करो। यही हमारे जीवन का ध्येय, लक्ष्य है। इस यात्रा में गोहत्या को रोकने हेतु तथा गाय के पंचगव्य की महिमा समझाने का प्रयास किया गया। गाय को हमारी संस्कृति का मेरूदंड कहकर संबोधित किया गया है। भारतीय देसी गाय के घी से यदि यज्ञ करें तो आस-पास में जितने रोगाणु होगें वे सभी नष्ट हो जाते हैं। यज्ञ का वैदिक युग में क्या महत्व था, कलश यात्रा में सुहागिनों ने कलश उठाए और प्रभु के आशीर्वाद को प्राप्त किया। सारा नगर इस यात्रा की भव्यता में लीन हो मानो श्रीराममय हो गया। इसमें सामाजिक पर्यावरण सरंक्षण एवं स्वच्छ भारत अभियान जाग्रति लाने हेतु स्कुली बच्चों द्वारा पोस्टर के माध्यम से संदेश दिया गया। इस कार्यक्रम में स्वामी योगेशानन्द जी द्वारा कथा के व्यवस्था का जिक्र करते हुए सभी शहर वासियों को कथा में आने का निमंत्रण दिया।