-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। गुरू जंभेश्वर के धाम मुकाम में आयोजित अखिल भारतीय विश्रोई समाज के महाधिवेशन में शिरकत करने के आये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर की मंत्रणा बीकानेर के सियासी हल्कों में चर्चा का विषय बनी हुई है। जानकारी में रहे कि मुकाम दौरे पर आये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कन्हैयालाल झंवर को खास तरजीह देते हुए उनके साथ अकेले में मंत्रणा की,दोनों के बीच करीब दस मिनट तक चली मंत्रणा को लेकर नोखा से बीकानेर तक कांग्रेसी हल्कों में हलचल सी मच गई। हालांकि कन्हैयालाल झंवर कहना है कि उन्होने नोखा के विकास और समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मंत्रणा की थी। जबकि सियासी हल्कों में चर्चा है कि नोखा में पूर्व संसदीय सचिव से कन्हैयालाल झंवर से खास मंत्रणा कर मुख्यमंत्री ने उनका सियासी कद बढा दिया है।

वैसे कन्हैयालाल झंवर की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ पहले से खासी घनिष्ठता है,लेकिन ताजा सियासी माहौल में मुख्यमंत्री द्वारा नोखा के दिग्गज पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की बजाय कन्हैयालाल झंवर को ज्यादा तरजीह दिये जाने के कई सियासी मायने निकाले जा रहे है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के साथ कन्हैयालाल झंवर की खास मंत्रणा ने यहां बीकानेर में नगर विकास न्यास चैयरमेनशीप के दावेदारों में भी खलबली मचा दी है। जानकारी में रहे मुख्यमंत्री के मुकाम आगमन के दौरान केबिनेट मंत्री डॉ.बीडी कल्ला,उच्च शिक्षामंत्री भंवर सिंह भाटी,वरिष्ठ कांग्रेस नेता मदन गोपाल मेघवाल,खाजूवाला विधायक गोविन्दराम मेघवाल,पूर्व राज्यमंत्री विरेन्द्र बेनीवाल समेत बीकानेर जिला कांग्रेस के कई नेता मौजूद थे।