– अगले चार दिन तक प्रदेश में कोई चेतावनी नहीं, तापमान भी बढ़ सकता है

– पश्चिमी राजस्थान में सूखे के हालात..

जयपुर।बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया का असर कम होने के बाद सोमवार से राजस्थान में मानसून फिर कमजोर पड़ने लगा है। रक्षाबंधन के दिन प्रदेश के पूर्वी हिस्से के साथ-साथ पश्चिमी हिस्सों में हुई बारिश से लोगों को राहत मिली। ये राहत ज्यादा दिन नहीं बनी रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 5 दिन तक प्रदेश में बारिश के कोई आसार नहीं है। मौसम साफ रहेगा और तापमान भी बढ़ेगा, जिससे गर्मी फिर से लौटकर आएगी। वहीं, पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर और सिरोही इलाकों में बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात बन गए हैं।

पिछले 24 घंटे की स्थिति देखें तो जयपुर, जोधपुर, चूरू, सीकर समेत पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश 32MM बारिश सीकर जिले में हुई। चूरू में 19.7, जोधपुर में 10.3 और जयपुर में कुछ जगहों पर हल्की रिमझिम बारिश हुई। बारिश के बाद आज दूसरे दिन जयपुर में मौसम सुबह साफ रहा। हवा अच्छी चलने से लोगों को उमस से राहत मिली।

बीकानेर क्षेत्र में बारिश नहीं होने से खेतों में सूखती फसलें।

– बीकानेर क्षेत्र में बारिश नहीं होने से खेतों में सूखती फसलें।6 फीसदी कम हुई बारिश जुलाई के आखिरी सप्ताह से अगस्त के पहले सप्ताह तक पूर्वी राजस्थान में हुई तेज बारिश के बाद से मौसम सुस्त पड़ गया। 12 अगस्त तक प्रदेश में औसत बारिश 8 फीसदी ज्यादा थी, लेकिन पिछले दिनों सुस्त पड़े मानसून के कारण यह आंकड़ा घटकर अब माइनस 6 फीसदी हो गया। सामान्यत 22 जुलाई तक प्रदेश में 394.46MM बारिश होती है, लेकिन अब तक केवल 372.15MM पानी गिरा है।

इन जिलों में सामान्य से 40 फीसदी कम हुई बारिश
जल संसाधन विभाग से जारी डेटा को देखें तो इस मानसून में अब तक गंगानगर (-54.5), जोधपुर (-45.4), बाड़मेर (-49.4), जालौर (-57.8) और सिरोही (-62) ऐसे जिले हैं, जहां सबसे कम बारिश हुई है। इन जिलों में किसानों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं, दूसरी तरफ बूंदी (+50.4), कोटा (68.6), बारां (76.7) फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।

पश्चिमी राजस्थान के किसानों की चिंता बढ़ी
पश्चिमी राजस्थान में बारिश कम होने से इन क्षेत्र के जिलों के किसानों की चिंता बढ़ गई है। बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर क्षेत्र में मूंगफली, मूंग, मोठ, ग्वार, बाजरा, नरमा, तिल की बुवाई पहले से ही कम थी और बारिश नहीं होने से इन फसलों के खराब होने की आशंका बढ़ गई है। बीकानेर क्षेत्र में बारिश नहीं होने के कारण कई गांवों में फसलें जलने की कगार पर है। यही स्थिति जालोर, सिरोही और जोधपुर क्षेत्र की है।