अनूप कुमार सैनी
उचाना (जीन्द), 1 फरवरी। उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हरियाणा के उद्योगों में 75 प्रतिशत रोजगार प्रदेश के युवाओं को देने के लिए शुक्रवार को दिल्ली में हुई हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में ड्राफ्ट पेश किया गया, जिसे सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के अधीन रखकर कानूनी राय के लिए भेजा दिया गया है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा बजट सत्र में गठबंधन सरकार इस बिल को पारित करके एक महीने में पूर्ण रूप से इसे प्रदेश में लागू करने का काम करेगी। वे शनिवार को उचाना कलां के करसिंधु गांव में पूर्व मंत्री स्व. देशराज नंबरदार की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे थे।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि रोजगार संबंधित इस कानून के लागू होने से प्रदेश के युवाओं को गुरुगाम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत जैसे औद्योगिक शहरों में ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर प्रदान होंगे। साथ ही दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को सुधारने की दिशा में भी गठबंधन सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य आदि मूलभूत सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि करसिंधु में मॉडल लाइब्रेरी बनाने का काम किया जाएगा। इस लाइब्रेरी में कोचिंग सेंटर की व्यवस्था होगी ताकि क्षेत्र के युवाओं को कोचिंग के लिए दिल्ली सहित दूसरे शहरों में न जाना पड़े। जो खेल स्टेडियम है, उसमें लड़कियां कोई एक खेल चुनकर उन्हें बताए ताकि उस खेल की हर तरह की व्यवस्था वो अपने निजी कोष से कर सकें।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ढाकल कोठी से सुदकैन हैड तक रजबाहा की जो मांग है उसको भी पूरा करने काम किया जाएगा। वहीं उचाना खुर्द गांव आईटीआई में जगह होंडा कंपनी को दे दी गई है, जिसमें कंपनी द्वारा लैब बनाई जाएगी।
इससे पूर्व उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत का गांव करसिंधू में पहुंचने पर भारी संख्या में ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने गांव करसिंधु में स्थापित पूर्व मंत्री स्व. देशराज नंबरदार की मूर्ति का अनावरण किया और स्व. देशराज नंबरदार द्वारा किसान-कमेरे वर्ग के हित में किए गए कार्यों के लिए उनकी सराहना की।
इसके बाद उप मुख्यमंत्री ने कुचराना खुर्द गांव मेें लगभग साढे 15 लाख रूपये की लागत से बनाई गई रामदासिया चौपाल का उद्घाटन किया और जनसभा को सम्बोधित करते हुए महिलाओं की मांग को पूरा करते हुए दादा खेड़ा पर एक कमरा बनवाने की घोषणा की और गांव की फिरनी बनवाने की भी बात कही।