कल मुख्यमंत्री निवास पर कानून एवं व्यवस्था की

समीक्षा कर अयोध्या मसले के संबंध में उच्चतम न्यायालय के संभावित फैसले को लेकर पुलिस अधिकारियों को प्रदेश में व्यापक चौकसी एवं सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गये।
प्रदेश में सभी धर्मों, जाति एवं समुदायों में आपसी सद्भाव एवं भाईचारे की महान परम्परा रही है। फिरकापरस्त एवं विघटनकारी ताकतें इस संवेदनशील विषय का राजनीतिक फायदा उठा कर माहौल खराब नहीं कर पाएं। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी चाक-चौबंद रहकर यह सुनिश्चित करें कि प्रदेश में सद्भावना बनी रहे। विशेष तौर पर जिलों में कलक्टर एवं एसपी संवेदनशील इलाकों पर नजर बनाए रखे।*
सोशल मीडिया पर मनगढंत और भ्रामक सूचनाओं पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए।
सभी जिलों में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी आपसी समन्वय बनाए रखें और समाज के प्रतिष्ठित लोगों, धार्मिक संगठनों तथा शांति समितियों के सम्पर्क में रहकर तथा उन्हें विश्वास में लेकर सामाजिक सद्भाव और भाईचारा बनाए रखें। पुलिस प्रशासन अपने सूचना तंत्र को और अधिक सतर्क और सजग बनाए रखे, ताकि किसी भी संभावित फैसले का असर हमारे सामाजिक सौहार्द पर न पड़े।
अधिकारियों को निर्देश दिए कि संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस मुख्यालय से वरिष्ठ अधिकारियों को भेजकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया जाए और स्थानीय लोगों से भी लगातार फीडबैक प्राप्त किया जाए।
गुरूवार को जिला कलक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर जिलों में कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव श्री डीबी गुप्ता, अति. मुख्य सचिव गृह श्री राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक श्री भूपेन्द्र सिंह, डीजी कानून एवं व्यवस्था श्री एमएल लाठर, एडीजी क्राइम श्री बीएल सोनी, एडीजी इंटेलीजेंस श्री उमेश मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।