– गर्मी ने चूरू में सात साल का रिकॉर्ड तोड़ा

जयपुर ।राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में आज से मानसून की गतिविधियां फिर से एक्टिव होने लगेगी। बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया की वजह से मध्य प्रदेश से लगे जिले कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तौड़गढ़ में आज बारिश हो सकती है। पिछले 10 दिनों से बारिश का दौर थमने के बाद प्रदेश के तापमान में इजाफा होने और गर्मी बढ़ने से लोग परेशान थे, जिससे अब कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। पश्चिमी राजस्थान के जिलों में तो पारा 41 डिग्री सेल्सियस के भी पार हो गया था। चूरू में गर्मी ने 7 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

मौसम विभाग से मिली रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त में चूरू में सात साल पहले 41.8 डिग्री सेल्सियस पारा पहुंचा था, जो अगस्त में गर्मी पड़ने का सर्वाधिक रिकॉर्ड है। मौसम विभाग के मुताबिक आज से मानसून की एक्टिविटी बढ़ने से प्रदेश के मौसम में फिर बदलाव आने की संभावना है। तापमान में गिरावट हो सकती है।

इन जिलों के लिए जारी किया फोरकास्ट

आज झालावाड़, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा के अलावा बारां, कोटा क्षेत्र में भी कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।
19 अगस्त को भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बारां, बांसवाड़ा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा और बूंदी जिलों में बादल होने के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।
20 अगस्त को अलवर, भरतपुर, झुंझुनूं, धौलपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ जिलों में बारिश के साथ-साथ कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमक सकती है।
सिरोही में सबसे कम बारिश
राज्य में इस बार मानसून की बेरूखी पश्चिमी क्षेत्र में रही है। यहां इस बार कम बारिश होने के कारण सूखे जैसे हालात बन गए हैं। सबसे कम बारिश सिरोही जिले में हुई है। इसके पीछे कारण दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र के अरब सागर में सिस्टम का नहीं बनना है। अरब सागर में लो प्रेशर एरिया बनने के बाद गुजरात और राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में अच्छी बारिश होती है।