एमडीयू में विद्यार्थियों ने भगत सिंह की मनाई जयंती

हर्षित सैनी / रोहतक / महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के विद्यार्थियों ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर यादगार सभा का आयोजन किया। सभी छात्रों ने भगत सिंह की फ़ोटो पर पुष्प अर्पित करके उनको श्रद्धाजलि दी। कार्यक्रम का संचालन राहुल प्रधान ने किया।

छात्र राहुल ने कहा कि जिस तरह के समाज के लिए भगतसिंह और उनके साथियों ने बहादुराना ढंग से कुर्बानियां दी। आज हम उस समाज से कोसों दूर है। उनका सपना था कि मानव का मानव के द्वारा शोषण का खात्मा हो। आज शिक्षा का निजीकरण, व्यापारीकरण व सांप्रदायिकरण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों की भारी कमी है। वैज्ञानिक व धर्मनिरपेक्ष चिंतन को बढ़ावा देने की बजाय अवैज्ञानिक, अतार्किक व अन्धविश्वास को बढ़ावा दिया जा रहा है। छोटी बच्चियों व महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़ रहे हैं। सरकार नौजवानों को रोजगार नहीं दे रही है।

छात्र राजेश ने कहा कि भगत सिंह छात्र राजनीति के सबसे बड़े हिमायती थे और आज उन्हीं के देश में छात्रों को अपने प्रतिनिधि चुनने के अधिकार और छात्रों की राजनीतिक गतिविधियों पर किसी न किसी बहाने पाबंदी लगाई जा रही है।

छात्र दीपक ने कहा कि आज देश का शासक भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव सहित सभी क्रांतिकारियों और नवजागरण काल के मनीषियों की याद को जनमानस से मिटा देना चाहता है। इसलिए उनकी जीवनियों को पाठ्यक्रम से हटाया जा रहा है। हमारी सरकारें छात्रों नौजवानों को खुदगर्ज बना रही है।
उनका कहना था कि शराब व नशाखोरी को बढ़ावा दिया जा रहा है। नौजवानों की नैतिक रीढ़ को तोड़ा जा रहा है ताकि लोग अन्याय और शोषण के खिलाफ हिम्मत और नैतिक बल के साथ न उठ खड़े हो। भगत सिंह ने हमें रास्ता दिखाया था कि इन तमाम समस्याओं की जड़ यह शोषणमूलक पूंजीवादी व्यवस्था है। इस को उखाड़ कर जब तक समाजवाद स्थापित नहीं होगा, तब तक शोषण चलता रहेगा।

दीपक ने कहा कि भगत सिंह की क्रांतिकारी राजनीति का श्रोत था जनता के प्रति असीम प्रेम। भगतसिंह से सीख लेकर हम सभी को एक अच्छा चरित्रवान छात्र बनना चाहिए और समाज को बदलने के लिए योगदान देना चाहिए।

कार्यक्रम में राहुल प्रधान, अंशुल, दीपक, ज्योति सोनिया, अक्षय, सुरेंदर, सुमन, अजित, गोविंद और अन्य छात्र-छात्राएं मौजूद थी।

एशियन चैंपियनशिप में निशाना साधेगी काजल सैनी

कतर की राजधानी दोहा में 3 नवम्बर से शुरू होने वाली 14वीं एशियन चैंपियनशिप के लिए रोहतक की बेटी राइफल शूटर काजल सैनी का चयन भारतीय टीम में किया गया है। काजल इस टूर्नामेंट में महिलाओं की 50 मीटर थ्री पोजीशन तथा प्रोन इवेंट में भाग लेगी।
कोच मनोज कुमार ने बताया कि इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी का चयन हाल ही में ब्राजील में हुए शूटिंग वल्र्डकप तथा दिल्ली स्थित डा करणी सिंह शूटिंग में आयोजित सिलेक्शन टायल में किये गये प्रदर्शन की बदौलत किया गया है। वे उम्मीद करते हैं कि काजल इस टूर्नामेंट में पदक जीतकर रोहतक, हरियाणा व भारत का नाम रोशन करेगी।
पिता विजय सैनी जो सैनी एजुकेशन सोसायटी के तीन बाद प्रधान रहे हैं, का कहना है कि बेटी की इस उपलब्धि से घर में खुशी का माहौल है। काजल इन दिनों दिल्ली में चल रहे इंडिया टीम के कैम्प में हैं और उसने वहीं से ही यह खुशखबरी हमें शेयर की है। उन्होंने कहा कि काजल इस चैंपियनशिप में चयनित होने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी।

काजल ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि वह इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट पदक जीतने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। माता सुनीता सैनी, जो पोस्ट ग्रेजुएट टीचर है, का कहना है कि काजल 22 अक्टूबर को इंडिया टीम के साथ कतर के लिए रवाना होगी। इससे पूर्व अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने हेतु एक दिन के लिए रोहतक आएगी।

कोच मनोज ने बताया कि काजल ने पिछले दो वर्षों से नेशनल चैंपियनशिप के राइफल शूटिंग इवेंट के सीनियर वर्ग में हरियाणा की ओर से सर्वाधिक मेडल जीते हैं। काजल ने नवंबर 2018 में केरला में हुई 62वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए हरियाणा के लिए छह मेडल जीत थे। इनमें तीन गोल्ड, एक सिल्वर व दो ब्रांज शामिल थे।
इससे पहले दिसंबर 2017 में हुई नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में भी काजल ने एक गोल्ड व दो कांस्य पदक जीते थे। काजल जर्मनी, मलेशिया, चीन व ब्राजील में हुए इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भी हिस्सा ले चुकी है।