हर्षित सैनी
रोहतक, 10 अप्रैल। शिक्षण संस्थानों को लर्निंग आऊटकम बेस्ड करीकुलम तैयार करने होंगे ताकि विद्यार्थी फोकस्ड होकर अध्ययन कर सकें। वर्तमान शिक्षा प्रणाली को स्टूडेंट सेंट्रिक बनाने के लिए भी आऊटकम आधारित शिक्षा प्रणाली जरूरी है।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय कालेज डेवलपमेंट काऊंसिल के डीन प्रो. युद्धवीर सिंह ने आज प्राचार्यों की ऑनलाइन कार्यशाला में ये विचार व्यक्त किए। मदवि के उच्चतर शिक्षा तथा एमडीयू के कालेज डेवलपमेंट काउंसिल द्वारा ये कार्यशाला आयोजित की जा रही है।

डीसीडीसी प्रो. युद्धवीर सिंह ने कहा कि लर्निंग आऊटकम बेस्ड करीकुलम से विद्यार्थियों का फीडबैक मिलता है। इससे शिक्षा में सतत गुणवत्ता का माहौल बनता है तथा अधिक सुधार की गुंजाइश रहती है। इस संबंध में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।

मदवि के कंप्यूटर सेंटर के निदेशक डा. जीपी सरोहा ने इंफोर्मेशन सिक्योरिटी मॉनीटरिंग एण्ड कंट्रोल इन डिजीटल ऐज विषय पर जानकारी से भरपूर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि हमें डिजीटल सुरक्षा के प्रति भी गंभीर होना होगा।
गौरतलब है कि मदवि से संबद्ध महाविद्यालयों समेत प्रदेश के अन्य महाविद्यालयों के प्राचार्य इस ऑनलाइन कार्यशाला में भाग ले रहे हैं।