सवांददाता, के,के,कुशवाहा

आगरा। हाथरस की पीड़िता को बिना इंसाफ मिले ही शहर में वाल्मीक महापंचायत द्वारा हड़ताल को समाप्त किये जाने पर वाल्मीकि समाज व सफाई कर्मचारी विरोध में उतर आये हैं। शनिवार सुबह विजय नगर कॉलोनी में वाल्मीकि समाज व सफाई कर्मचारियों ने विरोध करते हुए क्षेत्र में सफाई कार्य को ठप रखा और अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए वाल्मीक महापंचायत के तख्त चौधरी मानसिंह और कर्मचारी नेता श्याम कुमार करूणेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दोनों का पुतला दहन करने के साथ ही हाथरस की बेटी के लिए इंसाफ की मांग की।

शुक्रवार शाम को नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे और वाल्मीक महापंचायत के सदस्यों व कर्मचारी नेता श्याम करुणेश के साथ बैठक हुई। इस बैठक के बाद वाल्मीक महापंचायत के चौधरी मानसिंह ने सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को समाप्त करने का ऐलान किया था लेकिन समाज के ही अन्य लोग व सफाई कर्मचारी इस फैसले के विरोध में आ गए हैं।

वाल्मीक महापंचायत के इस फैसले का विरोध शहर के कई स्थानों पर देखने को मिला। सफाई कर्मचारियों ने सफाई कार्य नहीं किया जिससे कई स्थानों पर कूड़े के ढेर दिखाई दिए। इससे साफ है कि समाज महापंचायत के इस फैसले से कितना नाराज है और यह पहली बार हुआ है जब समाज के लोगों ने महापंचायत का फैसला न माना हो।

पुतला दहन करने वाले सफाई कर्मचारी कैमरे पर तो नहीं बोले लेकिन उनका कहना था कि महापंचायत ने यह फैसला गलत लिया है। जब तक समाज की बेटी को इंसाफ नहीं मिलता तब तक इस हड़ताल को जारी रखना चाहिए था जिससे सरकार जल्द से जल्द अपराधियों को सजा देती।