-निवर्तमान सरपंच ओझा को मेट द्वरा जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे ओझा ने नाराजगी जताई बगेर सूचना दिये मेरे कार्यकाल की जांच करने आये अधिकारी गलत है ओझा जांच करने आये अधिकारियों को मनरेगा मजदूरों ने कहा जरूरत पड़ेगी तो हम खुद जांच करवा लेंगे पर गांव के मुखिया के खिलाफ बगेर सूचना आये अधिकारियों ने घेर लिया अधिकारी मौके से हुए गायब-ओझा

नापासर। ग्राम पंचायत नापासर क्षेत्र नापासर में हुए विकास कार्यो की कुछ अराजक तत्वों द्वारा की जा रही लगातार झूठी व निराधार शिकायतों की जांच के लिए जिला परिषद बीकानेर से एक्शन यशपाल पूनिया ,कनिष्ठ लेखाकार भारतेंदु गोयल ,कनिष्ठ सहायक रियाज पंवार व पंचायत समिति बीकानेर से अतिरिक्त विकास अधिकारी धर्मचंद धर्ट, मुकेश आहूजा ,कनिष्ट अभियन्ता दिलीप मेहला नापासर पंहुचे। ग्रामीणों द्वारा अधिकारियो को बताया गया कि राजनैतिक द्वेषता के कारण शिकायतकर्ताओ द्वारा बार बार विकास कार्यो की झूठी व निराधार शिकायते की जा रही है।व हमारे मोहल्लों में जो भी कार्य हुए है वो सही है व उसमे उच्च श्रेणी व गुणवत्ता की सामग्री प्रयुक्त की गई है हमे विकास कार्यो से कोई शिकायत नही है । बार बार शिकायत कर हमारे मोहल्लों में हो रहै विकास कार्यो को लगातार बाधित किया जा रहा है। जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों व ग्रामीणों की बातचीत में जब शिकायतकर्ता बीच मे बोले तो ग्रामीणों ने उन्हें करारा जबाब दिया व उनसे जबाब माँगा तो शिकायतकर्ता वहां से भाग छूटे। उस वक्त खैराज चौधरी , कालू सिद्ध, तोलाराम खिलेरी , तोलाराम नायक, ओमप्रकाश चौधरी ,जगदीश नाई ,श्रीगोपाल ओझा , गोपी नाई, उदय कस्वा,निहालचंद विश्नोई ,सीताराम रेन,मांगीलाल गोयल,चेतन लाल गोयल ,सोहनलाल नायक ,रामचंद्र पूनिया , बंशीलाल भाखर ,रामकिशन सोनी आदि अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

शिकायतकर्ता पिछले काफी दिनों से सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के उधेश्य से ग्राम पंचायत के कार्मिकों को सोशल मीडिया,वाट्सप,फेस बुक के माध्यम से बदनाम कर रहे है जिसमे माननीय उच्च न्यायालय को भी कटघरे में खड़ा किया है,जिससे कई अधिवक्ता भी उच्च न्यायालय की अवमानना को गम्भीरता से लिया है। इस तथाकथित ग्रुप के सदस्यों की पृष्ठ भूमि संदिग्ध है जिसकी जांच की जानी चाहिए,ग्राम पंचायत के कार्मिकों से अपने निजी स्वार्थ सिद्ध हेतु गलत कार्य करवाने का दबाव बनाते है, जिसमे मनरेगा में घर बैठे जॉबकार्ड से नाम चलाना,फर्जी विवाह प्रमाण पत्र बनाना,फर्जी पट्टे बनाना, पट्टों का रजिस्ट्रेशन करवाना,लोक डाउन व कोरोना के नाम पर फर्जी नाम खाध सुरक्षा में जुड़वाना,झूठे राशन किट वितरण का प्रमाणीकरण करवाना,फर्जी राशन कार्ड बनवाना, आदि येन केन गलत करवाना ये सब नही करने पर प्रलोभन,धमकियां देते है ग्रुप में इनके द्वारा आर टी आई के बेजा इस्तेमाल कर अधिक से अधिक से लगाने की भी धमकियां इनके द्वारा दी जा रही है। इनके साथ कुछ तथाकथित अपने आप को प्रेस रिपोर्टर,क्राइम रिपोर्टर भी बताने वाले है,इसलिए सभी पहलुओं की जांच की जावे।

– इसको लेकर निवर्तमान सरपंच से खास बातचीत पर कहा की वर्तमान में ग्राम पँचायत जिला एव स्टेट देश इत्यादी कोरोना काल से झूझ रहे है ।ऐसे में सरपंच ओझा का कहना है ग्राम पंचायत स्तर पर कोरोना काल मे मनरेगा कार्य किये जा रहै है।और गांव के जो लोग इक्कठे होकर और शिकायत लेकर सी ओ,कलेक्टर इनकी।पृष्ठ भूमि की जांच करे इनके बेक राउंड में जाकर देखे इनका कार्य ही ब्लैकमेलिंग करना एव झूठी शिकायतें करना रियाज खान बाबू इत्यादि सभी जांच हेतु वहां आये जबकी मेरे सरपंच कार्यकाल की एक एक कार्य की जांच हर स्तर पर करवाने के लिये तैयार हूं ऐसी नापासर में अनेक संघर्ष समितियों द्वरा शोषल मीडिया पर लाइव बोल बोल कर छवि खराब की जा रही ऐसे में नापासर संगर्ष समिति के पदाधिकारी रामरतन सुथार ने माननीय हाई कोर्ट को हथकंडा बताया है इस पर प्रदेश भर के वकीलों में जंग छिड़ चुकी है आज ये लोग हाईकोर्ट को बोल रहे है।कल सुप्रीम कोर्ट को बोलेंगे ऐसे में एडवोकेट एशोशियन ने एक तथाकथित वीडियो लाइव फेसबुक पर आकर पर्सनली कोर्ट को हथकंडा ,ग्राम विकास अधिकारी को एपीओ करवाया फिर भर्स्ट ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा आर टी आई लगाई जाए यानी आर टी आई कानून केवल ब्लेकमेनिंग कानून बन चुका है ग्राम पंचायत की नरेगा लेबर के मेट द्वरा मुझे जानकारी मिली तो में मोके पर पहुंचा ऐसे में मेरे कार्यकाल की जांच करे लेकिन 5 लोग आ गए और जांच के लिये निकल गए ऐसा बर्दस्त नही है पद की गरिमा देखे अधिकारी और फिर जाँच के लिए आये रोज एक अर्जी वाट्सप पर भेजकर जांचे करवाई जा रही है ये कतई बर्दाश्त नही होगा-एक और ओझा ने कहा भर्स्ट अधिकारी कोर्ट जब तक किसी व्यक्ति को गलत नही ठहराया जाता तब तक चाहे में हु चाहे आप चाहे कोई भी हो उनके खिलाफ किसी प्रकार का तथ्य नही तब तक कोई भी व्यक्ति किसी के बारे में गलत नही बोल सकता जांच जब तक मेरे पास सूचना तक नही और कर्मचारी अधिकारी जांच के लिये पहुंच गए ये कतई बर्दाश्त नही होगा-निवर्तमाम सरपंच चम्पालाल ओझा