“नालसा रालसा के निर्देश पर डालसा की पहल ”

“सम्पूर्ण झुंझनू में 45 साक्षरता शिविरो से 500 व्यक्तियों को गांव-गांव, ढ़ाणी-ढ़ाणी में विधिक जानकारी पहुँची ”

झुंझुनूं,(दिनेश”अधिकारी”)।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा)द्वारा दिनांक 17 सितंबर, शनिवार को संपूर्ण जिले में सघन विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव न्यायधीश श्रीमती दीक्षा सूद ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली (नालसा)तथा राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर(रालसा) के तत्वावधान में संपूर्ण जिले में गांवों तथा ढाणियों तक पहुंच सुनिश्चित करते हुए विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन किया गया।

प्राधिकरण सचिव न्यायधीश श्रीमती सूद द्वारा जिला कारागृह झुंझुनूं में विधिक साक्षरता षिविर का आयोजन कर उपस्थित बंदिजन व अन्य स्टाफ कारागृह को राजकीय सम्प्रेषण एवं किषोर गृह झुंझुनूं में माननीय नालसा एवं रालसा द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए पम्पलेटस वितरित किए । इस अवसर पर प्राधिकरण सचिव द्वारा उपस्थित सभी को बाल विवाह रोकथाम हेतु शपथ भी दिलाई गई।

प्राधिकरण सचिव श्रीमती दीक्षा सूद ने बताया कि आज महिला एवं बाल विकास विभाग, झुंझुनूं, पैनल अधिवक्ता तथा पैरा लीगल वॉलेन्टीयर्स, आषा सहयोगनियों, आगनबाड़ी कार्यक्रताओं द्वारा संम्पूर्ण झुंझुनूं में विधिक साक्षरता षिविरों का आयोजन कर समाज के गरीब, असहाय, सामाजिक-आर्थिक एवं सांस्कृतिक रूप से कमजोर एवं जरूरतमंद वर्ग को गॉंवों, ढाणियों, बस्ती क्षेत्रों, पंचायतों एवं ग्राम पंचायतों में जाकर विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। प्राधिकरण द्वारा दी जा रही निःशुल्क विधिक सेवाओं व अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से आमजन को अवगत करवा कर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता का प्रचार-प्रसार किया गया। इस अवसर पर सम्पूर्ण जिले में 45 विधिक साक्षरता षिविरों का आयोजन किया जाकर लगभग 500 व्यक्तियों को गांव-गांव, ढ़ाणी-ढ़ाणी जाकर लाभान्वित किया गया।

श्रीमती दीक्षा सूद ने बताया की विधिक जानकारियों के अभाव में जरूरतमंद एवं योग्य लाभार्थी प्राधिकरण द्वारा उपलबध कराई जाने वाली सेवाओं से वंचित नहीं रहने चाहिए। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच बनाकर सेवाएं उपलब्ध कराना प्राधिकरण का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए प्राधिकरण द्वारा समाज के कमजोर वर्गों के लोगों को उनके अधिकारों से अवगत करवाने एवं नालसा, रालसा एवं सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन उपलबध करवाने के लिए विधिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर जानकारी दी गई।