बाड़मेर/ बाड़मेर दिसम्बर प्रारम्भ में विशाला गांव में लूट के इरादे से हुए हत्याकांड का खुलासा कर लिया। पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया की बाबुराम पुत्र दुर्गाराम जाति नाई निवासी विषाला पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण ने बमुकाम घटना स्थल विषाला पर लिखित मे रिपोर्ट पेश की कि मेरे पिता दुर्गाराम अपने आवास मे अकेले रहते थे आज शाम के करीब 08.00 बजे बाबुखा पुत्र दीनाखा मिरासी अपने घर से बस स्टेण्ड जा रहा था तब उसने मेरे पिताजी के चिल्लाने की आवाज सुनकर मेरे चचेरे भाई जोगाराम व तनुराम को बताया तब जोगाराम व तनुराम ने जाकर मेरे पिताजी को सम्भाला तो वह लहूलुहान था तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी मेरे को सुचना करने पर मै मौका पर आया, मेरे पिताजी के पेट मे धारदार हथियार के घाव थे उसके कानो मे पहने सोने के गोखरु, हाथ की पाॅच सोने की अगुठीया, गले मे पहना सोने का डोरा सब गायब थे, किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरे पिता दुर्गाराम की हत्या कर सोने के गहने लुट लिये है, वगैरा रिपोर्ट पर प्रकरण संख्या 159/2019 धारा 458, 302, 397 भा.द.स मे दर्ज कर अनुसंधान थानाधिकारी दीपसिह उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण द्वारा षुरु किया गया।

घटना की गंम्भिरता व टीम का गठनः-
उक्त घटना की गंम्भिरता को देखते हुऐ जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर शरद चैधरी द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक बाड़मेर श्री खीवसिह भाटी व वृताधिकारी वृत बाड़मेर श्री विजयसिह चारण के पर्यवेक्षण व निकटतम सुपरविजन मे दीपसिह चैहान उ.नि.थानाधिकारी पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण मय स्टाफ की टीम का गठन कर प्रकरण मे अज्ञात मुलजिमानो की तलाष व दस्तियाबी के निर्देष दिये गये।
टीम द्वारा अब तक की गई *कार्यवाही का विवरणः-*
दीपसिह चैहान उ. नि. थानाधिकारी पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण के नेतृत्व मे गठित टीम द्वारा कार्यवाही करते हुऐ घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना स्थल से सम्बधित साक्ष्यो को एकत्रित किया जाकर मुखबिर मामुर कर उनसे निरन्तर सम्पर्क कर आसुचनाओ व बीटीएस डिटैल व मौबाईल कौल डिटैल आधार पर अज्ञात मुलजिमान की तलाष कर संदिग्ध षब्बीरखा पुत्र बाबुखा जाति मिरासी उम्र 22 साल निवासी विषाला को दस्तियाब कर पुछताछ की गई तो मुलजिम ने घटना को अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर दुर्गाराम की हत्या करना कबुल किया।

तरीका वारदातः-
मृतक दुर्गाराम हमेशा अपने बदन पर सोने के गहने पहनकर रखता था मृतक के कानो मे सोने के गोखरु, गले मे सोने की चैन व दोनो हाथो की अंगुलीयो मे सोने की अगुठीया पहन कर रखता था तथा पहाड़ी की तलहटी मे अकेला रहता था विषाला आबादी गांव से आरोपीयो के निवास तक जाने वाला रास्ता मृतक दुर्गाराम के आवास के आगे से होकर गुजरता है आरोपी षब्बीरखा की नियत दुर्गाराम के गहने लुटने की थी जिसके लिये आरोपी शब्बीरखा ने दुर्गाराम की हत्या कर गहने लुटने का प्लान बयाना और अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर घटना के रोज पहले दुर्गाराम की रैकी की, और उसके बाद शाम के वक्त दुर्गाराम अपने आवास पहुॅचा तो दोनो आरोपीयो ने दुर्गाराम के बदन पर चाकु से वार कर उसके कानो मे पहने सोने के गौखरु, गले मे पहना सोने का डोरा व दोनो हाथो की अगुलीयो मे पहनी सोने की पाॅच अगुठीयो को लुट लिये, घटना के बाद आरोपी गांव मे ही रहा व मृतक दुर्गाराम के हत्यारो के पकड़ने की अन्य ग्रामीणो के साथ माग करने मे भी साथ रहा ताकि उस पर कोई षक नही करे, उसके बाद मुख्य आरोपी षब्बीर पुना चला गया, प्राप्त साक्ष्यो से आरोपी शब्बीर खा पर षक होने पर पुलिस द्वारा एक टीम को पुना भेजा जाकर आरोपी को दस्तियाब कर बाद पुछताछ गिरफ्तार किया गया है जिससे गहनता से पुछताछ जारी है।