बीकानेर, अक्टूबर। खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणि प्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की अज्ञानुवती प्रवर्तिनी साध्वीश्री शशि प्रभा श्री जी म.सा. के सान्निध्य व साध्वी सौम्यगुणा के संयोजन में आयोजित तीन दिवसी मां सरस्वती देवी जाप रविवार को विशेष पूजा, आरती, भक्ति गीत व नृृत्य के साथ संपन्न हुआ। रविवार को ही चारों दादा गुरुदेव की विचरण स्थली बीकानेर में प्रथमबार ’’एक लाख तीस हजार गुरु इकतीसा पाठ शुरू हुआ। पाठ 10 नवम्बर तक चलेगा।

देवी सरस्वती के जाप अनुष्ठान के समापन पर मंत्रोच्चारण से दादा गुरुओं की प्रतिमाओं को साध्वीश्री शशि प्रभा व सौम्यगुणा ने प्रतिष्ठत किया। सरस्वती जाप अनुष्ठान के समापन पर वासक्षेप आदि से देवी की प्रतिमाओं, यंत्रों को अभिमंत्रित किया गया। स्कूल काॅलेज के विद्यार्थी, श्रावक-श्राविकाओं ने दिन भर बैठकर सरस्वती के बीज मंत्र का जाप किया तथा पूजा व आरती में हिस्सा लिया। ढढ्ढा कोटड़ी में विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं व श्रावक-श्राविकाओं के सैलाब के कारण बैठने की जगह की कम पड़ गई। साध्वीवृंद ने सरस्वती पूजन को उजागर करते हुए कहा की ’’ऊं ऐं नमःः’’ सरस्वती के बीज मंत्र का जाप सनातन व जैन संस्कृृति सहित विभिन्न धर्मों में सम्मान से किया जाता है। इससे सद्बुद्धि आती है तथा बुद्धि कुशाग्र बनती है। वाणी व अन्य दोष निवारण होते है।

साध्वीश्री सौम्य गुणाश्रीजी, जयपुर की सुनीता शाह ने सरस्वती के भजनों तथा आयुषी सावनसुखा, टिविंकल नाहटा, मान्या प्रांजल, किर्तन्य व खुशाल ने देवी शारदा के भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। देवी सरस्वती का स्वरूप् नेहा पारख ने धारण किया। समारोह में जयपुर खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष प्रकाश चंद लोढ़ा, अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रेणु खजांची, बीकानेर खरतरगच्छ युवा परिषद को राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ संस्था का सम्मान मिलने पर राजीव खजांची, अनिल पारख, अनिल सुराणा, प्रवीण लूणिया, विक्रम भुगड़ी, प्रवेश मुसरफ, शिक्षक रंजीत शर्मा, शिक्षिका अनीता कोचर, अनुराधा जैन, विजय कोचर, धर्मनिष्ठ नन्हें बालक किर्तन्य का सम्मान चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल, खरतरगच्छ संघ के अशोक पारख, महिला परिषद अध्यक्ष चारू नाहटा ने किया। खरतरगच्छ युवा परिषद सचिव मनीष नाहटा ने बीकानेर में पहली बार सरस्वती देवी के महाजाप में सक्रिय भागीदारी निभाने पर आभार जताया।

माहेश्वरी महिला समिति की सदस्य श्रीमती पुष्पा दरगड़, पूजा का लाभ लेने वाले श्रीपाल नाहटा आदि ने सरस्वती महापूजन को आत्म चेतना जागृत करने के लिए अनूठा बताया। उन्होंने कहा कि देवी सरस्वत ीके जाप से उन्हें सकुन व आत्मिक शांति मिली है। सोफिया स्कूल के छात्रा खुशबू मुसरफ ने बताया कि जाप के दौरान ऐसा लगा की देवी सरस्वती का वरद हस्त मौजूद है।