बीकानेर।ओम एक्सप्रेस-पत्र में कहा गया है कि भगवान श्री विश्वकर्मा जी का पूजन दिवस तिथि के अनुसार हर वर्ष 17 सितम्बर को ही मनाया जाता है, अत: भगवान श्री विश्वकर्मा जी के पूजन दिवस के अवसर पर देश भर में संचालित संपूर्ण कारखाने, कारीगर, उद्योग, मशीनरी से जुड़े समस्त व्यवसाय, सरकारी संस्थान सहित अन्य के द्वारा 17 सितम्बर को भगवान श्री विश्वकर्मा जी का पूजन किया जाता है और उस दिन अवकाश रखकर पूजन दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। अत: महोदय जी हमारे इन बिन्दुओं पर ध्यान देते हुए 17 सितम्बर को अवकाश घोषित करने का कष्ट करें।

:- निवेदन है कि प्रदेश और देश में हम भगवान श्री विश्वकर्मा जी के वंशजों की संख्या लाखों में है। वहीं तकनीक से संबंधित समस्त शिक्षा संस्थानों, महाविद्यालयों, आईटीआई, वर्कशॉप, शासकीय-अशासकीय फैक्ट्री में काम करने वाले व काम सीखने वाले भी भगवान श्री विश्वकर्मा जी के पूजन दिवस के अवसर पर सभी कार्य से विरत रहते हुए उस दिन औजारों व भगवान विश्वकर्मा की पूजन अर्चना का कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

:- भगवान श्री विश्वकर्मा जी का पूजन दिवस न केवल विश्वकर्मा समाज के द्वारा पूरे देश में मनाया जाता है, बल्कि हर समाज और हर वर्ग के सामाजिक बंधु भगवान विश्वकर्मा जी का पूजन दिवस मनाते हैं।

:- संपूर्ण देश में संचालित होने वाले कारखाने, मशीनरी उपकरण, उद्योग व अन्य व्यवसाय सहित अन्य में भगवान श्री विश्वकर्मा जी का पूजन दिवस मनाया जाता है।

:- वर्तमान में तकनीक विकास का प्रभावी माध्यम है। उसके बिना विकास की परिकल्पना करना असंभव है। इसलिए तकनीक के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर सम्पूर्ण देश सहित प्रदेशों में अवकाश की घोषणा उचित होगी।

:- पुरातन काल से तकनीकी शिक्षा केन्द्रों, वर्कशॉप में, इंजीनियरिंग कॉलेजों में भगवान विश्वकर्मा के पूजन अर्चन का कार्यक्रम किया जाता है। इस दिन यंत्रों की पूजा करते हुए उन्हें कार्य के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है। अत: इस दिन का अवकाश आयोजन में सहायक होगा।

:- आज भारत अपने तकनीक के बल पर चन्द्रयान 2 के माध्यम से विश्व का चौथा ऐसा देश बनने जा रहा है जिसने चांद की धरती पर जाने का कारनामा कर दिखाया है। इस उपलब्धि के लिए भगवान विश्वकर्मा का धन्यवाद करते हुए उनकी जयंती पर अवकाश का फैसला उचित होगा।

:-भगवान श्री विश्ववकर्मा की जयंती 17 सितंबर को ही सभी प्रतिष्ठानों, तकनीकी शिक्षा संस्थानों, व भगवान श्री विश्वकर्मा के मंदिरों में पूजा अर्चना सहित प्रतीक के रूप में यंत्रों और औजारों की सफाई अंजाम दी जाती है। जिसके लिए अवकाश की आवश्यकता हमेशा से महसूस की जाती रही है। विश्वकर्मा समाज इस अवसर पर प्रभारी मंत्री से प्रार्थना करता है कि इस दिन अवकाश की घोषणा करते हुए आयोजनों में सरकार अपना सहयोग प्रदान करे।

:- भगवान श्री विश्वकर्मा के वंशजों व पारंपरिक अनुयायियों की सुविधाओं को मद्देनजर रखते हुए भगवान श्री विश्वकर्मा जी की जयंती 17 सितंबर केा सार्वजनिक अवकाश रखे जाने की मांग की जाती है। हमे आशा ही नहीं वरन् पूर्ण विश्वास है कि इस मांग पर मुहर लगाते हुए आप समाज की उम्मीदों का सम्मान करेंगे।
👉 महामहिम आप श्री से अनुरोध है कि काफी समय से अनेक संगठनों द्वारा हर प्रांत व केंद्र सरकार के सामने मांग रखी गई है कृपया आप द्वारा केंद्र सरकार को कार्रवाई करवा कर आदेश दिलवाने की कष्ट करें