हर्षित सैनी
रोहतक, 18 फरवरी। लड़कियां शिक्षा, कौशल विकास एवं स्वास्थ्य पर ध्यान दें। जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए परिजनों के साथ बेहतर संवाद कर प्रगति पथ पर आगे बढ़ते हुए स्वनिर्भर बनें। जीवन में स्वनिर्भरता ही महिला सशक्तिकरण की राह प्रशस्त करेगी।
यह उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के महिला अध्ययन केन्द्र की निदेशिका प्रो. पुष्पा दहिया ने आज राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, पाकस्मा में छात्राओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मदवि के महिला अध्ययन केन्द्र के तत्वावधान में इस विद्यालय में आज-महिला सशक्तिकरण विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अपने संबोधन में प्रो. पुष्पा दहिया ने छात्राओं को जीवन में सफलता प्राप्ति का मूलमंत्र दिया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जब तक महिलाएं खुद के पैरों पर खड़ा नहीं होगी, तब तक महिला सशक्तिकरण की बात बेमानी होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण में बेहतर शिक्षा एवं बेहतर रोजगार अहम कड़ी हैं।

उन्होंने छात्राओं से अपने व्यक्तित्व का विकास करने एवं साफ्ट स्किल्ज को विकसित करने का आह्वान किया। साथ ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने व आसपास इस बारे जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया।
महिला अध्ययन केन्द्र की उपनिदेशिका डा. नीरजा अहलावत ने इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए छात्राओं को स्वावलंबी बनने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि छात्राएं अपने अंदर निर्णय लेने की क्षमता विकसित करें।
समाज शास्त्र विभाग की प्रोफेसर डा. सुप्रीति व बॉटनी विभाग की सहायक प्रोफेसर डा. आशा शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे और छात्राओं को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
पीजीआईएमएस, रोहतक की डा. कुसुम तथा योगा ट्रेनर नवनीत ने छात्राओं को स्वास्थ्य बारे जागरूक किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए शरीर का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने स्वस्थ जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण टिप्स छात्राओं के साथ सांझा किए। मदवि विद्यार्थियों- सुमन, नीरज, नवनीत, विरेन्द्र व प्रीति राज ने भी इस अवसर पर छात्राओं से संवाद करते हुए उन्हें लिंग भेटभाव, लिंग असमानता समेत अन्य महत्त्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों बारे जागरूक किया।

विद्यालय की प्राचार्या पूनम शर्मा ने अभिभावकों को विद्यार्थी व शिक्षक के बीच की महत्त्वपूर्ण कड़ी बताया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राध्यापक, छात्राएं एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे।