दुनियाभर में फैल रही खतरनाक महामारी कोविड-19 के कारण इन दिनों कमोबेश पूरा भारत घरों में बंद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 21 दिनों के लॉकडाउन के चलते ख़बरों के लिए अब टेलीविजन चैनलों, न्यूदज़ वेबसाइटों और अखबारों पर निर्भरता बढ़ी है। लेकिन लॉकडाउन ने मीडिया के काम के दायरे को भी काफी हद तक प्रभावित किया है| एक ओर जहाँ पत्रकारों की आवाजाही काफी सीमित हो चुकी है, वहीँ अनेक आयोजन भी निरस्त हो रहे हैं। यह स्थिति महानगरों और अन्यक शहरी इलाकों में है, जहां साक्षरता की दर अधिक है और इसी तरह मीडिया तथा एफएम स्टेऔशनों की पहुंच भी ज्या दा है। लेकिन क्याए आपने सोचा है कि ग्रामीण भारत इस महामारी से किस प्रकार निपट रहा है?

ट्रैंडिंग शॉर्ट वीडियो ऍप VMate, जिसे ‘ग्रामीण भारत का टिक टॉक’ भी कहा जाता है, पर यूज़र्स के वीडियो से देश के ग्रामीण इलाकों की तस्वी रें सामने आ रही हैं| इन वीडियो में देखा जा सकता है की जिस अभूतपूर्व संकट ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले लिया है, इस से ग्रामीण भारत कैसे निपट रहा है। इस शॉर्ट वीडियो ऍप पर क्रिएटंर्स के वीडियो यह दिखा रहे हैं कि किस तरह विभिन्न एजेंसियां संकट की घड़ी में पूरी मुस्तै दी से काम के मोर्चे पर तैनात हैं और गांवों तथा दूरदराज के इलाकों में बसे लाखों लोगों तक पहुंचने के लिए संचार के हर माध्यरम का प्रयोग कर रही हैं।

Link – https://www.youtube.com/watch?v=jBZR0b6G9VQ&feature=youtu.be

हम में से जो लोग महानगरों से बाहर पले- बढ़े हुए हैं, उन्होंीने साइकिलों या ऑटोरिक्शा ओं पर लाउडस्पीरकरों के जरिए सिनमाघरों में नई फिल्मों के प्रदर्शन की मुनादी वाले दृश्यर जरूर देखे होंगे। VMate पर उपलब्ध वीडियो ने दर्शाया है कि सरकारी तंत्र और एजेंसिया भारत के गांवों में इस महामारी/लॉकडाउन से संबंधित जानकारी अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए इसी माध्येम का इस्तेामाल कर रही हैं। उत्तधर प्रदेश में बलिया के एक यूज़र जितेश कुमार ने अपने एक वीडियो के जरिए दिखलाया है कि किस प्रकार सरकारी अधिकारी वायरस से बचाव के लिए ‘क्याो करें और क्या न करें’ जैसी जरूरी जानकारी साइकिल पर घूम-घूमकर दे रहे हैं। इस वीडियो में दिखाया गया है कि किस प्रकार इन सूचनाओं को सुनने के बाद घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह का पालन श्रोताओं द्वारा किया जा रहा है।

बिहार के समस्तीपपुर जिले से यूज़र मैक्सा खान द्वारा पोस्ट किए वीडियो में ऑटोरिक्शा ओं से की जा रही घोषणाओं को दिखाया गया है। इन घोषणाओं के मार्फत लोगों को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि कोविड-19 वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए अभी भी उपाय किए जा सकते हैं। इसी तरह, जहानाबाद के प्रिंस लाल गबरू के वीडियो में एक पुलिस जीप लोगों को लॉकडाउन की जानकारी दे रही है और उन्हेंक घरों के अंदर रहने का संदेश दिया जा रहा है। इस घोषणा के जरिए लोगों को यह भी बताया जा रहा है कि आवश्यदक वस्तुेओं की दुकानें पहले की तरह खुली रखी गई हैं।

VMate यूज़र दीपक ने फरीदाबाद की एक पुलिस जीप का वीडियो शेयर किया है जिसमें पुलिस लोगों को बिना किसी ठोस कारण के घरों से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दे रही है। एक अन्य शॉर्ट वीडियो क्रिएटिर संगहो जमाली ने भी इसी तरह की घोषणा संबंधी एक वीडियो डाला है लेकिन यह घोषणा किसी ग्रामीण इलाके में प्रादेशिक बोली में की जा रही है और इसमें लॉकडाउन की अवधि में रिश्ते दारों तक से न मिलने की बात कही गई है।

VMate के प्लेहटफार्म पर शेयर किए जा रहे इन वीडियो के जरिए यह समझ में आता है कि ग्रामीण भारत उस वैश्विक संकट से किस प्रकार निपट रहा है जिसने दुनियाभर की सबसे मजबूत अर्थव्य वस्था ओं को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है। हालांकि ज्याबदातर सोशल मीडिया प्लेसटफार्म ट्रैंडिंग हैशटैग्सर और मोनोलॉग वीडियो से भरे पड़े हैं लेकिन VMate ने, जो कि दुनियाभर में 10 सर्वाधिक डाउनलोड की जाने वाली सोशल मीडिया ऍप्सू में से एक है, कोरोना वायरस के खिलाफ ज़मीनी स्तार पर लड़ी जा रही असली जंग को दिखाया है।