मुकेश पूनिया
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बंधी के खेल में सीएम की पांबदी भी फेल
पांबदी के बावजूद रात आठ बजे बाद थोक के भाव बिक कर रही दारू का मामला शासन के ऊपरी गलियारों तक सुर्खियों में छाया हुआ है,खास बात यह है कि सीएम अशोक गहलोत भी आबकारी अफसरों को सख्त लहजे में हिदायत दे चुके है कि ठेकों पर रात आठ बजे बाद किसी भी सूरत में शराब नहीं बिकनी चाहिए,पांबदी की पालना के लिये प्रशासन और पुलिस के अफसरों को भी सख्ताई से पाबंद किया जा चुका है,लेकिन करोड़ो की बंधी के खेल में सीएम की पाबंदी बदी पूरी तरह फेल हो रही है। इस मामले में हमारा बीकानेर भी किसी से पिछड़ा हुआ नहीं है। यहां तो शराब के बंद ठेकों में शट्टरों के नीचे और जाली-झरोखों से दुगुनी तादाद में दारू बिकती है। मजे कि बात तो यह है कि अब सीएम सॉब जब कभी भी रात आठ बजे बाद दारू की बिक्री पर पांबदी का फरमान देते है तो हरामखोर जमात के अफसर पांबदी की पालना में बंधी दुगुनी बढा देते है। जानकारी में रहे कि बंधी का यह खेल पिछली सरकार के शासनकाल के बदस्तूर चला आ रहा है,शासन प्रशासन में किसी माई के लाल में हिम्मत नहीं है जो बड़े पैमान पर चल रहे इस खेल को बंद करवा दे..मगर फिलहाल सब खैरियत है।

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हमारे आयुक्त की दबा रखी है नब्ज
हमारा नगर निगम प्रशासन मौके पर कार्रवाई करने के बजाय सुर्खिया बटोरने पर ज्यादा जोर देता नजर आ रहा है। दो-तीन माह पहले निगम के आयुक्त सॉब ने शहर में अवैध बिल्ंिडगों और अवैध संचालित मैरिज पैलेसों पर तगड़ी कार्यवाही की मंशा जाहिर कर मीडिया की सुर्खियों बटोर ली,उनके तैवरों को देखकर उम्मीद बंधी थी कि इस बार तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी। पर, ये क्या? बात चाहे अवैध बिल्डिंगों पर कार्यवाही की हो या अवैध संचालित हो रहे मैरिज पैलेसों को सीज करने की,हुआ कुछ भी नहीं है। ऐसे में आयुक्त साहब की मंशा असलियत में कितनी कारगर होगी यह तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा। अंदर की खबर है कि आयुक्त साहब तो बड़ी कार्यवाही के लिये पूरी तरह तैयार थे लेकिन बीकानेर में सत्ता और शासन के दबंगों ने उनकी नब्ज दबा दी…मगर फिलहाल सब खैरियत है।

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बेनामी संपति माफियाओं की नींद हुई हराम
खबर है कि रियल एस्टेट सेक्टर में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए केंद्र की मोदी सरकार एक बड़ा कदम उठा सकती है। सरकार जल्द ही प्रॉपर्टी को मालिक के आधार कार्ड से लिंक करने के फैसले की घोषणा कर सकती है। इससे न सिर्फ फर्जीवाड़ा रुकेगा, बल्कि बेनामी संपत्ति का भी पता लग सकेगा और लोगों की एक से अधिक संपत्तियों की पहचान होगी,साथ ही सरकार का टैक्स कलेक्शन भी बढ़ सकेगा,काला धन समाप्त होगा और रियल एस्टेट सेक्टर में धोखाधड़ी खत्म होगी। बड़े अखबारों में छपी इस छोटी सी खबर का असर बीकानेर में भी देखने को मिला और इस खबर ने यहां हरामखोरी के दम पर अरबों की संपति की मालिक बने बैठे बेनामी संपति माफियाओं की नींद हराम कर दी,कईयों की नींद तो इस कदर हराम हो गई है उन्हे अपनी बेनामी संपतिया हाथ से फिसलती दिखने लगी है…मगर फिलहाल सब खैरियत है।

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फोटों खिंचाने वाले नेताओं की मंडली बनी भाजपा
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के एक साल के शासन की विफलताओं को लेकर शहर भाजपा की ओर से सोमवार को गांधी पार्क में सामुहिक उपवास के दौरान पार्टी के कई नेता नजर आये लेकिन कार्यकर्ताओं की झलक देखने को नहीं मिली,खास बात यह रही कि जो नेता उपवास पर बैठे दिखे वह भी फोटों खिंचाने के बाद चलते बने। इसे लेकर कोई गैर नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ता की मुखरित रूप से कह रहे कि बीकानेर शहर भाजपा अब फोटों खिंचाने वाले नेताओं की मंडली बन कर रही है,कार्यकर्ता यह कहने से भी नहीं चूक रहे कि समय रहते शहर भाजपा की इस मंडली में बदलाव नहीं किया गया तो आने वाले दौर में धरने प्रदर्शनों के दौरान भाजपा को किराये के कार्यकर्ताओं का बंदोबश्त करना पड़ेगा,मगर फिलहाल सब खैरियत है।