ओम एक्सप्रेस ब्यूरों रिपोर्ट सुपौल (बिहार)

सरकार ,प्रशासन और समाज जहां कोरोना वायरस से चिंतित है, तमाम सावधानियाँ एवं जागरूकता के लिये दिन रात सजग है,वही इस महामारी के इलाज़ के लिये सुपौल सदर अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में प्रतिनियुक्त कर्मी लापरवाह बने है।उनको वरीय अधिकारियों के द्वारा दिये निदेश और कर्तव्यों की कोई चिंता नही है।ये तस्वीर है बृहस्पति बार के शाम लगभग 8 बजे की, जहाँ आइसोलेशन वार्ड के गार्ड बगल के कुर्सी पर आराम कर रहे थे,

आइसोलेशन वार्ड में ताला लटका हुआ था, देखने से खबर अच्छी लगी कि सुपौल में कोरोना वायरस के कोई संदिग्ध मरीज नही है, लेकिन दीवाल पर चस्पा जिला प्रशासन व अस्पताल प्रशासन के आदेश की इस बार्ड में 24/7 महिला कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयीं है, लेकिन मौके पर महिला कर्मियों को अनुपस्थित देखकर गार्ड से जानकारी लिये तो वो बोला कि शाम 6 बजे तक था उसके बाद वो कहाँ गयी ,मुझे नही पता ,फिर गार्ड बोला कि रुकिये उनको ढूंढ़ के लाते हैं,लेकिन कुछ देर के बाद गार्ड आकर बोलता है कि वो नही मिली ,और बताया कि यहाँ दिन के 2 बजे से रात 9 बजे तक आशा टुडू नामके महिला कर्मी की डयूटी थी, लेकिन पता नही अभी वो कहाँ है।अब सबाल ये है कि इस बीमारी के संदिग्ध यदि कोई मरीज आते है तो उस स्थिति में ऐसे लापरवाह महिला कर्मियों के भरोसे कैसे समुचित ईलाज हो सकेगा।