बीकानेर, 15 दिसम्बर। हमारा उन्नति संस्थान द्वारा संस्कृति आर्य गुरुकुलम् राजकोट के सहयोग से सोलहवां निःशुल्क स्वर्णप्राशन संस्कार समारोह रविवार को पुष्यनक्षत्र के अवसर पर आयोजित किया गया। संस्थान के मधुसूदन व्यास ने बताया कि इस दौरान दस केन्द्रों पर शून्य से 14 वर्ष तक के 597 बच्चों ने स्वर्णप्राशन की दवा ली।

उन्होंने बताया कि स्वर्णप्राशन बच्चों के लिए आयुर्वेदिक महावरदान है। महर्षि कश्यप द्वारा लगभग 3 हजार वर्ष पूर्व इसे बनाया गया। कश्यप संहिता में इसका वर्णन मिलता है। उन्होंने बताया कि अब तक 16 बार साढे पांच हजार से अधिक बच्चों का यह दवा दी जा चुकी है। स्वर्णप्राशन की दो बूंद हमेशा लेने वाले बच्चों को आशातीत लाभ हुआ है। रविवार को लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर के सत्संग भवन, रूद्र युवा विकास मंच कार्यालय, जयनारायण व्यास काॅलोनी में करंट बालाजी मंदिर, विवेकनाथ बगीची के पास बाबा स्वदेशी केन्द्र, मुरलीधर व्यास नगर के पुष्प विला, गंगाशहर के ऋषभदेव नेचुरल तथा मां करणी इंद्र बाईसा मंदिर, गोगागेट सर्किल स्थित गणेश मंदिर, गोस्वामी चैक स्थित हैल्पिंग हैंड फाउण्डेशन, जनता प्याऊ के पास स्थित गायत्री मेडिकल एवं जनरल स्टोर तथा पुरानी गिन्नाणी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में यह समारोह आयोजित किया गया।