बीकनेर 26 जनवरी । हजरत ख़्वाजा पीर महबूब बख्श चिश्ती (रह.) के 57वां उर्स मुबारक के अवसर पर मोहल्ला चूनगरान में शनिवार को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।

उर्स के अवसर पर जोहर की नमाज़ के बाद मेहबूब मस्जिद में चिश्ती बाबा के मजार पर कुरआनख्वानी का आयोजन किया गया । दारूल उलूम गरीब नवाज, सुभाषपुरा ओर चिश्तिया एकता कमेटी मस्जिद की गली द्वारा अलग अलग चद्दर जुलूस निकाले गये । शाम को मोहम्मद हसन राजा एन्ड पार्टी द्वारा तेलीवाड़ा रोड पर लंगर का आयोजन किया गया । दरगाह के सज्जादानशीन पीर गुलाम अल्लाह बख्श चिश्ती ने फातेहा से लंगर का शुभारंभ किया । लंगर में सेकड़ो जायरीन को लंगर का तबर्रुक बांटा गया ।

महफिले क़व्वाली में जायरीन भाव विभोऱ
रात्रि में चूनगरान चोक में महफिले कव्वाली का आयोजन किया गया, जिसमे जोधपुर के जफर अमीन साबरी कव्वाल पार्टी ने रूहानी कलाम सुनाकर जायरीन को भाव विभोऱ कर दिया । महफ़िल की सदारत सज्जादानशीन पीर गुलाम अल्लाह बख्श चिश्ती ने की । क़व्वाल पार्टी ने चिश्ती बाबा की शान में रूहानी कलाम “बेमिस्ल मुत्तक़ी है महबूब बख्श चिश्ती/हरदिल अज़ीज़ भी है महबूब बख्श चिश्ती/वो मंज़िले मक़सद पर इक रोज़ पहुंचेगा/जो नक़्शे कफे पाए महबूब पे चलता है” सुनाकर भाव विभोऱ कर दिया । क़व्वाल पार्टी ने इस्लाम के पैगम्बर हज़रत मुहम्मद साहब (सल्ल0) की शान में कलाम “जिसने दर-ए-रसूल पे सर को झुका दिया/मेरे खुदा ने उसका मुक़ददर बना दिया” पेश कर मंत्रमुग्ध कर दिया ।

रूहानी तक़रीर आज (रविवार को)
पीरज़ादा मोहम्मद सलीम चिश्ती ने बताया कि उर्स के तहत रविवार को शाम को चद्दर जुलूस ओर लंगर के कार्यक्रम होंगे । रात्रि में मकराना के मौलाना असलम रब्बानी साहब की रूहानी तक़रीर होगी ।