अनूप कुमार सैनी
रोहतक, 13अक्टूबर। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में बागी नेताओं के खिलाड़ी कड़ी कार्रवाई कर दी है। उन बागी नेताओं को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है। जिन्होंने पार्टी लाइन से बाहर जाकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।
दरअसल ये कांग्रेस नेता वे हैं, जो पार्टी हाईकमान से विधानसभा के लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन हाईकमान ने जब इन नेताओं की बजाए अन्य कांग्रेसी नेता को मैदान में उतारने का निर्णय लिया तो ये नेता बगावत पर उतर आएं। इन नेताओं ने न केवल खुलकर पार्टी की मुखालफत शुरू कर दी बल्कि उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी के खिलाफ बतौर आजाद प्रत्याशी चुनाव में अपने परचे भी भर दिए। हालांकि कांग्रेस के आला नेताओं ने इन बागी नेताओं को मानने का भरसक प्रयास भी किया मगर जब बात नहीं बनी तो हारकर पार्टी को अब उन्हें निष्कासित करना पड़ रहा है।

पार्टी से निष्कासित किए गए इन नेताओं में आठ पूर्व विधायक व अन्य कांग्रेसी नेता शामिल है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा एवं सांसद कुमारी सैलजा ने 16 व्यक्तियों को पार्टी के संविधान का उल्लंघन करने और 2019 के विधान सभा चुनाव पार्टी विरोधी के रूप में लड़ने के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

सैलजा ने बताया कि निष्कासित नेताओं में पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, पूर्व मंत्री आजाद मोहम्मद, पूर्व विधान सभा उपाध्यक्ष जिले राम शर्मा, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव नरेश यादव, पूर्व विधायक नरेल सेलवाल, रामनिवास घोड़ेला व राकेश कंबोज शामिल हैं।
इसके अलावा चित्रा सरवारा, अनमदीप कौर, गजे सिंह कबलाना, प्रेम मलिक, अंजना वाल्मीकि, मोहित धनवंतरी, अजय अहलावत व रवि खत्री भी शामिल है। सैलजा के अनुसार इन व्यक्तियों को पार्टी उम्मीदवार के विरूद्ध विधान सभा चुनाव लड़ने के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है।