सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता राजेंद्र सिंह चंदेल ने कहा कि आज देश में मोदी सरकार हमेशा की तरह महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद सख्त व संवेदनशील है। हाथरस कांड की घटना के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार निष्पक्ष रूप से जांच का कार्य कर रही है, वो दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने का कार्य करेगी। लेकिन फिर भी आयेदिन विपक्षी दलों के राजनेता महिलाओं से जुड़े इस बेहद संवेदनशील और ज्वंलत मुद्दे पर ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिसको लेकर हमारे सभ्य समाज में हर तरफ़ बहुत ज्यादा चिंता व्यक्त की जा रही है। आज जब हम लोगों के सामने नारी की अस्मिता की रक्षा करने के लिए बलात्कार-मुक्त समाज बनाने का सवाल खड़ा है, तो उस समय कुछ राजनेता एक ज्वंलत समस्या का समाधान में सहायक बनने की जगह लोगों को भड़का कर अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं। आज जब हम सभी लोगो के सामने यह प्रश्न खड़ा है कि सिर्फ कानून बनाकर या प्रशासन के जरिए बलात्कार-मुक्त समाज बनाने की कोशिश अपने आपको धोखा देने से ज्यादा कुछ नहीं है, कानून व प्रशासन रेप के अपराध को कम करने में व पीडित पक्ष को न्याय देने में तो सक्षम है, लेकिन इस तरह के जघन्य अपराध पर रोक लगाने के लिए समाज व हम सभी लोगों को मिलजुलकर धरातल पर पहल करनी होगी। हमें खुद को व अपने बच्चों को सनातन धर्म की संस्कृति के अनुसार संस्कारवान बनाना होगा, जीवनदायी मातृशक्ति का दिल से सम्मान करना सिखाना होगा। लेकिन इस पर शुरुआत कैसे और कहां से हो?
इसको सोचने के लिए विपक्षी दलों के राजनेताओं के पास ना तो समय है ना ही इस तरह की जघन्य अपराध की घटनाओं को रोकने पर कोई ठोस सुझाव है।

जिस तरह से विपक्ष एक जघन्य अपराध की घटना पर ओछी राजनीति कर रहा है, वह बेहद शर्मनाक है, आने वाले समय में देश की जनता विपक्षी दलों के राजनेताओं के द्वारा हाथरस कांड पर की गयी ओछी राजनीति के शर्मनाक कृत्य के लिए उनको कभी भी माफ नहीं करेगी। जिस तरह से उत्तर प्रदेश के ओजस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जघन्य अपराध की इस घटना पर पहले तो एसआईटी घटित करके मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर ही सख्त कार्यवाही करके पुलिस के आलाधिकारियों को निलंबित किया, वह बहुत काबिलेतारीफ है और अब उन्होंने मामले की जांच सीबीआई से करवाने के लिए बोल दिया है, लेकिन फिर भी कुछ राजनेता इस मामले को जातिय रंग देकर प्रदेश का माहौल खराब करना चाहते है, वो प्रदेश में दंगा फसाद करवाना चाहते हैं, इस तरह की ओछी राजनीति प्रदेश की जनता के लिए ठीक नहीं है, जनता इसका विपक्षी दलों के राजनेताओं को समय आने पर मूँहतोड़ जवाब अवश्य देगी और उनको घर बैठाने का काम करेगी।