बीकानेर। सघन मिशन इन्द्रधनुष का लक्ष्य 2018 तक टीकाकरण के कवरेज को 90 प्रतिशत तक लाना है लेकिन बीकानेर जिले में शत प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए ताकि शिशु मृत्यु दर को प्रभावी रूप से नीचे लाया जा सके। ये कहना था जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता का। वे मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सघन मिशन इन्द्रधनुष टीकाकरण अभियान को लेकर आयोजित जिला टास्क फोर्स की बैठक व प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पंचायती राज विभाग की अभियान में महती भूमिका को रेखांकित कर बेहतर समन्वय के साथ आगे बढऩे के निर्देश दिए। गौरतलब है कि माह अक्टूबर 2017 से शुरू हुए सघन मिशन इन्द्रधनुष चातुर्मासिक अभियान के तहत दुर्गम व कम टीकाकरण कवरेज वाले 107 स्थानों पर विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं जो हर माह की 7 तारीख से एक सप्ताहभर के मध्य लगाए जा रहे हैं।

माह दिसंबर व जनवरी चरण आयोजित होने शेष हैं। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने आईएमआई (इन्टेंसिफाईड मिशन इन्द्रधनुष) को एक बेहतरीन अवसर बताया उन्होंने कहा कि सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान कोई अतिरिक्त कार्यभार नहीं है बल्कि ये एक सुनहरा अवसर है कि हम अपने टीकाकरण के स्तर को ऊपर ले आएं और बच्चों को 9 जानलेवा बीमारियों से प्रतिरक्षित कर लें। अभियान के साथ लक्ष्य ही नहीं संसाधन और सहयोग भी मिल रहा है जिसका लाभ उठाया जाना चाहिए। आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने अभियान के तहत आयोजित होने वाले विशेष टीकाकरण सत्रों व आ रही समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि अभियान के अक्टूबर व नवम्बर के चरणों में जो समस्याएँ रही उन्हें आगामी 2 माह के चरणों में दूर कर गुणवत्तापूर्ण टीकाकरण सेवाएं दी जाएँगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. मंजुलता शर्मा ने जिला अभियान में विद्यार्थियों, एनएसएस व स्काउट के योगदान को जोडऩे की पैरवी की। इस अवसर पर विभिन्न मीडिया हाउस से पत्रकारों के अलावा उपनिदेशक आईसीडीएस रचना गुप्ता, जिला जनसंपर्क अधिकारी हरिशकर आचार्य, बीसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. सुरेन्द्र चैधरी, डॉ. श्याम बजाज, यूनीसेफ से ललित रंगा, डीपीएम सुशील कुमार, जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य, एनयूएचएम सलाहकार नेहा शेखावत सहित चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।