बीकानेर। यदि आपको बेटी जन्म पर मुख्यमंत्री शुभलक्ष्मी योजना के तहत 2100 रूपए की प्रोत्साहन राशि मिली थी, आपने बेटी का पूर्ण टीकाकरण भी करवाया था और किसी कारणवश आपने दूसरी किश्त प्राप्त नहीं की है तो अब जाग जाएं क्योंकि राज्य सरकार एक आखरी बार और इस योजना की द्वितीय किश्त का लाभ लाभार्थी तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। शुभलक्ष्मी योजना के तहत प्रथम किश्त के लाभार्थियों को राज्य सरकार की ओर से 31 जनवरी 2018 तक दूसरी किश्त प्राप्ति का अंतिम अवसर दिया जा रहा है। इस दौरान नियमानुसार आवेदन निवास स्थान के नजदीकी राजकीय चिकित्सा केंद्र पर कर 2100 रूपए की दूसरी किश्त प्राप्त की जा सकती है। इसके बाद भी यदि कोई आवेदन नहीं आता है, तो सरकार की ओर से भुगतान नहीं किया जा सकेगा। गौरतलब है कि अप्रैल 2018 से तो योजना की 3100 रूपए वाली तीसरी किश्त का भुगतान शुरू हो जाएगा। जिन्होंने प्रथम किश्त का लाभ नहीं लिया है उन्हें आगे किसी किश्त का लाभ नहीं मिलेगा।

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चिकित्सा विभाग के शासन सचिव व एनएचएम के मिशन निदेशक नवीन जैन ने इस आशय का अर्ध शासकीय पत्र सभी सीएमएचओ को भेजकर शत प्रतिशत लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने पर जोर दिया है। बेटी बचाओ-बेटी पढाओ राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है और बेटी जन्म को प्रोत्साहन देने से सम्बंधित इस योजना का लाभ शत प्रतिशत लाभार्थियों को मिले इसके भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि विभाग की मुख्यमंत्री शुभलक्ष्मी योजना 30 मई 2016 से बंद हो चुकी है अब मुख्यमंत्री राजश्री योजना के जरिए लाभ दिया जा रहा है। लेकिन जिन बालिकाओं को शुभलक्ष्मी योजना के तहत प्रथम किश्त स्वरुप 2100 रूपए का लाभ मिला था वे योजनान्तर्गत नियामानुसार 2100 रूपए की दूसरी और 3100 रूपए की तीसरी किश्त लेने की हकदार हैं क्योंकि उनपर अब भी शुभलक्ष्मी योजना ही लागू है। उन्होंने बताया कि आमजन से अपील के साथ ही विभागीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वंचित को लाभ मिले। वहीं आशाओं व एएनएम को निर्देशित किया गया है कि ऐसे वंचित लाभार्थियों को सूचित कर उन्हें किश्त लेने के लिए प्रेरित करें।
कहाँ करें आवेदन- डीएनओ मनीष गोस्वामी ने बताया कि अपने निवास स्थान के नजदीक के राजकीय स्वास्थ्य केंद्र पर आवेदन किया जा सकता है। ये सुविधा समस्त ओजस केन्द्रों यानिकी राजकीय प्राथमिक-सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, शहरी पीएचसी, जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों में उपलब्ध है।
कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए- आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने जानकारी दी कि मात्र 2 दस्तावेजों के आधार पर द्वितीय किश्त के लिए आवेदन किया जा सकता है। बालिका के पूर्ण टीकाकरण के रिकॉर्ड (9 माह आयु तक लगने वाले समस्त टीकों के लिए) के लिए ममता कार्ड और बालिका के जीवित होने का प्रमाण-पत्र जो कि क्षेत्र के पंच, पार्षद या ए.एन.एम द्वारा सत्यापित करवाया जाए।
मुख्यमंत्री शुभ लक्ष्मी योजना के प्रावधान- 1 अप्रैल 2013 या इसके बाद (30 मई 2016 तक) राजकीय या अधिस्वीकृत चिकित्सा संस्थानों में जीवित जन्मी बालिका की मॉं को मुख्यमंत्री शुभ लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत देय लाभ- बालिका के जन्म पर 2100 रूपये देय (जननी सुरक्षा योजना के अतिरिक्त देय राशि) बालिका की उम्र 1 वर्ष पूर्ण होने पर तथा उम्र अनुसार सभी आवश्यक टीके लगवाने पर बालिका के प्रथम जन्म दिवस पर 2100 रूपये अतिरिक्त देय (1 अप्रैल 2014 से देय) बालिका की उम्र 5 वर्ष पूर्ण होने पर तथा स्कूल में प्रवेश लेने पर योजना के तीसरे लाभ के अन्तर्गत 3100 रूपये और देय (1 अप्रैल 2018 से देय)