बीकानेर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के समन्वयक राजकुमार किराड़ू सहित देशभर के 40 समन्वयकों ने नईदिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करते हुए मध्यप्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रस्तावित त्रिस्तरीय संगठनात्मक व्यवस्था की रिपोर्ट सौंपी। किराड़ू ने बताया कि निचले स्तर तक पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से राहुल गांधी द्वारा दो माह पूर्व देशभर से 40 समन्वयकों की नियुक्त की। इनका मुख्य कार्य मध्यप्रदेश में पायलट प्राजेक्ट के रूप में ब्लॉक संरचना का पुनर्गठन करना था।

राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार अधिकतम 80 बूथ का एक ब्लॉक गठन, ब्लॉक के अधीन लगभग 25 से 30 बूथ का मंडलम् तथा मंडलम् के अधीन लगभग 8 से 10 बूथ का एक सैक्टर गठन की दिशा में कार्य किया गया। साथ ही इनमें अध्यक्ष तथा कार्यकारिणी गठन संबंधी कार्यवाही भी की गई। उन्होंने बताया कि सभी 40 समन्वयकों द्वारा लगातार दो महीने तक कार्य करते हुए मंडल का गठन तथा इस स्तर तक बैठकें की गईं।

इस दौरान कार्यकर्ताओं से आवेदन लिए गए तथा उनकी मंशा एवं योग्यता के अनुसार उन्हें जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में की गई इस नई व्यवस्था से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। इससे संबंधित सम्पूर्ण रिपोर्ट शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपी गई। किराड़ू ने बताया कि राहुल गांधी से नई व्यवस्था के संबंध में विचार-विमर्श हुआ।

इसके परिणाम के आधार पर इसे समूचे देश में लागू करने की संभावना है। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तथा मध्यप्रदेश के प्रभारी दीपक बावरिया, प्रभारी सचिव जुबैर खान, बरखा गायकवाड़, संजय कपूर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ तथा मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया उपस्थित थे।