अबोहर: कई दिनों से पड़ रही धुंध और शीत लहर ने आम जनजीवन प्रभावित कर दिया है। ठंड और कोहरे के कारण लोगों के साथ पालतू पशु भी परेशान हो रहे हैं। ठंड के चलते पशुओं में दूध की मात्रा कम हो रही है। इससे पशुपालक परेशान होने लगे हैं। सर्दी बढऩे से तापमान में कमी आ रही है। न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सैल्सियस तक दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में शहर में घनी धुंध के कारण सर्दी और बढ़ सकती है। 48 घंटों में तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की और गिरावट हो सकती है।

कोहरा भी असर दिखा सकता है। अभी बारिश के आसार भी हैं। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अंतर कम होने से ठंड में इजाफा हुआ है। ,,,,को पूरा दिन कुछ समय दोपहर का छोड़कर, शहर को अपने आगोश में जकड़े रखा।
दोपहर के समय करीब 2 बजे मौसम कुछ खुला और धूप निकली लेकिन शीत लहर जारी रही। ठंड का प्रकोप बढऩे से रात 9 बजे तक खुलने वाली ज्यादातर दुकानें सायं 7 बजे ही बंद कर दी गईं। रात के 8 बजे ही सड़कों पर सन्नाटा पसर गया और इक्का-दुक्का आदमी ही नजर आए। 7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली सर्द हवा ने लोगों के चेहरे की रंगत उड़ा दी है। मौसम की आद्र्रता करीब 50 फीसदी दर्ज की गई।
धुंध ने रोकी ट्रेनों व वाहनों की रफ्तार
धुंध की वजह से सुबह कामकाज के लिए लोग देरी से पहुंच पा रहे हैं। सुबह से दोपहर तक धुंध रहती है और शाम के समय फिर पडऩी शुरू हो जाती है। धुंध की वजह से यातायात के साधनों पर बुरा असर पड़ रहा है। वाहन रेंगते नजर आते हैं। ट्रेनों का शैड्यूल ठीक नहीं हो पा रहा। ट्रेनें लेट होने की वजह से यात्रियों की संख्या में कमी होने लगी है। धुंध के कारण अप और डाऊन की काफी ट्रेनें निर्धारित समय से लेट पहुंचीं जिससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज वह प्राइवेट बसों में भी यात्रियों की संख्या पर असर पड़ा है।

बढ़ती सर्दी गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद
जहां सर्दी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है, वहीं बढ़ती सर्दी के कारण किसान खुश हो रहा है। क्षेत्र के प्रगतिशील किसान अमित,, योगेश ताजा कमला रानी सोहनलाल संतलाल, राजकुवार, जयपाल, कंवरभान आदि ने बताया कि अगर इस समय बारिश होती है, तो यह गेहूं की फसल के लिए सोने पर सुहागा होगी। बारिश की बजाय सर्दी पड़ती रहे तो भी गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद होगा। इससे गेहूं की फसल में अच्छी ग्रोथ होगी और बम्पर पैदावार होगी। कृषि विभाग के अधिकारी भी मौसम को देखते हुए खुश नजर आ रहे हैं क्योंकि विभाग को फसल का जो टारगेट दिया गया है, वह पूरा होने की उम्मीद है। अगर इसी तरह कुछ दिनों तक मौसम ऐसे ही रहा तो फिर गेहूं की बम्पर पैदावार हो सकती है।