बीकानेर। सादुलगंज स्थित जीवन रक्षा अस्पताल के चिकित्सकों ने ब्रेन ट्यूमर का सफलतम इलाज कर 60 वर्षीय मरीज को नया जीवन दिया है। हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने बताया कि 60 वर्षीय व्यक्ति ब्रेन ट्यूमर की समस्या के साथ भर्ती हुआ था। एमआरआई में यह ट्यूमर ब्रेन के गहराई वाले हिस्से में दिखाई दिया जो कि ब्रेन में कई जगह फैला हुआ था। सर्जरी से इस ट्यूमर को निकालना असंभव था। इस प्रकार के ट्यूमर का इलाज कीमोथैरेपी एवं स्टीरोईड से संभव होता है लेकिन बिना बायोप्सी के आगे का इलाज संभव नहीं था। चिकित्सकों ने बताया कि सर्जरी करके बायोप्सी लेने में मरीज को लकवा मारने की और जान जाने का खतरा था।

ऐसे में स्टीरियोटेक्टिक तकनीक से बायोप्सी लेने का फैसला लिया गया। स्टीरियोटेक्टिक की मशीन यहां उपलब्ध नहीं होने के कारण दिल्ली से मंगवाई गई एवं हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन डॉ. कृष्ण वीर सिंह चौधरी जो कि एम्स नई दिल्ली से प्रशिक्षित है, के द्वारा यह इलाज बीकानेर ही संभव हो सका। मरीज को बिना बेहोश किये सिर में छोटा सा छेद कर स्टीरियोटेक्टिक बायोप्सी ली गई। टीम के सदस्य डॉ. धनपत डागा, डॉ. रश्मी जैन, डॉ. सविता राठी, हेमाराम चौधरी व भागीरथ शामिल रहे। चिकित्सकों ने बताया कि संभवत: बीकानेर संभाग में प्रथम बार इस पद्धति से मरीज का इलाज संभव हुआ हो। इलाज के बाद मरीज एकदम स्वस्थ है एवं बायोप्सी रिपोर्ट में उसी तरह का ट्यूमर आया है। जिसका आगे का इलाज कीमोथैरेपी एवं स्टीरोईड के साथ होगा।