पंचायत समिति स्तर पर आमजन को राहत नहीं दी तो होगी कार्यवाही : गौतम

OmExpress News/ Bikaner /श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति मुख्यालय पर शुक्रवार को आयोजित जनसुनवाई शिविर में प्राप्त राजस्व विभाग से जुड़े शतप्रतिशत प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि सभी अधिकारी ग्रामीणों के प्रकरणों का संवेदनशीलता और समयबद्धता के साथ निस्तारण करें, जिससे छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर ग्रामीणों को जिला मुख्यालय नहीं आना पड़े और उनके समय और धन की बचत हो सके।

जिला कलक्टर ने जनसुनवाई शिविर में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आमजन के प्रकरणों के निस्तारण में लेट-लतीफी और भ्रष्टाचार की शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे प्रकरणों में सख्त कार्यवाही की जाएगी। गौतम ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़़ शहरी क्षेत्र में पेयजल समस्या के निराकरण के लिए 6 करोड़ रूपए की स्कीम स्वीकृत की गई और इसका निर्माण कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि इस स्कीम के तहत 950 किलोलीटर के जलाशय निर्माण का प्रथम चरण पूरा हो गया है। 12 किमी की स्वीकृत पाइपलाइन में से 4.5 किमी का कार्य पूरा हो गया है। शेष कार्य नगरपालिका की एनओसी मिलने के बाद पूरा किया जाएगा।

ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को बताया कि डूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में खारे पानी की समस्या है, अतः पेयजल के लिए नहरी पानी की आवश्यकता है। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि नहरी पानी उपलब्ध करवाने के लिए 686 करोड़ के प्रस्ताव राज्य सरकार के स्तर पर भिजवाए जा चुके हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र में एमएलए फंड के तहत जो भी ट्यूबवैल स्वीकृत होते हैं उनमें बिजली का खर्चा भी साथ ही स्वीकृत किया जाए।

गौतम ने कहा कि पानी, बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि तेज गर्मी में लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। ग्रामीणों ने उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में टेढे¬ पोल व ढीले तारों की समस्या से अवगत करवाया। ग्रामीणों ने बताया कि इन कारणों से क्षेत्र में कई दुर्घटनाएं व जान माल की हानि भी हुई है, बार-बार विभाग को कहने के बावजूद इनमें कोई सुधार नहीं हुआ है। जिला कलक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए विभाग के अधीक्षण अभियंता से जवाब मांगा और निर्देश दिए कि डूंगरगढ़ शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में गांववार शिविर आयोजित कर समस्या चिन्हित कर, उनका निस्तारण करें।

उन्होंने कहा कि गांवों में 11 हजार केवी की लाइनों का सर्वे कर देखें कि कहीं तार ढीले तो नहीं है, ढीले पाए जाने पर कसवाने या अतिरिक्त पोल लगवा कर तंुरत कार्यवाही करें। पटवारी और ग्रामसेवक भी इस सम्बंध में उपखंड अधिकारी को रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विद्युत दुर्घटनाओं के शिकार लोगों के आश्रितों के प्रकरण में राहत देने की कार्यवाही भी प्राथमिकता से की जाए। बिग्गा में 33 केवी की लाइन की शिफ्टिंग का कार्य एक माह में पूरा किया जाए।

जिला कलक्टर ने दुलचारसर में सेन समाज के भवन के उपर से गुजर रहे बिजली के तार को शिफ्ट करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर को बताया गया कि लखासर में भी जीएसएस इसी माह चालू कर दिया जाएगा। इससे बेणीसर व लखासर के निवासियों को फायदा होगा। साथ ही शहर में विद्युत सप्लाई के सुधार हेतु दो 33 केवी सबस्टेशन बन गए हैं जो एक माह में चालू हो जाएंगे।

जिला कलक्टर ने गुणवत्ता परक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी जांच उपकरणों, दवाईयों की उपलब्धता पंचायत समिति स्तर पर सुनिश्चित की जाए। श्रीडूंगरगढ़ निवासियों ने डूंगरगढ़ सीएचसी में ब्लड स्टोरेज की मांग की। इस पर जिला कलक्टर ने एक सप्ताह में ब्लड स्टोरेज की व्यवस्था करवाने का भरोसा दिलाया। ट्रोमा सेंटर निर्माण की मांग पर जिला कलक्टर ने मांग का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने की बात कही। ग्रामीणों द्वारा बजरांगसर में उपस्वास्थ्य केन्द्र के लिए भवन निर्माण की मांग पर जिला कलक्टर ने जिला परिषद व सीएमएचओ को इस कार्य हेतु धनराशि की निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रीडूंगरगढ़ तहसील से जितने भी चिकित्सक प्रतिनियुक्ति पर हैं उन्हें शीघ्र रिलीव कर दिया जाएगा।

जनसुनवाई के दौरान नगरपालिका के कार्यों में जलभराव, सड़कों का लेवल सही नहीं होने, नालियां, डैªनेज सिस्टम में अनियमितता से जुड़ी कई शिकायतें मिली। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि अनियमिताओं से जुड़ी शिकायतों की जांच के लिए निदेशक को लिखा जाएगा, वे टीम भेजकर जांच करवाएंगे। उपखंड अधिकारी भी साफ-सफाई का नियमित निरीक्षण करेंगे। जिला कलक्टर ने साफ-सफाई, निराश्रित पशुओं को गोचर मे छोड़ने तथा रोडवेज बस स्टेण्ड पर कब्जे हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर पालिका की स्थानीय स्तर की समस्याओं के निस्तारण के लिए उच्च अधिकारियों की कमेटी जांच करेगी। पुन्दलसर ग्राम पंचायत में नियुक्त कनिष्ठ लिपिक (एलडीसी) द्वारा मनरेगा सहित विभिन्न योजनाओं में भ्रष्टाचार की शिकायत पर उन्होंने सीईओ जिला परिषद को जांच के निर्देश दिए।

जनसुनवाई के दौरान सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग द्वारा भी प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण किया गया। जिला कलक्टर ने 6 ट्राई साइकिल, 1 बैशाखी वितरित की। दो आस्थाकार्ड धारी परिवारों को खाद्य सुरक्षा से जुड़वाया और प्रमाण पत्र सौंपे। की। पालनहार के दो प्रकरणों में शिकायतों की जांच के बाद स्वीकृतियां जारी कर दी गई। जनसुनवाई में खाता विभाजन के 8, नाम शुद्धि के 20, विरासत नामान्तरकरण के 2, जन्म प्रमाण पत्र के 44, भूमि क्षेत्रीय प्रमाण पत्र के 6, सीमाज्ञान के 2 आवेदन प्राप्त हुए।

बदली हुई नजर आई श्रीडूंगरगढ़ की रंगत

जिला कलक्टर के दौरे के मददेनजर शुक्रवार को श्रीडूंगरगढ़ की रंगत बदली-बदली नजर आई। सुबह से ही सफाई कर्मचारी सड़कों सफाई कार्य में जुटे दिखे। सड़कें और नालियां भी साफ सथुरी नजर आई।

15 मिनट में हुआ खाता विभाजन

जनसुनवाई में महज 15 मिनट में खाता विभागजन कर दो भाइयों को राहत दी गई। ग्राम पंचायत समन्दसर निवासी जयकिशन ने बताया कि उन्हें जनसुनवाई के आयोजन की जानकारी मिली इसके बाद उन्होंने खाता विभाजन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि आवेदन के 15 मिनट में अधिकारियों ने दोनों भाइयों की सहमति से जमीन का बंटवारा कर दिया। जयकिशन ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि जिला कलक्टर की पहल से उनका महत्वपूर्ण कार्य बिना किसी परेशानी के हो पाया और उनके समय व धन की भी बचत की।
जीएसएस के लिए तुरंत आवंटित की भूमि

इस अवसर पर ग्राम केऊ के ग्रामीणों द्वारा जीएसएस की मांग की गई। इस पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जीएसएस निर्माण के लिए विभाग के पास जमीन उपलब्ध नहीं है। जिला कलक्टर ने तुरंत जमीन का आवंटन किया और कागजात विधायक को सौंपे। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर की इस कार्यवाही पर प्रसन्नता जताई। इस अवसर पर श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारी लाल महिया, सीईओ जिला परिषद, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा, उपखंड अधिकारी सबीना बिश्नोई, डीएसओ यशवंत भाकर, सीएमएचओ देवेन्द्र चौधरी प्रधान मघाराम, उपप्रधान केसराराम गोदारा सहित विभिन्न अधिकारी व नागरिक उपस्थित थे।

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पीटीईटी-2019 में महाविद्यालय चयन की तिथियों में परिवर्तन

चार वर्षीय बीए बीएड/बीएसी बीएड परीक्षा में काऊंसलिंग हेतु अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन कार्य चल रहा है। एक जुलाई से पीटीईटी के दो वर्षीय पाठ्यक्रम हेतु अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन प्रारम्भ हो चुका है।

पीटीईटी-2019 समन्वयक ने बताया कि दो वर्षीय बीएड एवं चार वर्षीय बीए बीएड, बीएसी बीएड अभ्यर्थियों के ऑनलाईन काउंसलिंग हेतु रजिस्ट्रेशन करवाने की अन्तिम तिथि 11 जुलाई कर दी गई है। इसी प्रकार दोनों 2 वर्षीय बीएड एवं 4 वर्षीय बीए बीएड, बीएसी बीएड पाठ्यक्रमों में महाविद्यालय चयन की प्रक्रिया तिथि 6 जुलाई के स्थान पर 13 जुलाई कर दी गयी है तदनुसार अन्य तिथियों में भी आंशिक परिवर्तन किया जाएगा, जिसकी सूचना पीटीईटी-2019 की अधिकृत वेबसाईट पर प्राप्त की जा सकती है।

बी.ए., बी.एससी. व बी.कॉम. के जिन अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय द्वारा जारी नहीं किया गया है वे भी काऊंसलिंग में भाग ले सकते है। शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों का रजिस्ट्रेशन जारी है। इस सम्बंध में शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय यथाशीघ्र अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें ताकी अभ्यर्थियों हेतु महाविद्यालयों के चयन की प्रक्रिया प्रारम्भ की जा सके।

हाथकरघा बुनकरों के फोटो पहचान पत्र के लिए शिविर

हाथकरघा बुनकरों के फोटो पहचान पत्र बनाने के लिए 10 दिवसीय शिविर आयोजित होगा।
जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने बताया कि राज्य सरकार व केन्द्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए 8 से 19 जुलाई तक हाथकरघा बुनकरों के लिए निःशुल्क फोटो पहचान पत्र बनाने के लिए जिला उद्योग केन्द्र परिसर में शिविर आयोजित होगा। उन्हांेने बताया कि पहचान पत्र जारी करने से पहले बुनकर द्वारा जिला उद्योग केन्द्र परिसर में लगाए गए करघे पर प्रत्यक्ष बुनाई करके दिखाना होगा।

श्री मेघवाल शनिवार को बीकानेर आएंगे

केन्द्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल शनिवार को सड़क मार्ग द्वारा अनूपगढ़ से सायं 6 बजे बीकानेर आएंगे। वे रात्रि विश्राम बीकानेर में करेंगे तथा रविवार को स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे। मेघवाल रविवार को ही रात 10.30 बजे रेलमार्ग से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

ऊँट की उपयोगिता बनाए रखने हेतु वैज्ञानिक करें समग्र विचार: डाॅ.साहनी

एनआरसीसी ने समय की मांग को ध्यान में रखते हुए ऊँट की उपयोगिता को उष्ट्र दुग्ध डेयरी के रूप में शुरू करने की मुहिम चलाई, जिसके अब सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं। ये विचार भाकृअनपु-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र के 36वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ.एम.एस.साहनी, पूर्व निदेशक-एनआरसीसी ने व्यक्त किए। डाॅ.साहनी ने ऊँटों की उपयोगिता व संख्या पर अपनी बात रखते हुए कहा कि बदलते परिदृश्य में मशीनीकरण, चरागाह, कृषि व्यवस्था में बदलाव आदि कई कारणों से ऊँट पालन व्यवसाय प्रभावित हुआ है, परंतु इसके साथ ही इस प्रजाति की उपयोगिता के नए आयाम (दूध, पर्यटन, उत्पादों आदि) सदैव इस व्यवसाय को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने एनआरसीसी की बुनियादी सुविधाओं एवं वैज्ञानिकों के कार्याें की सराहना करते हुए उन्हें समग्र विचार हेतु प्रोत्साहित किया तथा कहा कि ऊँट की अधिकाधिक उपयोगिता बढ़ाने हेतु यह संस्थान मुख्य भूमिका निभाएं और इस दिशा में आगे बढ़े।

इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं केन्द्र निदेशक डाॅ.आर.के.सावल ने केन्द्र के 36 वर्ष की अनुसंधान यात्रा को सदन के समक्ष रखते हुए कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर हमें संस्थान की उपलब्धियों के साथ और अधिक बेहतर कार्य हेतु सार्थक चिंतन करना चाहिए। डाॅ.सावल ने कहा कि ऊँट पालन व्यवसाय के संरक्षण एवं सुदृढता हेतु केन्द्र महत्वपूर्ण अनुसंधान कार्याें के साथ-2 दूरस्थ एवं उष्ट्र बाहुल्य क्षेत्रों यथा- जैसलमेर, बाड़मेर, सिरोही, गुजरात, लद्दाख आदि में ऊँट पालकों एवं किसानों तक भी प्रचार-प्रसार गतिविधियों के माध्यम से जुड़े रहते हैं। उन्होंने केन्द्र में प्रशिक्षण प्राप्त आदविक फूडस का जिक्र करते हुए कहा कि ऊँटनी के दुग्ध व्यवसाय को तेजी से आगे बढ़ाने हेतु ऊँट पालकों, उद्यमियों, उष्ट्र हित धारकों आदि को जागृत होना होगा ताकि वे इसे अपनाकर अधिक आय अर्जित कर सके।

इस अवसर पर विषिष्ट अतिथि के रूप में काजरी, बीकानेर के अध्यक्ष डाॅ.एन.डी.यादव ने केन्द्र के अनुसंधान कार्याें की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि इस संस्थान ने कम समय में अनुसंधान के क्षेत्र में शानदार कार्य किए हैं। केन्द्र ने उष्ट्र डेयरी स्थापित कर इसे एक उद्यम के रूप में अपनाने हेतु समाज को जो सोच दी है, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। मुख्य अतिथि डाॅ.साहनी के कर कमलों से केन्द्र में उष्ट्र चिकित्सालय का शुभारम्भ किया गया। वहीं उन्होंने तीन विस्तार पत्रकों- (1) पर्यावरणीय पर्यटन – ऊँट व्यवसाय का नया आयाम (2) ऊँटनियों से स्वच्छ दूध उत्पादन एवं (3) ऊँटनी का दूध स्वास्थ्यवर्धक-जानिए कैसे? का भी विमोचन किया। इस शुभ अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित स्लोगन एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता तथा स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर परिषद के बीकानेर स्थित समस्त स्टाफ कार्मिकों के बच्चों हेतु आयोजित चित्रकला प्रतियोगता के विजेताओं को भी समारोह में पुरस्कृत किया गया।

स्थापना दिवस समारोह को सार्थक बनाने हेतु केन्द्र द्वारा अपनी एससीएसपी योजना के तहत पशु स्वास्थ्य शिविर, प्रदर्शनी एवं कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम एवं उद्यमी परिचर्चा आदि आयोजित किए गए जिसमें गीगासर, हिमतासर, सागर, रिड़मलसर, केसरदेसर, गाढ़वाला, करमीसर, कोटड़ी, षिवबाड़ी, भीनासर आदि क्षेत्रों के पशुपालकों व किसानों, उद्यमियों आदि ने सहभागिता निभाई। इस अवसर पर एनआरसीसी सहित बीकानेर स्थित परिषद के संस्थानों-काजरी, अश्व अनुसंधान केन्द्र, भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान आदि संस्थानों की वैज्ञानिक उपलब्धियों को प्रदर्शनी के माध्यम से पशुपालकों व किसानों के समक्ष रखा।

समारोह में केन्द्र के पूर्व कार्मिकों और परिषद के विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आयोजन समन्वयक डाॅ.सुमन्त व्यास, प्रधान वैज्ञानिक ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन हरपाल सिंह कौंडल, वैय.सहायक ने किया।

महिलाओं ने मिलकर अपने फैशन उत्पादों की लगाई प्रदर्शनी

मानसून के आने से पहले ही शहर में सेल, प्रदर्शनी और खरीदारी की बहार शुरू हो गई है। शुक्रवार को रेलवे स्टेशन के पास स्थित होटल वृन्दावन में भी शानदार प्रदर्शनी का आगाज हुआ।

प्रदर्शनी का उद्घाटन होटल संचालक एवं शिव शक्ति मल्हम के शिवरतन अग्रवाल ने किया। अग्रवाल ने प्रदर्शनी में महिलाओं की स्टॉल्स को देखकर कहा कि बीकानेर में मातृशक्ति का आगे बढ़ना गौरव का विषय है। उन्होंने प्रदर्शनी की आयोजिकाओं ज्योति शर्मा, डॉली शर्मा और वीणा शर्मा को महिलाओं के उत्साहवर्धन और प्रदर्शनी के लिए शुभकामनाएं दी।

आयोजक ज्योति शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में लगी करीब 30 स्टाल्स में डिजाइनर पर्स, साड़ियां, मेकअप और आर्टिफिशियल ज्वैलरी, फैंसी सूट्स, बच्चों के कपड़े व खिलौने, ब्यूटी केयर प्रोडक्ट, हर्बल प्रोडक्ट्स, 99 गिफ्ट्स, घर के बने खाद्य और बहुत कुछ सस्ते दामों पर उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि ये प्रदर्शनी 3 दिन सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक चलेगी।
इस दौरान बबिता जाजू, मधु खत्री, कामिनी भोजक, विनोद वूल इंडस्ट्रीज के विनोद शर्मा, हरीश शर्मा, मनोज शर्मा, सुभाष शर्मा सहित शहर के गणमान्य मौजूद रहे।

‘संयमित दिनचर्या, जहरमुक्त खाद्यान्न और हमारा स्वास्थ्य’ विषयक सम्मेलन रविवार को

हमारा उन्नति संस्थान द्वारा रविवार को सायं 5 बजे से आनंद निकेतन में ‘संयमित दिनचर्या, जहर मुक्त खाद्यान्न और हमारा स्वास्थ्य’ विषयक परिवार स्वास्थ्य सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। आयोजन प्रभारी मधुसूदन व्यास ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य वक्ता करनाल (हरियाणा) के डाॅ. सुहृदय भारद्वाज होंगे। मानवीय शिक्षा संस्कार संस्थान कानपुर की अर्चना कुमारी अध्यक्षता करेंगी। सम्मेलन के दौरान भोजन का तरीका बदलकर स्वस्थ रहने, रसायनिक खेती से होने वाले दुष्प्रभाव, जैविक उत्पादों की उपलब्धता और हमारे कर्तव्य, महिलाओं के रोग एवं उनका समाधान सहित स्वास्थ्य संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जाएगा। इस दौरान जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सम्मेलन के लिए आॅनलाइन एवं आफलाइन पंजीकरण होंगे।
पांच स्थानों पर पिलाई स्वर्णप्राशन दवा

संस्कृति आर्य गुरुकुलम राजकोट और हमारा उन्नति संस्थान के तत्वावधान् में पुष्य नक्षत्र के अवसर पर दसवां स्वर्णप्राशन दिवस आयोजित किया गया। आयोजन प्रभारी मधुसूदन व्यास ने बताया कि पांच स्थानों पर स्वर्णप्राशन की दवा पिलाई गई। यह दवा लक्ष्मीनाथ मंदिर स्थित सत्संग भवन, पुष्करणा स्टेडियम के पीछे रूद्र युवा विकास मंच कार्यालय, यूको बैंक गंगाशहर के पास स्थित जैन मंदिर, जयनारायण व्यास काॅलोनी स्थित करंट बालाजी मंदिर तथा विवेकनाथ बगीची में यह दवा पिलाई गई। उन्होंने बताया कि अब तक आयोजित दस कार्यक्रमों में 14 साल तक के लगभग साढे 3 हजार बच्चों को यह दवा पिलाई जा चुकी है।