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तीसरी बार चलेगा “स्वास्थ्य दल आपके द्वार” महाअभियान

मच्छर जनित बीमारियों डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया व स्क्रब टाईफस से बचाव तथा स्वाइन फ्लू जैसी अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सबसे बड़े जनजागरूकता अभियान के रूप में एक बार फिर से “स्वास्थ्य दल आपके द्वार” अभियान चलाया जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की इस पहल को अंजाम देंगे सरकारी व निजी कॉलेजों के नर्सिंग विद्यार्थी, आशा सहयोगिनियां व चिकित्सा विभाग के कार्मिक। Bikaner News

अभियान में अन्तर्विभागीय समन्वय व सहयोग की बड़ी भूमिका रहेगी। सीएमएचओ डॉ. बी.एल. मीणा ने जानकारी दी कि दिनांक 17 दिसंबर से 19 दिसंबर 2018 तक तीन दिवसीय अभियान के दौरान ये एंटीलार्वा स्क्वॉड के सिपाही बनकर मच्छरों से अधिक प्रभावित शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर एंटी लार्वा तथा एंटी एडल्ट गतिविधियों का प्रदर्शन कर जन-जागरण करेंगे। आईएलआई यानिकी सर्दी-जुकाम के मरीजों को चिन्हित कर उन्हें श्रेणीवार उपचार शुरू किया जाएगा।

अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता द्वारा जारी निर्देशानुसार पूरे राज्य में एक साथ अभियान चलाकर आम जन को इस लड़ाई से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। सीएमएचओ अभियान के नोडल व डिप्टी सीएमएचओ हेल्थ सह नोडल अधिकारी होंगे जबकि खण्ड स्तर पर ब्लॉक सीएमओ नोडल होंगे। गौरतलब है कि पूर्व में 2 बार इस प्रकार का अभियान चलाया गया जिसके काफी सकारात्मक परिणाम मिले थे।

अब राज्य के 21 हाई रिस्क जिलों के शहरी क्षेत्रों में इसे फिर से चलाया जाएगा जिसमे बीकानेर के साथ श्रीगंगानगर, कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, जयपुर, सीकर, झुंझुनू, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमन्द, टोंक व अजमेर शामिल हैं । इसी वर्ष अक्टूबर में चलाए गए अभियान में बीकानेर जिले में कुल 33,525 घरों का सर्वे किया गया था। Bikaner News

डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इंदिरा प्रभाकर ने बताया कि अभियान के तहत नर्सिंग विद्यार्थियों को लार्वा की पहचान, एंटीलार्वल गतिविधि व एंटी एडल्ट गतिविधि का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। शहरी स्तर पर नर्सिंग विद्यार्थियों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों व आशा सहयोगिनियों के दल बनाए जाएंगे जो वार्ड वार जिम्मेदारी लेते हुए घर-घर भ्रमण करेंगे, घरों में व आस-पास मच्छर पैदा होने के मुख्य स्थानों से रू-ब-रू करवाएंगे और नियमित एंटी लार्वल गतिविधियाँ करने के लिए प्रेरित करेंगे।

अभियान के लिए जिला प्रशासन के नेतृत्व में नगर निगम, शिक्षा विभाग, पंचायती राज सहित विभिन्न विभागों व स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। Bikaner News

सभी अस्पतालों व शिक्षण संस्थानों में होगा सोर्स रिडक्शन

एपिडेमियोलोजिस्ट नीलम प्रताप सिंह ने बताया कि घरों में जाने से पहले कार्य स्थलों को टारगेट किया जाएगा। समस्त राजकीय व निजी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज, विद्यालयों, सरकारी कार्यालयों व अन्य कार्य स्थलों पर एंटी लार्वल एक्टिविटी द्वारा सोर्स रिडक्शन की कार्यवाही स्वयं परिसर प्रभारियों द्वारा करवाई जाएगी।

तम्बाकू के दुष्प्रभाव भी बताएंगे

एनटीसीपी यूनिट प्रभारी महेंद्र जयसवाल ने जानकारी दी कि अभियान में बैठकों व घर-घर भ्रमण के दौरान तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभावों के लिए भी जन-जागरण किया जाएगा। तम्बाकू छोड़ने के लिए इच्छुक व्यक्तियों को हेल्पलाइन टोल फ्री न. 104, एम-सेसेशन कार्यक्रम के टोल फ्री न. 011-22901701 व राष्ट्रीय क्विटलाइन 1800-11-2356 से जोड़ा जाएगा।

मौसमी बीमारियों की वस्तुस्थिति

डॉ. इंदिरा प्रभाकर ने बताया कि बीकानेर जिले में चालू वर्ष में अब तक मलेरिया के 61, डेंगू के 341 तथा स्वाइन फ्लू का 1 मामला सामने आया है जबकि स्क्रब टायफस, चिकनगुनिया व जीका का एक भी केस दर्ज नहीं हुआ है।

एकीकृत मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशन का कार्यक्रम 26 दिसम्बर से – Bikaner News

निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रांे की मतदाता सूचियांे के एकीकृत प्रारूप प्रकाशन कार्यक्रम 26 दिसम्बर को किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान मतदाता सूचियों का प्रारुप प्रकाशन, दावें व आपतियां प्राप्त करने, उनका निस्तारण करने, डेटाबेस अपडेट करने, फोटोग्राफ मर्ज करने, कन्ट्रोल टेबलस को अपडेट करने एवं पूरक की तैयारी एवं मुद्रण व मतदाता सूचियांे का अंतिम प्रकाशन आदि कार्य किए जाएंगे।  Bikaner News

जिला निर्वाचन अधिकारी व जिला कलक्टर डाॅ.एन.के.गुप्ता ने बताया कि एकीकृत मतदाता सूचियों का प्रारुप प्रकाशन 26 दिसम्बर 2018 को किया जाएगा। दावे एवं आपत्तियां प्राप्त करने की अवधि 25 जनवरी 2019 रखी गई है। मतदाता सूचियों के संबंधित भाग की प्रविष्टियों का ग्रामसभा, स्थानीय निकाय एवं आवासीय वेलफेयर सोसाइटी के साथ बैठक आयोजित कर पठन करने व सत्यापन करने का कार्य 12 से 19 जनवरी 2019 तक किया जाएगा। राजनीतिक दलों के बूथ स्तरीय अभिकर्ताओं के साथ दावे एवं आपत्तियो के आवेदन पत्र प्राप्त करने की विशेष तिथियां 13 जनवरी व 20 जनवरी 2019 रविवार को तय की गई है।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्राप्त दावे एवं आपत्तियांे का निस्तारण 11 फरवरी 2019 से पूर्व व डेटाबेस अपडेट करने, फोटोग्राफ मर्ज करने, कन्ट्रोल टेबलस् को अपडेट करने एवं पूरक सूचियों की तैयारी एवं मुद्रण कार्य 18 फरवरी 2019 से पूर्व किया जाएगा। मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 22 फरवरी 2019 को किया जाएगा।  Bikaner News

डाॅ. गुप्ता बताया कि मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम से पूर्व निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान केन्द्रांे का सुव्यवस्थिकरण किया जाएगा। विधान सभा आम चुनाव 2018 के दौरान जिले के विभिन्न विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में स्थापित कि गए सहायक मतदान केन्द्रों को मूल मतदान केन्द्र मंे बदला जाकर भागवार प्रारूप मतदाता सूची 2019 तैयार की जाएगी। जिन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सहायक मतदान केन्द्र स्थापित है वहां पर संबंधित निर्वाचन

रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रपत्र 5 में विधान सभा

निवाचन क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों की सूची तैयार कर आयोग को प्रेषित की जाएगी। यह कार्य ई.आर.एम.एस. व ई.आर.ओ. नेट के माध्यम से वर्तमान विधानसभा आम चुनाव के दौरान प्रयुक्त मतदाता सूची के आधार पर किया जाएगा।  Bikaner News

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधान सभा चुनाव 2018 के दौरान संदर्भ तिथि 01.01.2018 के क्रम में मतदाता सूचियों के द्वितीय विशेष संक्षित पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत 28 दिसम्बर 2018 को अंतिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची, जिसमें पूर्व मतदाता सूची 2018 एवं इसके साथ संलग्न 2 पूरक सूचियांें का एकीकरण ई.आर.एम.एस.साॅफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा। Bikaner News

यह कार्य आगामी 7 दिवस में पूर्ण किया जाकर एकीकृत प्रारुप मतदाता सूची 2019 ई.आर.एम.एस. पर उपलब्ध करवा दी जाएगी। सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि एकीकृत मतदाता सूची की यथाशीध्र जांच कर यह सुनिश्चित करेंगे कि इसमें किसी प्रकार की विसंगति तो नहीं है। इसके पश्चात प्रारूप मतदाता सूची 2019 का प्रकाशन किया जाएगा।

सादूल राजस्थानी रिसर्च इंस्टीट्यूट का तैस्सितोरी अवार्ड कौलपतो भागीरथ बिजारणिया को अर्पित

राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के शोध अध्ययेता इटली विद्वान डाॅ. एल. पी. तैस्सितोरी की 131 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे और अंतिम दिन सादूल राजस्थानी रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा अवार्ड अपर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया । शुक्रवार को वरिष्ठ नागरिक समिति, बीकानेर लेबोरेट्री, अम्बेडकर सर्किल के सभागार में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.भागीरथ सिंह बिजारणीयां को तैस्सितोरी अवार्ड से सम्मानित किया गया ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता चिंतक, कवि एवं आलोचक डाॅ0 नन्द किशोर आचार्य ने की तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रारंभिक शिक्षा, राजस्थान,बीकानेर के निदेशक श्री श्यामसिंह राजपुरोहित थे । तैस्सितोरी अवार्ड अर्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए डाॅ. आचार्य ने कहा कि बच्चों को शिक्षा मातृृभाषा में ही दी जानी चाहिए, बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए मातृृभाषा में शिक्षित करना उपयोगी होगा । डाॅ. आचार्य ने कहा कि ऐसा कोई मनोविज्ञान नहीं है जो यह कहता हो कि मातृृभाषा में शिक्षा देने से विकास रूक सकता है । Bikaner News

उन्हौंने राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता का समर्थन किया । डाॅ.आचार्य ने कहा कि मान्यता से पहले विभिन्न विषयों में राजस्थानी साहित्य सृृजन होना चाहिए, उन्हौंने कहा कि सामाजिक विज्ञान सहित विभिन्न विषयों की मौलिक एवं अनुदित पुस्तकों का राजस्थानी में प्रकाशित होना आवश्यक है, उन्हौंने कहा कि आधुनिक जीवन में चेतना एवं विकास के लिए विभिन्न विषयों से ही संभव है । डाॅ. आचार्य ने कहा कि भाषा का विकास राजनीति से नहीं होता बच्चों को प्राथमिक शिक्षा मातृृभाषा में देने से होता है ।

डाॅ. आचार्य ने कहा कि सम्मान प्राप्त करने से उत्तरदायित्व ब-सजय़ता है । समाज पहले से अधिक अपेक्षाएं करने लगता है । उन्हौंने कहा कि सम्मान बड़ी जिम्मेदारी देता है । डाॅ. आचार्य ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय केवल पाठ्यक्रम प-सजय़ाने अथवा परीक्षाआंे का आयोजन तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि ज्ञान की निर्मिति का साधन विश्वविद्यालयों का होना चाहिए । नये ज्ञान का सृजन विश्वविद्यालयों में होना चाहिए । डाॅ. आचार्य ने कहा कि डाॅ. बिजारिणीयां अपनी जिम्मेदारी बखूबी सम-हजयते है और निरन्तर विश्वविद्यालय को उन्नत बनाने के लिए प्रयासरत है ।

तैस्सितौरी अवार्ड के लिए बधाई और शुभकामना भी दी । कार्यक्रम के प्रारंभ में तीन दिवसीय कार्यक्रम के संयोजक कवि-ंउचयकथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के खुलने के इतने समय बाद प्रो.बिजारणीयां ने राजस्थानी विभाग खोलकर भाषा एवं विद्यार्थियों के लिए सुखद प्रयास किए हैं । जोशी ने मांग की महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में यह नियमित विभाग बने और समृृद्ध राजस्थानी पुस्तकालय भी प्रारंभ होना चाहिए ।

जोशी ने कहा कि डाॅ. तैस्सितौरी ने अल्पकाल में शोध व अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया जो कि अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग का प्रेरणास्पद प्रतीक बन गया । जोशी ने कहा कि उनके अधूरे शोध को आगे ब-सजय़ाने में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय सहयोग करें । जोशी के तीन दिवसीय तैस्सितोरी जयंती के दौरान हुए कार्यो की विस्तृृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया ।

अपने सम्मान के प्रति आभार प्रदर्शन करते हुए महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बिजारणीयां ने कहा कि मैं बीकानेर जैसे ऐतिहासिक शहर को सलाम करता हूं, यहां पर छोटे-ंउचयछोटे कार्यों को भी माइक्रो प्रणाली से देखा जाता है, मु-हजये आज दिये गये तैस्सितोरी सम्मान की रक्षा करने का प्रयास करूंगा, उन्होंने कहा कि इस सम्मान ने मेरे दायित्वों को ब-सजय़ाने का काम किया हैं । प्रो.बिजारणीयां ने कहा कि राजस्थानी भाषा की समृृद्धि के लिए सतत्् प्रयासरत रहूंगा, उन्हौंने कहा कि भाषा की गुणवता के लिए महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में पहली बार पी एच डी उपाधी करवाने एवं स्वर्ण पदक देने का निर्णय लिया गया है ।

उन्हौंने कहा कि 12 करोड़ से अधिक लोगों को भाषा की संवैधानिक मान्यता मिलनी चाहिए, इसके लिए हमें सामूहिक प्रयास की जरूरत है। प्रो.बिजारणीयां ने कहा कि राजस्थानी अन्य भाषाओं से किसी भी स्तर पर कमजोर नहीं हैं, इसमें शब्दों का विपुल भंडार है और समाज में चेतना जगाने का काम करती है । उन्हौंने कहा कि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में प्रकाशन विभाग, अनुवाद विभाग प्रारंभ किये गये हैं ।

उन्हौंने साहित्यकारों से आहवान किया कि वे साहित्येतर राजस्थानी भाषा में उपयोगी पुस्तकेें लिखकर महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में दंे जिन्हें महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय स्तरीयता के आधार पर प्रकाशन पर विचार करेंगे। । उन्हौंने सम्मान के लिए संस्था का आभार प्रकट किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजपुरोहित ने कहा कि राजस्थानी भाषा जोड़ने का काम करती है, संवाद की भाषा है, इसमें मिठास हैं, उन्हौंने कहा कि मातृृभाषा की पहचान दर्द से भी होती है । राजपुरोहित ने कहा कि राजस्थानी भाषा में प्राथमिक शिक्षा दिये जाने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है ।

प्रारंभ में वरिष्ठ नागरिक समिति के अध्यक्ष डाॅ.एस.एन. हर्ष ने स्वागत भाषण दिया । वरिष्ठ साहित्यकार बुलाकी शर्मा ने कुलपति के व्यक्तित्व एवं कृृतिव के बारें में विस्तार से जानकारी दी । अभिनंदन पत्र का वाचन डाॅ.समीक्षा व्यास ने किया । अतिथियांे ने कुलपति को शाॅल,स्मृति चिन्ह,श्रीफल एवं अभिन्नदन पत्र भेंट कर तैस्सितोरी अवार्ड अर्पण किया । Bikaner News

कार्यक्रम में एन.डी.रंगा, जमनादास सेवग, डाॅ. मदन सैनी. ओमप्रकाश सारस्वत, राजाराम स्वर्णकार, डाॅ विजय शंकर आचार्य, मौ0फारूक, डाॅ.बसंती हर्ष, भगवानदास परिहार, शिवनामसिंह, शीला व्यास, रंगा राजस्थानी, गिरीराज हर्ष, सरदार अली पड़िहार, मधुरिमा सिंह, चन्द्रशेखर जोशी, डाॅ. एम.एल. व्यास. डाॅ.प्रकाश वर्मा, कृष्णा वर्मा, डाॅ. अजय जोशी, मुरलीमनोहर माथुर, ऋषिकुमार अग्रवाल, डाॅ.एस पी गुप्ता, एम.एल. जांगीड़, सागरमल सोनी, त्रिलोकीप्रकाश मेहता, जन्मेजय व्यास सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे । अंत में सगीतज्ञ डाॅ. मुरारी शर्मा ने आभार प्रकट किया।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का आभार

पूर्व पार्षद श्याम तंवर ने श्री अशोक गहलोत को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया है।
तंवर नेे कहा कि गहलोत के मुख्यमंत्री बनने से राज्य के पिछड़े,दलीत,युवा सहित सभी वर्गों को संबल मिलेगा। कांग्रेस शासन में जो योजनाएं भाजपा ने रोक दी थी,उनको गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह जीत पूरे हिदुस्तान की जीत है।

अशोक गहलोत एक कद्दावर और अनुभवी राजनेता है। इसका लाभ राजस्थान की जनता को मिलेगा। मुख्यमंत्री पद पर अशोक गहलोत का चयन बहुत ही सराहनीय कदम है।

गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा पर फैन्स क्लब ने मनाई खुशियां

अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा के बाद शुक्रवार को अशोक गहलोत फैन्स क्लब के तत्वावधान् में लखोटिया चौक में पटाखे जलाए गए तथा एक-दूसरे के गुलाल लगाकर खुशियां मनाई गई।

क्लब के संयोजक ऋषि कुमार व्यास ने बताया कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने के निर्णय से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई तथा सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की। व्यास ने कहा कि गहलोत के नेतृत्व में एक बार फिर प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर होगा। कांग्रेस सरकार आमजन की खोई हुई मुस्कान लौटाएगी। पूर्व पार्षद गोपाल पुरोहित ने कहा कि आमजन ने भाजपा की कुनीतियां से परेशान होकर कांग्रेस पर विश्वास जताया।

यह प्रदेश के लिए नए युग की शुरूआत है। होलसेल भंडार के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र व्यास ने कहा कि कांग्रेस छत्तीस कौम को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। अब प्रदेश में जनकल्याण के अनेक कार्य हो सकेंगे।

पूर्व पार्षद राजेश भोजक ने कहा कि अशोक गहलोत के नाम पर विश्वास जताकर आलाकमान ने लाखों कार्यकर्ताओं की भावनाओं की कद्र की है। अब प्रदेश में बिना भेदभाव विकास कार्य होंगे तथा अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। गौरव व्यास ने कहा कि कांग्रेस सरकार युवाओं, वृद्धों तथा समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए उम्मीद की नई किरण लाई है।

गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश एक बार फिर देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो सकेगा। इस अवसर पर पूनम चंद व्यास, राजकुमार व्यास, मुकेश रामावत, रवि कलवाणी, हरीश व्यास, करण पुरोहित, राहुल व्यास, कृष्ण बलदेव पुरोहित, पवन व्यास, शुभम उपाध्याय, जेठमल किरायत, रामाशंकर कल्ला तथा रंजन हर्ष, कपिल रत्न श्रीमाली, शत्रुध्न ओझा, रवि कांत ओझा सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।

आनंद कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने जानी गृह विज्ञान महाविद्यालय की गतिविधियां

आनंद कृषि विश्वविद्यालय, गुजरात के बीएससी चतुर्थ वर्ष के 47 विद्यार्थियों ने शुक्रवार को गृह विज्ञान महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जाना। महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. दीपाली धवन ने शैक्षिक ट्यूर पर आए इन विद्यार्थियों के सवालों के जवाब दिए तथा महाविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों, वर्ष पर्यंत होने वाले कार्यक्रमों के बारे में बताया।

शैक्षिक दल प्रभारी डाॅ. एम.बी. पटेल ने ट्यूर की जानकारी दी तथा कहा कि विभिन्न विश्वविद्यालयों-महाविद्यालयों में भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को सीखने के नए अवसर मिल रहे हैं। इससे विद्यार्थियों को लाभ होगा।

रंगीला स्मृति तेरहवीं शतरंज प्रतियोगिता 25 से – Bikaner News

खेल लेखक एवं समीक्षक स्व. झंवर लाल व्यास ‘रंगीला’ की स्मृति में रंगीला फाउण्डेशन के तत्वावधान् में तेरहवीं जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता 25 एवं 26 दिसम्बर को नत्थूसर गेट के बाहर स्थित नालंदा सीनियर सैकण्डरी स्कूल में आयोजित की जाएगी।

प्रभारी एडवोकेट जुगल किशोर व्यास ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए 24 दिसम्बर तक नालंदा स्कूल एवं आचार्य चैक स्थित फाउण्डेशन कार्यालय में आवेदन किए जा सकेंगे। प्रतियोगिता विभिन्न चरणों में आयोजित होगी तथा विजेताओं को 3 जनवरी को रंगीला की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोजन के लिए विभिन्न कमेटियां बनाई गई हैं। Bikaner News

शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान की तरफ से अग्रवाल क्वार्टर में वरिष्ठ चित्रकार मुरलीमनोहर के. माथुर को ‘कला पुरोधा’ सम्मान से सम्मानित किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार भवानीशंकर व्यास ‘विनोद’ ने कहा यह बात दीगर है कि माथुर बीकानेर छोड कर अजमेर अपने पुत्र के पास जा रहे हैं । देखा जाए तो माथुर ने बीकानेर को बहुत कुछ दिया है चाहे वह चित्रकला हो या हैंड राईटिंग इम्प्रूवमेंट की क्लासेज हो या कपडों पर फेबिक्स कलर सिखाना ।

माथुर ने निस्वार्थ भाव से सभी बच्चों व बच्चियों को निशुल्क ज्ञान कराया यह बडी बात है । मुख्य अतिथि डीआरएम अनिल दुबे ने कहा कि माथुर रेल्वे से सेवानिवृत अच्छे कलाकार है जिनके द्वारा बनाए चित्रों की प्रदर्शनियां भारत के अनेक हिस्सों में लगी । जनता ने इनके द्वारा बनाए चित्रों को खूब सराहा है । राजस्थानी की प्रथम उपन्यासकार आनन्दकौर व्यास ने माथुर के किए कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस अर्थप्रधान समय में निस्वार्थ भाव से निशुल्क बच्चों को प्रशिक्षित करना दुष्कर कार्य है । जिसमें माथुर सफल रहे हैं ।

शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान ने वरिष्ठ चित्रकार मुरलीमनोहर माथुर का किया सम्मान

शब्दरंग के सचिव कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने माथुर के 1956 से अबतक किए रचनात्मक कार्यों को विस्तृत रुप से बताया । संयोजक अशफाक कादरी ने माथुर के चित्रों पर लिखे आलेखों को सुनाते हुए कहा कि माथुर स्वयं सकारात्मकता से ओत-प्रोत विभूति है ।

श्री संगीत भारती के निदेशक डॉ.मुरारी शर्मा, सखा संगम के अध्यक्ष एन.डी.रंगा, चन्द्रशेखर जोशी, डॉ.सीताराम गोठवाल, चित्रकार श्रीमती सुलोचना गोठवाल, वरिष्ठ रंगकर्मी बी.एल.नवीन, संस्कृतिकर्मी राजेन्द्र जोशी, इंजीनियर गोवर्धनलाल चौमाल, क्वयित्री आशा शर्मा, फिल्मकार मंजूर अली चन्दवानी, रोहित माथुर, शायर वली गौरी, एड.इसरारहसन कादरी ने अपने संस्मरण साझा किए ।

संस्था की तरफ से अतिथियों ने माथुर को पुष्प मालाएं, शॉल, सम्मान-पत्र, सम्मान पट्टिका और श्रीफल भेंट कर बीकानेर में उनकी कला का मान बढाया । माथुर ने अपने उद्बोधन में बीकानेर के प्रति लगाव को दर्शाते हुए कहा बहुत दुख हो रहा है बीकानेर छोडते हुए, मेरा परिवार तो यहां है लेकिन उम्र के इस पडाव में बच्चों के साथ रहना भी जरुरी है ।

बीकानेर ने मुझे एक नई पहचान दी, मेरा मान-सम्मान यहां की बहुत सारी संस्थाओं ने समय-समय पर किया जिसे मैं कभी भूल नहीं सकता । सभी आगंतुकों के प्रति आभार समाज सेविका श्रीमती कलावती माथुर ने माना ।