Bikaner Theater Festival
Bikaner Theater Festival
तीन दिवसीय बीकानेर थिएटर फेस्टिवल का 12 मार्च को शुभारम्भ

बीकानेर। सुनहरी छबीली फाउंडेशन, अनुराग कला केन्द्र, श्री तोलाराम हंसराज डागा चैरीटेबल ट्रस्ट और राजूवास, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में बीकानेर में 12 से 14 मार्च तक आयोजित होने वाले बीकानेर थिएटर फेस्टिवल का उद्घाटन 12 मार्च को हंसा गेस्ट हाउस में प्रसिद्व सिने अभिनेता शशि कपूर की पुत्री और अभिनेत्री संजना कपूर, नई दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विधालय के पूर्व निदेशक रंगकर्मी देवेन्द्रराज अंकुर और चण्डीगढ संगीत नाटक अकादमी के पूर्व निदेशक व संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित देश के शीर्षस्थ रंगकर्मियो में से एक जी एस चैन्नी करेंगे। उद्घाटन समारोह में देश की मशहूर रंगकर्मी समीरा आयंगर और राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी और रंग निर्देशक सौरव श्रीवास्तव भी बीकानेर आयेंगे। इस दौरान देश के प्रसिद्व रंगकर्मीयो के साथ साथ प्रदेश के युवा रंगकर्मी भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिये बीकानेर आ रहे है। उद्घाटन समारोह के मुख्य वक्ता केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और नगर के वरिष्ठ रंगकर्मी तथा साहित्यकार मधु आचार्य ‘आशावादी‘ होंगे। वे उद्घाटन समारोह में बीकानेर के रंगकर्म की उपलब्धियों और भारतीय रंगमंच में बीकानेर के योगदान पर अपनी बात रखेंगे। समारोह संरक्षक लूणकरण छाजेड ने बताया कि बीकनेर थियेटर फेस्टिवल में भाग लेने के लिये मुम्बई से तीन अलग अलग निर्देशको के चार नाट्य दल बीकानेर आयेंगे। इसके अलावा गोवा, भोपाल, चण्डीगढ से भी बीकानेर थियेटर फेस्टिवल में भाग लेने के लिये नाट्य दल बीकानेर आ रहे है। फेस्टिवल के दौरान प्रतिदिन भारतीय रंगमंच और रंगकर्म के विभिन्न विषयो पर सेमिनार हंसा गेस्ट हाउस में आयोजित किये जायेगे तथा संजना कपूर, देवेन्द्र राज अंकुर, जी एस चैन्नी एवं अन्य रंग अतिथियो के साथ सभी रंगकर्मियो का संवाद आचार्य तुलसी समाधि स्थल पर रखा गया है।
आयोजन समिति के सचिव कलानुरागी अशोक गुप्ता ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान भारतीय रंगमंच के प्रख्यात सख्सियत स्व0 दिनेश ठाकुर की संस्था अंक द्वारा अशोक मिश्रा के निर्दशन में नाटक अटके भटके लटके सुर, भोपाल के रंगनिर्देशक अनूप जोशी के निर्देशन विजय तेंदुलकर के लिखे नाटक प्लीज मत जाओ, मुम्बई विश्वविधालय के एकेडमी ऑफ थिएटर आर्ट्स के निदेशक डा0 मंगेश के निर्देशन में मराठी लोकनाट्य तमाशा, चण्डीगढ की प्रसिद्व रंगनिर्देशक सुखमणि के निर्देशन में सेवा(बमअं) ड्रामा रेपेट्री के द्वारा नाटक रोमियो-जूलियट एण्ड सेवन क्लॉन्स, मुम्बई के प्रसिद्व अभिनय गुरू राजेन्द्र तिवाडी के निर्देशन में दो नाटक कजरी और पति चाहिए और गोवा के सबसे पुराने नाट्य दल हंस थिएटर ग्रुप द्वारा गोवा के प्रसिद्व रंग निर्देशक विजय नायक के निर्देशक में नाटक ताबूत ंिजंदगी का मंचन किया जायेगा। इसके अलावा समारोह में बीकानेर के भी दो नाटको का मंचन किया जायेगा और बीकानेर की लोक-संस्कृति और वैभव से अतिथियो का परिचय करवाया जायेगा।
आयोजन समिति के अध्यक्ष हंसराज डागा ने बताया कि बीकानेर रंगमंच की अपनी एक गौरवशली परम्परा रही है जिसे और अधिक उर्जावान बनाने के प्रयास में आयोजित बीकानेर थिएटर फेस्टिवल एक ऐसा रंग-यज्ञ होगा जिसमें रंगकर्म से जुडे प्रतिबद्व और निष्ठावान कलाकार अपनी रंग आहूति देने के लिये बीकानेर में एकत्र होंगे। इस रंग-अनुष्ठान में विभिन्न प्रदेशो के रंगकर्मी अपनी अपनी नाट्य प्रस्तुतियों और अनुभवों के संग तीन दिन तक वर्तमान रंगकर्म और रंग प्रयासों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान युवा रंगकर्मियों को देश के ख्यातनाम रंगकर्मियो के साथ संवाद स्थापित करने का अवसर मिलेगा। समारोह के मध्य में बीकानेर के रंग जिज्ञासुओ को बाहर की नाट्य प्रस्तुतियों एवं बाहर के रंगकर्मियों को बीकानेर की नाट्य प्रस्तुतियां देखने का अवसर मिल सकेगा। यह समारोह इस रूप में भी महत्वपूर्ण सिद्व हो सकता है कि इसमें नाट्य की विभिन्न शैलियांे से युवा रंगकर्मी एंव रंग दर्शक परिचित हो सकेंगे।
स्मार्ट क्लब, राजूवास की अध्यक्ष रजनी जोशी ने बताया कि इस समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक केन्द्रो के सहयोग से कूल नौ नाटको के शहर में अलग अलग प्रेक्षागृहो में मंचन किया जायेगा परन्तु एक समय में एक ही नाटक का मंचन होगा ताकि सभी कलाकारो/दर्शको को सभी नाटको का देखने का अवसर मिल सके। साथ ही प्रतिदिन देर रात्रि को खुले मंच पर स्थानीय लोक नाट्को के मंचन प्रस्तावित है। अनुराग कला केन्द्र के उत्तम सिह ने बताया कि फेस्टिवल के सफल आयोजन के लिये एक परामर्श मण्डल और एक आयोजन समिति बनाई गई है। परामर्श मण्डल में बीकानेर के वरिष्ठ संगीतज्ञ डा0 मुरारी शर्मा, हेमंत डागा, सुभाष मितल, राकेश चावला, अरूण गुप्ता, एस डी चौहान और लक्ष्मीनारायण सोनी को शामिल किया गया है तथा आयोजन समिति में बीकानेर के शास्त्रीय संगीतज्ञ असित-अमित गोस्वामी, कथाकार संजय पुरोहित, रंगकर्मी रवि शुक्ल, नवलकिशोर व्यास, विकास शर्मा, राजशेखर शर्मा, दिनेश रंगा, सुनील जोशी, अशोक व्यास, के के रंगा को शामिल किया गया है। कार्यक्रम का समापन वेटयनरी सभागार में बीकानेर के ही स्थानीय नाटक के मंचन के साथ किया जायेगा। कार्यक्रम में दर्शको व कला अनुरागीयो का प्रवेश निशुल्क रहेगा।