सूरत (योगेश मिश्रा) वेसू की जमीन के विवाद को लेकर मोटा वराछा के एक बिल्डर को फोन पर धमकी देने के आरोप में क्राइम ब्रांच पुलिस ने मुंबई से छोटा राजन गैंग के एक गुर्गे तथा उसे सुपारी देने वाले महिधरपुरा के एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच पुलिस के मुताबिक मुंबई से पकड़े गए गुर्गे का नाम शेखर उर्फ सुनील भीखा जादव है। पुणे शिवाजी चौक सांईनाथनगर निवासी शेखर को बुधवार रात पुलिस ने मुंबई से धर दबोचा। उससे पूछताछ में मनीष अशोक पच्चीगर के सुपारी देने का खुलासा होने पर पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया।
पुलिस ने बताया कि मोटा वराछा रिवर हेवन अपार्टमेंट निवासी बिल्डर बाबू खोडा पड़साला ने 20 जून को क्राइम ब्रांच थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसकी वेसू की जमीन को लेकर 1 जून से 14 जून के बीच किसी शेखर नाम के व्यक्ति का बार-बार फोन आ रहा है। खुद को किसी गैंग का साथी बताते हुए वह जमीन का मामला निपटाने के लिए तथा रंगदारी के लिए धमकी दे रहा है। क्राइम ब्रांच पुलिस ने मामला दर्ज कर जिस नंबर से बिल्डर के मोबाइल पर फोन आए थे, उन नंबरों के आधार पर जांच शुरू की। पुलिस ने नंबरों को सर्वेलेंस पर रखा था। मोबाइल का लोकेशन मुंबई ट्रेस हुआ तो क्राइम ब्रांच की एक टीम मुंबई रवाना की गई। टीम ने शनिवार को धमकी देने के आरोप में शेखर उर्फ सुनील जाधव को धर दबोचा। सूरत लाने पर उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे मनीष पच्चीगर नाम के व्यक्ति ने इसके लिए सुपारी दी थी। पुलिस ने मनीष को भी गिरफ्तार कर लिया।


यह था मामला पुलिस ने बताया कि बिल्डर बाबू पड़साला ने वर्ष 2003 में वेसू क्षेत्र में जमीन खरीदी थी। जमीन मालिक ने यही जमीन अन्य लोगों को भी बेच दी, जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया। मामला कोर्ट में चल रहा था और मार्च, 2018 में बिल्डर केस जीत गया। इसके बाद भी बिल्डर से जमीन के बदले रुपयों की मांग की जा रही थी। उसे धमकी भरे फोन आने लगे थे।
जेल में हुई छोटा राजन गैंग के साथियों से मुलाकात पुलिस ने बताया कि शेखर उर्फ सुनील पुणे का निवासी है। वर्ष 2001 में उसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यरवडा जेल में उसकी पहचान छोटा राजन गैंग के सदस्य विक्की मल्होत्रा और महेश मकवाणा से हुई। इसके बाद वह भी छोटा राजन गैंग में शामिल हो गया। जेल से छूटने के बाद वह छोटा राजन गैंग के लिए धमकी देने और रंगदारी वसूलने का काम करता था।


दोनों का रिमांड नामंजूर छोटा राजन गैंग के गुर्गे शेखर और सूरत के मनीष पच्चीगर को गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार शाम क्राइम ब्रांच पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर सात दिन का रिमांड मंजूर करने की मांग की। जांच अधिकारी ने कोर्ट में दलील पेश करते हुए कहा कि अभियुक्त शेखर वर्ष 2003 से छोटा राजन गैंग से जुड़ा हुआ है। उसने बिल्डर के अलावा एक अन्य व्यक्ति को भी धमकी दी थी। अभियुक्त की कॉल डिटेल की जांच के साथ वॉइस स्पेक्ट्रोग्राफी करनी है। इसके अलावा इस अपराध में अन्य कौन लिप्त है, इसकी पूछताछ के लिए अभियुक्तों की पुलिस हिरासत जरूरी है। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता केतन रेशमवाला और अनीस खयाली ने दलीलें पेश कर रिमांड की मांग का विरोध किया। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने रिमांड की मांग नामंजूर करते हुए दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।