रागरस में शास्त्रीय गायन-वायलिन वादन ने समां बांधा
रागरस में शास्त्रीय गायन-वायलिन वादन ने समां बांधा

बीकानेर । संगीत मनीषी डॉ. जयचन्द्र शर्मा की जयन्ती के अवसर पर श्री संगीत भारती एवं श्री तोलाराम हंसराज डागा चेरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में हंसा ऑडिटोरियम में राग रस कार्यकम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में निताई हाईजन ने शास्त्रीय गायन एवं निलेष नैरूदा ने वायलिन वादन से समां बांध दिया ।

मुख्य अतिथि महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय के कुलसचिव मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि संगीत मनुष्य को अनुशासित करता है तथा उसका प्रभाव सम्पूर्ण सृष्टि में दिखाई पडता है । मुख्य वक्ता लोक कला मर्मज्ञ डॉ. श्रीलाल मोहता ने कहा कि संगीत के आनन्द को किसी व्याकरण से बांधा नहीं जा सकता । उन्होने कहा कि संगीत मानवीय अनुभूति को प्रकट करने का सशक्त माध्यम है । विशिष्ट अतिथि डॉ. अजीज अहमद सुलेमानी ने कहा कि संगीत किसी भाषा का मोहताज नहीं है । उन्होने कहा कि चिकित्सा जगत में रोग निवारण में संगीत का प्रभाव देखा गया है । सखा संगम के अध्यक्ष एन डी रंगा ने कहा कि डॉ. जयचन्द्र शर्मा की संगीत साधना से समूचे देश को नई जानकारियां मिली है । कार्यक्रम में आई.ए.एस. पी.सी. किशन, डॉ. सीताराम गोठवाल विषेष अतिथि थे । कार्यकम में श्री संगीत भारती के निदेषक डॉ. मुरारी शर्मा ने विषय प्रवर्तन किया । डॉ. राजभारती शर्मा ने डॉ. जयचन्द्र शर्मा के व्यक्तित्व कृतित्व पर पत्रवाचन किया । संयोजक अषफाक कादरी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाष डाला ।  मंच संचालक कवि कथाकार संजय आचार्य वरूण ने अतिथियों का परिचय दिया । ट्रस्ट के अध्यक्ष हंसराज डागा ने स्वागत उदबोधन प्रस्तुत किया ।

कार्यक्रम में युवा गायक पुुखराज शर्मा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । उस्ताद गुलाम हुसैन ने तबला संगत की । शास्त्रीय गायक निताई हाईजन ने राग मारू बिहाग प्रस्तुत किया तथा निलेष नरूदा ने वायलिन पर राग चारूकेशी तथा भैरवी सुनाई । इनके साथ नवरतन जोशी ने तबला संगत की । कार्यक्रम में इनके साथ सारंगीवादक अनुष्टुप किशन का सम्मान किया गया ।

कार्यक्रम में भाजपा प्रदेष उपाध्यक्ष नन्दकिशोर सोलंकी, जिला कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष हीरालाल हर्ष, कवि राजेन्द्र जोशी, असित गोस्वामी, चन्द्रषेखर जोशी, अमित गोस्वामी, डॉ. अजय जोशी, फिल्मकार मंजूर अली चंदवानी, मोहनलाल मारू, श्रीमती राजकुमारी मारू, डॉ. आभाषंकर, आर. शंकरन, ज्ञानेष्वर सोनी, गौरीषंकर सोनी, प्रताप सेठिया, केषव प्रसाद बिस्सा, वरिष्ठ रंगकर्मी बी. एल. नवीन, शिवाजी आहूजा, अकबर खान, नितिन तिवाडी, डॉ. प्रभा भार्गव, डॉ. ओम कुवेरा, मुनीन्द्र अग्निहोत्री, प्रेमनारायण व्यास, कवि बाबूलाल छंगाणी, डॉ. सुषमा शर्मा ने डॉ. जयचन्द्र शर्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित किये । कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।