रंगकर्मियों, सहयोगियों व नाटक निर्देशकों हुवा सम्मान

बीकानेर। योगेंद्र पुरोहित ( सहयोगी ओम एक्सप्रेस ) पाँच दिवसीय बीकानेर थियेटर फेस्टीवल का समापन समारोह समारोह सोमवार को पूर्वक किया गया।फेस्टिवल से जुड़े नवल किशोर व्यास ने बताया इस अवसर बतौर आथियो के रूप में जिला कलेक्टर कुमारपाल गौतम ओर डीआरएम अनिल कुमार दुबे मौजूद थे।कार्यक्रम में रंगकर्मियों, सहयोगियों ओर नाटक निर्देशकों का सम्मान स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया। आथियो ने रंगकर्म को सकारात्मकता प्रदान करने के लिए प्रेरणाश्रोत बताया।अनुराग कला केंद्र के अध्यक्ष सुदेश व्यास ने आंगतुकों का आभार जताया।इससे पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमें संगीतकार बिसाय ने बाँसुरी ओर सैक्सोफोन पर सुरलहरियो से उपस्थित श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। फ्रांस के मेंशन ने कथक नृत्य पेश किया।

हंसा गेस्ट हाउस ऑडिटोरियम में तमिलनाडु के जी विजया कुमार के निर्देशन में उथींरी नाटक का मंचन किया गया।वनवासियों के जीवन पर आधारित इस नाटक में भूमि और परम्परों को बचाने के लिए संघर्ष को सामने रखते इस नाटक में आधुनिकता की आबोहवा से दूर रहकर अपने वजूद को बचाने की आवाज़ थी।वनवासियों के संघर्ष की आवाज शासन और आमजन के लिए खड़ा होना ओर उसकी आवाज़ को दबा दिया जाना।उसकी ईमानदारी व संघर्ष का विजयी होना नाटक में दर्शाया गया है।

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2 मणिपुर के युमनाम राजेन्द्र सिंह के निर्देशन में भीनासर के टीएम ऑडिटोरियम में नाटक हैंगलाई मंचन किया गया।नाटक में प्रचीन नृत्य परम्परा को क़ायम रखने का प्रयास बखूबी निभाया गया।राओस नृत्य करने वाले कलाकारों किस प्रकार धरती पर विचरण करने वाले पशु पक्षियों ओर अन्य जीवों को बचाने के लिए अभिनय व नृत्य कर दर्शाया गया।देश में शक्तिशाली और धनाढ्य लोगों द्वारा बलात्कार के साथ विदेश में इस नृत्य को प्रदशित करने आदेश करने के बाद कलाकारो के सामने आई उलझनों को मंच पर सकाररूप दिया गया।3 रेलवे ऑडिटोरियम में नाटक मेकबेथ का मंचन किया गया।जीवन मे अतिरेक ओर अतिमहत्वाकांक्षा जीवन को नष्ट कर देती है। नाटक में कलाकारों द्वारा दिखाया गया।शेक्सपियर के लिखे ओर जम्मु के अभिषेक भारती के निर्देशन में मंचित नाटक में राजनीति महत्वाक्षा के चलते स्कॉटलैंड पर राज करने के लिए गृहयुद्ध की स्थिति कर देने वाले मैनबेथ ओर उसकी पत्नी द्वारा सभी प्रमुखो की हत्या करना और राजा को मारने के बाद दोनों का पागल हो जाना नाटक में दिखाया गया।

4 रविन्द्र मंच पर नाटक मिर्जा साहिबा का मंचन चंडीगढ़ के जीएस चेनी के निर्देशन में किया गया।प्रेम में गहरे तक डूबकर जान तक कुर्बान कर देने वाले युवाओं पर केंद्रित नाटक में निस्वार्थ भाव से एक दूसरे को प्रेम करने वालों समाज की विकृति , मानसिकता ओर स्वयंभू घोषित प्रहार से प्रेमियों को मौत का वरण करने वाली व्यवस्था को नाटक में मंचित कर विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से दर्शाया गया है।5 टीएम हॉल भीनासर में पॉपकार्न नाटक का मंचन किया गया।नाटक प्रारंभ रेलवे स्टेशन पर पॉपकॉर्न बेचने वाले व्यक्ति से होती हैं। वह व्यक्ति रोजना एक पॉपकॉर्न का पैकेट एक भिखारी महिला को देता है। उस महिला के साथ फल बेचने वाला दुकानदार उस महिला से बलात्कार की धटना से वह इतना दुखी हो जाता है कि समाज की ओछी ओर विकृत मानसिकता से धृणा करने लगता है।महिला उस बलात्कारी की घटना के बाद पागल हो जाती है।महिला को न्याय दिलाने के लिए वह संघर्ष करता है।

6 टाउन हॉल में राजेंद्र पाँचाल के निर्देशन में नाटक कथा सुकवि सूर्यमल्ल का मंचन किया गया।अंग्रेजों के शासन की जनविरोधी नीतियों अत्याचारी शैली से कवि गाथा के माध्यम से बखान करते हैं।सन1818 में रजवाड़ों पर ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा हुकूमत करना। अंग्रेजी हुकूमत के समय लोगों पर हुवे अत्याचार ,क्रूरता से शासन के समय इन सब को देखकर समझने पर कविताओं का सृजन कर आमजन में जनजागृति का संचार करना है ।

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