सूरत (.योगेश मिश्रा)।आदिवासी बहुल डांग से भाग कर सूरत आई दसवीं की एक छात्रा को दो दिन तक एक कमरे में कैद रखकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में महिधरपुरा पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जबकि दो किशोरों को डिटेन किया है।
पुलिस के मुताबिक चौदह वर्षीय पीडि़ता गत मंगलवार को डांग से भागकर सूरत आई थी। वह स्कूल नहीं गई थी। उसे डर था कि उसकी माता उसे डांटेगी। इस वजह से वह शिरड़ी से सूरत आने वाली बस में बैठ गई और केन्द्रीय बस अड्डे पहुंची। अगले दिन बुधवार शाम को बस अड्डे पर उसे एक किशोर मिला। वह उसे गलेमंडी में अपने किराए के कमरे में ले गया। देर रात उसका मित्र दिल्ली गेट ट्रेवल्स एजेन्सी निवासी वसीम शाह कमरे पर पहुंचा। उसने पीडि़ता के साथ दुष्कर्म किया। उसके जाने के बाद किशोर अपने ममेरे भाई के साथ आया। उन दोनों ने भी दुष्कर्म किया। उसके बाद पीडि़ता को दिलासा दिलाया कि उसे सुबह उसके गांव की बस में बिठा देंगे। गुरुवार सुबह आरोपित किशोर उसे बस अड्डे ले गया। दोपहर तक उसे वहीं बिठाकर रखा, लेकिन बस में नहीं बिठाया। वह फिर उसे कमरे पर ले आया। उस रात भी उसने और उसके ममेरे भाई ने दुष्कर्म किया। शुक्रवार सुबह वह पीडि़ता को रेलवे स्टेशन ले गया। सुबह से दोपहर तक रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बिठा कर रखा और वहां से नौकरी पर जाने की बात कहकर चला गया। उसने पीडि़ता को चाय नाश्ते के लिए 40 रुपए भी दिए।


वहां से पीडि़ता केन्द्रीय बस अड्डे पर पहुंची। वहां उसे बैठा देखकर एक व्यक्ति ने उससे पूछा कि तुम तीन दिनों से यहां क्यों बैठी हो। पीडि़ता ने उसे अपने घर के बारे में बताया तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पीडि़ता की मौसी से संपर्क किया। मौसी के थाने पहुंचने पर पीडि़ता ने उसे पूरी घटना बताई और शनिवार तडक़े महिधरपुरा थाने में सामूहिक दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज करवाई। पीडि़ता दलित होने के कारण सहायक पुलिस आयुक्त सी डीवीजन पी.के.पटेल ने उसकी निशानदेही पर गलेमंडी से दोनों आरोपित किशोरों को डिटेन कर लिया तथा उनके मित्र वसीम शाह को भी गिरफ्तार कर लिया। उनसे घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
रिक्शा चालक ने दिया था आश्रय मंगलवार को सूरत आई पीडि़ता बस अड्डे से एक ऑटो मोबाइल शोरूम में काम करने वाले अपने रिश्तेदार के यहां जाना चाहती थी, लेकिन उसके पास नाम पता नहीं था। मंगलवार रात को एक ऑटो रिक्शा चालक उसे अपने घर ले गया और उसे अपने साथ रखा। सुबह उसके घर से अपने रिश्तेदार के घर जाने के लिए निकली। रिश्तेदार के यहां जाने के इरादे से दूसरे ऑटो रिक्शा में बैठी। वह उसे डूमस ले गया और डूमस से बुधवार दोपहर बाद वापस केन्द्रीय बस अड्डे पर लाकर छोड़ दिया।