शराबबंदी के लिए महिलाओं को उठाने होंगे कदम : स्वामी अग्निवेश

शहीद गुरुशरण छाबड़ा की प्रथम पुण्यतिथि पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन

बीकानेर । संभाग के श्रीगंगानगर जिले में शहीद श्री गुरुशरण छाबड़ा की आज प्रथम पुण्यतिथि  शहीद गुरुशरण छाबड़ा जनक्रांति मंच के बैनर तले श्रीगंगानगर जिले में मनाई गई जहाँ डी एन टी प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र कुमार गजुआ ने संबोधन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई जहा छाबड़ा जन क्रान्ति मंच की प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती पूजा छाबड़ा जी के साथ स्वामी अग्निवेश जी मुख्यतिथि के रूप में मौजूद रहे ।

कार्यक्रम के दौरान श्रीमाति पूजा छाबड़ा सहित सभी गणमान्य अतिथियों के साथ साथ स्वामी अग्निवेश जी महाराज जी ने शहीद गुरुशरण छाबड़ा जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की।इस दौरान स्वामी अग्निवेश जी महाराज ने शहीद गुरुशरण छाबड़ा द्वारा प्रदेश में सम्पूर्ण शराबबंदी के लिए कार्य करने वाले व राजस्थान की जनता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद गुरुशरण छाबड़ा जी की शहादत को सलाम करते हुए राजस्थान की जनता के साथ साथ श्री गंगानगर जिले के महिलाओं के साथ साथ युवा साथियों का आवाह्न किया और कहा की शराबबंदी हेतु कार्यरत श्रीमती पूजा छाबड़ा जी की मेहनत रंग लाने लगी है जब तक संपूर्ण प्रदेश के प्रत्येक कोने में पूजा छाबड़ा जैसी हजारो महिलाएं कदम नहीं उठाएंगी तब तक राजस्थान में शराब बंद नहीं की जा पाएगी। साथ ही स्वामी अग्निवेश जी ने सभी युवा साथियों को आवाह्न करते हुए कहा की देश के भविष्य में अगर किसी का सहयोग होता है तो युवाओं का होता है अतएव सभी युवाओं को ये संकल्प लेना चाइये की वे पूर्णतया शराब को छोड़ देंगे जिस से शहीद गुरुशरण छाबड़ा जी द्वारा दिया गया बलिदान व्यर्थ ना जाए।हजारों की संख्या में राजस्थान के प्रत्येक कोने से आये लोगों ने श्रीमती पूजा छाबड़ा जी का हाथ उठाते हुए समर्थन किया इस दौरान श्रीमती पूजा छाबडा जी अपने पिता शहीद गुरुशरण छाबड़ा की मृत्युपश्चात उनके द्वारा शुरू की गई शराबबंदी की मुहीम की मशाल को थाम साथ ही इस दौरान श्रीमती पूजा छाबड़ा जी अपने 1 साल के सफ़र के बारे बताते हुए कहा की आज यहाँ गोपीराम जी की बगीची में उपस्तिथ राजस्थान के हर कोने हर जिले से आये महिलाओं,पुरषो व् युवाओं की भीड़ देखते हुए आज लगता है की मेरे पिता द्वारा शुरू की गई इस मुहीम और उनके द्वारा दिए गया बलिदान रंग लाने लगा है और मैं जब तक जीवित हूँ अपनी अंतिम सांस तकराजस्थान में शराबबंदी लागू कराने हेतु कार्यरत रहूंगी साथ ही मैं अपील करना चाहूंगी यहाँ बैठी हर एक व्यक्ति,माताओं बहनों,युवाओं और पितातुल्य बुजुर्गो से की उन्होंने जो यहाँ आकर शहीद गुरुशरण छाबड़ा जी को सच्ची श्रधांजलि दी है मैं उसके लिए आप सभी की शुक्रगुजार हूँ और मैं प्रदेश की पूरी जनता से अपील करना चाहूंगी की वे आगे आये और अपना एक कदम आगे बढाए ताकि राजस्थान में सम्पूर्ण शराबबंदी के साथ साथ सशक्त लोकायुक्त कानून लागू हो सके और देहदानी महापुरुष शहीद गुरुशरण छाबड़ा जी द्वारा दिया गया बलिदान व्यर्थ ना जा सके और राजस्थान की जनता द्वारा उन्हें सच्ची श्रधांजलि मिल सके और मैं यहाँ की पूरी जनता से वादा करती हूँ की मैं अपनी अंतिम सांस तक इस मुहिम के लिए और राजस्थान  की महिलाओं की सुरक्षा और स्वाभिमान के लिए कार्यरत रहूंगी।