ओम एक्सप्रेस न्यूज बीकानेर। पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ बुलाकीदास कल्ला ने आज बयान जारी कर कहा कि राजस्थान में पिछले वर्ष 16000 से ज्यादा स्कूलों को राज्य सरकार द्वारा बंद करके शिक्षा के क्षेत्र में तथा साक्षरता के क्षेत्र में बढ़ते राजस्थान को पूरे देश मे पिछड़े हुए राज्यों में लाने का कृत्य किया गया अब राजस्थान सरकार सरकारी स्कूलों को निजी हाथों में सौंप कर शिक्षा का व्यवसायीकरण करना चाहती है जो गरीब जनता के साथ धोखा है।
डॉ कल्ला ने कहा कि राज्य के लिए राजकीय शालाओं जैसे बीकानेर का सादुल स्कूल जयपुर के पोधार स्कूल जैसे अनेक सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थी जो कि माध्यमिक शिक्षा की बोर्ड की मेरिट लिस्ट (वरीयता सूची) के प्रथम 15 स्थानों तक आते है उन विद्यार्थियों के साथ सरकार धोखा कर रही है जो कि इन स्कूलों में पढ़ते है इन स्कूलों को निजी हाथों में देने से गरीब बच्चो के भविष्य को बिगडऩा और गरीब बच्चो को पढऩे से वंचित करने की साजिश है और ग्रामीण क्षेत्रो में बड़े सरकारी स्कूलों को निजी हाथो में देंकर शिक्षा को महंगा किया जा रहा है जिसका पुरजोर विरोध है और सरकार को अपना यह निर्णय समय रहते वापिस लेना होगा ताकि गरीब जनता सरकारी स्कूलों में पढ़ सके निजी हाथों में सौंपने के बाद 10 गुना से अधिक फीस वृद्धि हो जाएगी जो कि आमजन के शिक्षा जैसे मूलभूत अधिकारों का हनन है डॉ कल्ला ने शिक्षा के व्यवसायीकरण पर तुरंत रोक लगाने की मांग की।