25jan2018 dotre

बीकानेर। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बुधवार को पूरे राज्य के साथ बीकानेर जिला भी “डॉटर्स आर प्रिशियस” महोत्सव के रंग में रंग गया। बेटियों के समर्थन में शहर से लेकर हर तहसील से गूँज उठी। जिले में 415 शिक्षण संस्थानों में आयोजित संवाद कार्यक्रमों में कुल 50,000 से ज्यादा से अधिक विद्यार्थियों को कन्या भ्रूण ह्त्या निषेध की मुहीम से जोडऩे का प्रयास किया गया। केवल माध्यमिक / उच्च माध्यमिक व कॉलेज स्तर के छात्र-छात्राएं इसमें शामिल रहे। अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक आईएएस नवीन जैन द्वारा चलाई गई इस मुहीम में मूलत: बेटी-बेटे को लेकर प्रचलित अंतरों को भ्रम साबित करने और मिथ्या धारणाओं को तोडऩे का प्रयास किया गया।

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सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने इसे ऐतिहासिक आयोजन बताते हुए आयोजन में भूमिका निभाने वाली पूरी टीम व विशेषकर ” डेप रक्षकों ” को बधाई प्रेषित की है। डैप रक्षकों के रूप में शिक्षा विभाग से गुरुजन, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्साधिकारी, आयुष चिकित्सक, लेखाकार, आशा सुपरवाइजर, मेलनर्स, एएनएम, फार्मासिस्ट जबकि आयुर्वेद विभाग के आयुर्वेद चिकित्सक व आईसीडीएस से महिला पर्यवेक्षक आदि स्वयंसेवक के रूप में शामिल हुए। उन्होंने इस अभियान को सफलतम बनाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) दयाशंकर अरड़ावतिया, उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग डॉ. महावीर सिंह राठौड़, उपनिदेशक आईसीडीएस रचना भाटिया व अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा के महत्वपूर्ण योगदान को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए संकल्प बद्ध है और ऐसे आयोजन कर आमजन को जोडऩे का क्रम जारी रहेगा। सबसे बड़ा कार्यक्रम श्रीडूंगरगढ़ तहसील के भारती निकेतन महाविद्यालय में हुआ जिसमे डेप रक्षक नेहा शेखावत ने 1500 से अधिक विद्यार्थियों से एक साथ संवाद किया।
पूरे राज्य में बजा बेटियों का डंका पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण ने बताया कि इस एक दिवसीय महोत्सव में प्रदेशभर में 6 हजार 200 शैक्षणिक संस्थानों में प्रात: 10 से 1 बजे के मध्य डैप संवाद -2 का महा-जागरुकता उत्सव आयोजित कर प्रशिक्षित डैप रक्षकों ने 11 लाख 51 हजार युवाओं यानी राजस्थान की डेढ़ प्रतिशत आबादी को एक ही दिन में बेटी बचाओ का संदेश देकर एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। साथ ही सभी स्थानों पर एक ही समय प्रात: 11.30 बजे प्रतिभागी 11 लाख 51 हजार युवाओं ने एक साथ राष्ट्रगान गाकर एक और नया रिकार्ड कायम किया है।

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परिणामोन्मुख संवाद है “डॉटर्स आर प्रिशियस” डीपीएम सुशील कुमार ने जानकारी दी कि बीकानेर जिले में विशेष प्रशिक्षित 425 वक्ताओं ने डेप रक्षक के रूप में बेटी-बेटे में फर्क के पीछे स्थापित भ्रम व वर्जनाओं को तोड़ा और शोर्ट फिल्म्स प्रदर्शित कर युवा मन के भावनात्मक पहलू को झंकृत करने का प्रयास किया पीसीपीएनडीटी एक्ट, लिंगानुपात, मुखबिर योजना, डिकॉय ऑपरेशन, इम्पैक्ट साफ्टवेयर आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सिर्फ बातों से आगे निकल कर एक्शन पर केन्द्रित इस अभियान को जिले के शिक्षण संस्थानों ने बहुत उत्साह के साथ अपनाया।
तहसील स्तर के स्कूल-कॉलेज भी पीछे नहीं आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य ने जानकारी दी कि कुल 415 आयोजनों में बीकानेर शहरी क्षेत्र में 90 कार्यक्रमों में 12030 विद्यार्थियों से संवाद किया गया खण्ड नोखा ने सर्वाधिक उत्साह दिखाते हुए 56 कार्यक्रमों में 11800 विद्यार्थियों को संवाद से जोड़ा, खण्ड श्रीडूंगरगढ़ में 47 कार्यक्रमों में 10116 विद्यार्थियों को, खण्ड बीकानेर में 113 कार्यक्रमों में 7682 विद्यार्थियों को खण्ड कोलायत में 41 कार्यक्रमों में 4936 विद्यार्थियों को खण्ड लूणकरणसर में 33 कार्यक्रमों में 3767 विद्यार्थियों को व खण्ड खाजूवाला में 32 कार्यक्रमों में 2120 विद्यार्थियों को बेटी बचाओ मुहीम की जानकारी देकर डेप रक्षक बनने की अपील की गई ।
एक साथ राष्ट्र गान द्वारा दिया अखंडता और राष्ट्र भक्ति का सन्देश डॉ. मनुश्री सिंह ने बताया कि डॉटर्स आर प्रिशियस संवाद के दौरान प्रात: 11:30 बजे अधिकाँश संस्थानों पर एक साथ राष्ट्र गान गाया गया। इस प्रकार पूरे देश को एक सूत्र में बाँधने सन्देश दिया गया। बीकानेर शहरी क्षेत्र में राजकीय लेडी एल्गिन स्कूल, महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय, सादुल स्कूल, बिन्नाणी कन्या महाविद्यालय, गृह विज्ञान महाविद्यालय, बी.जे.एस. रामपुरिया जैन महाविद्यालय, महारानी स्कूल, फोर्ट स्कूल, कोचिंग इंस्टिट्यूट, राजकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, राजकीय जीएनएम ट्रेनिंग सेण्टर, राजकीय नर्सिंग कॉलेज, सेठ तोलाराम बाफना स्कूल, बेसिक महाविद्यालय जैसे सरकारी-गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों ने बढ़-चढ़ कर डॉटर्स आर प्रेशियस फेस्टीवल में भाग लिया।