बीकानेर। माननीय उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली के संदर्भित मिडिएशन एंव कंसिलिएशन प्रोजेक्ट कमेटी व माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में बीकानेर जिले के एडीआर भवन के सेमीनार हॉल में उक्त कार्यक्रम से प्रासंगिक के कालखंड में द्वितीय चरण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ज्ञान प्रकाश गुप्ता जिला एंव सेशन न्यायाधीश, हनुमानगढ़, मिडिएशन एंव कंसिलिएशन प्रोजेक्ट कमेटी के ऑब्जर्वर (पर्यवेक्षक) दीपक कुमार ढींगड़ा तथा प्रशिक्षकगण विजय कुमार सिंह, सीमा शर्मा, उर्मिला शर्मा, अरूण कुमार अग्रवाल (नोडल ऑफिसर) एसीडी जज, बीकानेर, विनोद कुमार सोनी न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय सं. 01, बीकानेर, रामअवतार सोनी (जज इंचार्ज मिडिऐशन) एडीजे सं. 01, बीकानेर, राहुल चौधरी, पूर्णकालिक सचिव जिविसेप्रा, बीकानेर संभाग के जिलों, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, तथा चूरू के, आदेशोल्लेखित सम्मानीय न्यायिक अधिकारीगण एंव विद्वान अधिवक्तागण ने अपनी सादर उपस्थिति दी। तीन दिवसीय कार्यक्रम को विभिन्न प्रक्रमों में विभक्त किया गया था।

पहले दिन दीप प्रज्जवलन तथा सरस्वती वंदना के उपरांत द्वंद्व/टकराव, मिडिऐशन तथा समझौता के बिंदुओं पर परिचर्चा की गई। इसके अतिरिक्त वार्तालाप गतिविधि में विभिन्न प्रतिभागियों को सम्मिलित कर, रॉबर्ट/अरूण के काल्पनिक प्रकरण के संदर्भवश किया गया। दूसरे दिन मिडिएटर के लिए संचार तथा उचित संचार प्रणाली के आयामों की पद्धति पर विचार रखे गए। तीसरे दिन मिडिऐशन में अधिवक्ताओं की भूमिका, उचित आचार-नीति, पद्धति गतिरोध की अवधारणा पर परिचर्चा रखी गई। इसके अतिरिक्त वार्तालाप गतिविधि में विभिन्न प्रतिभागियों को सम्मिलित कर, मोहन/सोफ्टड्रिंक्स के काल्पनिक प्रकरण के संदर्भवश किया गया। समस्त कार्यक्रम परिचर्चा तथा प्रतिभागियों के सक्रिय भागीदारीता के साथ सम्पन्न किया गया।