प्रत्येक व्यक्ति को मिले पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण पेजयल, किसी स्तर पर ना हो लापरवाही : किरण माहेश्वरी
प्रत्येक व्यक्ति को मिले पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण पेजयल, किसी स्तर पर ना हो लापरवाही : किरण माहेश्वरी
प्रत्येक व्यक्ति को मिले पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण पेजयल, किसी स्तर पर ना हो लापरवाही : किरण माहेश्वरी

बीकानेर । जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने कलक्ट्रेट सभागार में लगभग साढे तीन घंटे चली मैराथन बैठक में जिले की पेयजल वितरण व्यवस्था की समीक्षा की।
इस अवसर पर उन्होंने स्पष्ट हिदायत देते हुए कहा कि अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही ना हो। यदि कहीं ढिलाई पाई गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधीक्षण अभियंता से लेकर कनिष्ठ अभियंता तक के तकनीकी अधिकारी एक सप्ताह में कम से कम तीन दिन फील्ड में जाएं, आमजन की समस्याएं सुनें और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाना सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। तकनीकी अधिकारी आवश्यकता के अनुसार नई स्कीम्स के प्रस्ताव भिजवाएं तथा इनकी प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग करें। पूर्व में स्वीकृत स्कीम्स समय पर शुरू हों तथा निर्धारित समय तक कार्य पूर्ण हो जाए, ऐसी व्यवस्था की जाए।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्राी ने कहा कि अधिकारियों को यह मालूम रहे कि उनके क्षेत्रा में जल भंडारण के कितने स्त्रोत हैं, वितरण की क्या व्यवस्था है। यदि किसी स्थान पर पर्याप्त आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं और छोटी-छोटी तकनीकी खामियों के कारण उस क्षेत्रा के लोगों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है, तो इन खामियों को प्राथमिकता से दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम अत्यंत चुनौतीपूर्ण है, इस दौरान विभाग के सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करें। उन्होंने श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्रा में फेल ट्यूबवेल्स को पुनः रिचार्ज करने के कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जताई तथा पूछा कि स्वीकृतियां जारी होने के बावजूद अब तक कार्य पूर्ण क्यों नहीं हुआ। यहां टैंकर्स के माध्यम से पेयजल सप्लाई की निविदाएं न होने को भी गंभीरता से लिया तथा कहा कि जो कार्य अप्रैल के प्रारम्भ में करना चाहिए था, वो अब तक क्यों नहीं हुआ। उन्होंने 15 जून तक यह कार्रवाई करके उन्हें सूचित करने के निर्देश दिए।
माहेश्वरी ने कहा कि जिन गांवों में आवश्यकता पड़ने पर टैंकर्स के माध्यम से पेयजल सप्लाई होना है, वहां इसका पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी इसकी सूचना दी जाए। उन्होंने कहा कि जिले के किन-किन क्षेत्रों में मोटर पंप्स बदलने अथवा ठीक करने की जरूरत है, इसका सर्वे किया जाए तथा आवश्यक कार्रवाई करते हुए इसकी सूचना उपलब्ध करवाई जाए। उन्हांेने श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्रा में खराब पंप सेट्स आगामी तीन दिनों में बदलने के निर्देश दिए। श्रीकोलायत क्षेत्रा में कैनाल एरिया में खराब हैण्डपम्प को ठीक करने का कार्य प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा अधिकारियों को वाहन सहित विभिन्न आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए हुए हैं, इनका अधिकतम उपयोग करते हुए आमजन को राहत प्रदान करना सुनिश्चित किया जाए।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्राी ने कहा कि श्रीकोलायत और खाजूवाला के सीमावर्ती गांवों में गर्मी के मौसम को देखते हुए अधिक संवेदनशीलता से कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में पीएचइडी की डिग्गियों की सफाई के लिए राज्य सरकार द्वारा आगामी तीन सालों में तीन सौ करोड़ रूपये व्यय किए जाएंगे। इन क्षेत्रों में डिग्गियों में अत्याधुनिक तकनीक के फिल्टर लगाए जाएंगे। ये फिल्टर आगामी तीस वर्षों तक गुणवत्तायुक्त पानी उपलब्ध करवाने की संभावनाओं को ध्यान रखते हुए लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी घोषणा की अनुपालना में बीकानेर संभाग की 635 डिग्गियों मे ऐसे कार्य किए जाएंगे। उन्होंने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के परम्परागत जल भंडारण स्त्रोतों के उपयोग की योजनाएं तैयार करने के निर्देश भी दिए। देशनोक नगर पालिका को नागौर लिफ्ट कैनाल से पानी उपलब्ध करवाने की योजना को शीघ्र ही कार्य करने का भरोसा दिलाया।
माहेश्वरी ने कहा कि श्रीकोलायत की सेवड़ा-राजूका पेयजल योजना, लाखासर स्कीम सहित विभिन्न स्कीम्स की प्रगति का जायजा लिया जाए तथा यदि कहीं ठेकेदार की ढिलाई के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि कोलायत क्षेत्रा में जिन स्वीकृत ट्यूबवैल के डिमांड नोटिस जारी हो चुके हैं, उनके कनेक्शन अतिशीघ्र दिए जाएं। उन्होंने पीएचइडी और विद्युत निगम को आपसी समन्वय के आधार पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल के अवैध कनेक्शन तथा पानी चोरी रोकने के प्रभावी कदम उठाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए नियमित अभियान चलाए जाएं तथा पानी चोरी करने वालों के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाई जाए। उन्होंने कहा कि बीकानेर शहरी क्षेत्रा के 90 ओपन अथवा ट्यूब वेल का सर्वे करके यह पता लगाया जाए कि क्या ये चालू होने लायक हैं, यदि इन्हें चालू किया जा सकता है तो प्रस्ताव तैयार करके सरकार को भिजवाए जाएं।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्राी ने कहा कि बीकानेर शहर में पेयजल पाइपलाइन सहित विभिन्न कार्यों के लिए 47 करोड़ की स्कीम स्वीकृत है। ये सभी कार्य सितम्बर 2016 तक पूर्ण हो जाएंगे। उन्होंने ग्राम सभाओं और पंचायत समिति एवं जिला परिषद की साधारण सभा की बैठकों में पेयजल विभाग के अधिकारियों को अधिकारियों को अनिवार्य रूप से जाने के निर्देश दिए तथा कहा कि पेयजल विभाग के अधिकारी सांसद, जिला प्रमुख, विधायक, प्रधान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के नियमित संपर्क में रहें। उन्होंने कहा कि राज्य की सरकारी स्कूलों में प्रवासी राजस्थानियों के सहयोग से फिल्टर प्लांट लगाए जाएंगे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पीपीपी मॉडल के आधार पर आरओ प्लांट स्थापित किए जाएंगे।
सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व में नोखा सहित सात नगर पालिका क्षेत्रों में पेयजल वितरण का कार्य नगर पालिका को सुपुर्द कर दिया था। सरकार द्वारा इस निर्णय के संबंध में पुनर्विचार किया जाए तथा नगर पालिका क्षेत्रा में पेयजल वितरण का कार्य पुनः पीएचइडी को दिया जाए, जिससे तकनीकी खामियों को त्वरित सुधारने के लिए पीएचइडी के संसाधनों को बेहतर उपयोग किया जा सके तथा आमजन को परेशानी न हो। उन्होंने बरससिंहसर क्षेत्रा के लिए पूर्व में प्रस्तावित लगभग 404 करोड़ की स्कीम को स्वीकृत करने तथा लूनकरनसर के कालू क्षेत्रा में पेयजल सप्लाई व्यवस्था को ओर अधिक व्यवस्थित करने का सुझाव दिया। उन्हांेने कहा कि विभाग की हैल्पलाइन को और अधिक मुस्तैद किया जाए, जो आमजन की समस्याएं पर त्वरित कार्रवाई करे।
बीकानेर पश्चिम क्षेत्रा के विधायक डॉ गोपाल जोशी ने कहा कि सरकार की ओर से ऐसे प्रावधान किए जाएं कि शहरी क्षेत्रा में बिजली सप्लाई की बाधित होने पर जनरेटर के माध्यम से पेयजल सप्लाई की जा सके। इसके लिए एमपी और एमएलए लैड से भी राशि उपलब्ध करवाई जाए। उन्हांेने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की तर्ज पर यह व्यवस्था की जाए। उन्होंने नत्थूसर गेट क्षेत्रा में पर्याप्त पेयजल सप्लाई के लिए नई स्कीम तैयार करने का प्रस्ताव रखा तथा कहा कि नत्थूसर गेट से लक्ष्मीनाथ घाटी और उस्ताबारी क्षेत्रा में ढलान होने के कारण यहां के लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता। इसके लिए सरकार की ओर से जल्दी ही एक स्कीम स्वीकृत की जाए। उन्होंने इसीबी कॉलेज के लिए नई स्कीम स्वीकृत करने को कहा। उन्होंने कहा कि इसीबी कॉलेज में छह हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं, उन्हें पर्याप्त और शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
श्रीडूंगरगढ़ विधायक किशनाराम नाई ने कहा कि गर्मी के मौसम के मद्देनजर श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्रा के ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकर्स के माध्यम से पेयजल की पर्याप्त सप्लाई करवाई जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रा में आवश्यकता के अनुसार नई स्कीम्स के प्रस्ताव भिजवाए जाएं तथा इन प्रस्तावों को तैयार करते समय जनप्रतिनिधियों की राय ली जाए। उन्होंने क्षेत्रा के नकारा ट्यूबवैल को शीघ्र दुरूस्त करवाने की बात भी कही। खाजूवाला विधायक डॉ विश्वनाथ ने कहा कि पीएचइडी, बीएडीपी के तहत स्वीकृत कार्यों को प्राथमिकता से करवाएं। उन्होंने कहा कि खाजूवाला का लगभग पूरा क्षेत्रा डिग्गियों से जल सप्लाई पर निर्भर है। ऐसे में इन डिग्गियों के फिल्टर को अविलम्ब दुरूस्त करवाया जाए। पीएचइडी के अधिकारी, खाजूवाला क्षेत्रा के टेल तक पानी उपलब्ध करवाने के लिए नई स्कीम्स की संभावनाएं देखंे तथा आवश्यकता के अनुसार रिवाइज्ड स्कीम्स भी स्वीकृत करवाएं।
महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा कि सालमनाथ नगर क्षेत्रा में बड़ी मात्रा में सब्जी उगाई जाती है। इस कार्य के लिए पीएचइडी का पेयजल चोरी हो रहा है। जिला प्रशासन एवं पीएचइडी द्वारा इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। उन्होंने शहरी क्षेत्रा के 90 ओपन वैल एवं ट्यूब वेल को पुनः चालू करवाने का आग्रह किया तथा चौधरी कॉलोनी, आरसीपी कॉलोनी सहित अन्य क्षेत्रों में पेयजल वितरण की गुणवत्ता और मात्रा पर विशेष ध्यान देने को कहा।
पूर्व विधायक देवी सिंह भाटी ने कहा कि यदि किसी जनप्रतिनिधि द्वारा हैण्डपम्प के प्रस्ताव दिए जाते हैं और वहां गुणवत्ता की दृष्टिकोण से कोई कमी हो तो भूजल विभाग द्वारा इसकी जांच की जाए तथा संबंधित जनप्रतिनिधि को इसकी सूचना दी जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रा के लोगों की समस्याओं की जानकारी रखें, ग्रामीणों की बात सुनें तथा उनके त्वरित समाधान के प्रयास करें।
कोलायत विधायक भंवर सिंह भाटी ने खराब मोटर बदलने का समय तय करने, श्रीकोलायत के 50 गांवों में पेयजल सप्लाई की प्रभावी व्यवस्था करने का सुझाव दिया। जिला प्रमुख सुशीला सींवर ने पीएचइडी की डिग्गियों को तारबंदी अथवा जाली के माध्यम से ढकने, बीकानेर प्रधान राधा देवी सियाग ने उदयरामसर, रिडमलसर पुरोहितान सहित अन्य क्षेत्रों के बंद पड़े ट्यूबवेल चालू करने, लूनकरनसर प्रधान गोविंदराम गोदारा ने अधिक पशुधन वाले गांवों में टैंकर के माध्यम से अधिक पेयजल सप्लाई करने तथा खाजूवाला प्रधान सरिता चौहान ने डिग्गियों की प्रभावी देखरेख की बात कही।
बैठक में जिला कलक्टर पूनम, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) हरि प्रसाद पिपरालिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.एल. मेहरड़ा सहित जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण तथा अधिशाषी अभियंता मौजूद थे।
तीन अधिकारी एपीओ
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्राी किरण माहेश्वरी के निर्देशानुसार तीन तकनीकी अधिकारियों को एपीओ कर दिया गया है। सूचना के बावजूद गुरूवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में न आने के कारण सहायक अभियंता नेरन्द्र अरोड़ा, बैठक में पूरी तैयारी के साथ न आने के कारण अधिशाषी अभियंता सुशील कश्यप तथा आमजन की समस्याओं की सुनवाई न करने तथा अपना मोबाइल फोन स्वीच ऑफ रखने के कारण अधिशाषी अभियंता अख्तर हुसैन को एपीओ कर दिया गया। एपीओ अवधि के दौरान नरेन्द्र अरोड़ा का मुख्यालय भरतपुर, सुशील कश्यप का मुख्यालय बाड़मेर तथा अख्तर हुसैन का मुख्यालय जैसलमेर रहेगा।
शुक्रवार को देशनोक जाएंगी पीएचइडी मंत्री
पीएचइडी मंत्राी किरण माहेश्वरी शुक्रवार प्रातः देशनोक जाएंगी तथा वहां पेयजल योजनाओं की समीक्षा करेंगी। वे प्रातः 6:30 बजे बीकानेर से देशनोक के लिए प्रस्थान करेंगी। माहेश्वरी यहां से नागौर तथा नागौर से राजसमंद जाएंगी।