बीकानेर। इन दिनों बीकानेर में कौशल मंत्रालय रोजगार मेला चल रहा है। इस मेले में विभिन्न काउंसिल मंच मुहैया करवा रही हैं। दरअसल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के तहत फर्नीचर फिटिंग काउंसिल से जुड़कर नरसी कुलरिया ग्रुप देशभर के 25 हजार युवा कारपेंटर को ना केवल स्किल्ड कर रहा है अपितु उन्हें रोजगार भी दे रहा है। पेन इंडिया में ही 3500 युवा कारपेंटर काम कर रहे है। करीब पांच सौ करोड़ के ग्रुप के मालिक कुलरिया ने बेहद छोटे से गांव और सामान्य परिवेश से निकलकर अपनी पहचान बनाई है। सही मायनों में नरसी ग्रुप के एमडी नरसी डी कुलरिया ‘कौशल भारत, कुशल भारत’ के स्लोगन को जमीन पर साकार कर रहे है।

नरसी कुलरिया कहते है कि मेरा सपना है गांव के हुनरमंद कारपेंटर को बड़ा मंच उपलब्ध हो जिससे वो आत्मनिर्भर बने और ‘मेक इन इंडिया’ का नारा साकार कर सके। काउन्सिल से जुड़े जयकांत सिंह कहते हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऐसे उद्योगपतियों की ही तलाश है जो गांव-ढाणी के हुनरमंद को तैयार करे और रोजगार का मौका दे। जयकांत सिंह कहते है कि कुलरिया रियल हीरो हैं जो गांव-ढाणी की प्रतिभा को मौका दे रहे हैं तथा जो पहले से रोजगार में हैं उन्हें भी लाभ दे रहे हैं। नरसी कुलरिया कहते हैं कि वे लगातार काम कर रहे हैं प्रयास रहेगा बीकानेर में कारपेंटर्स के लिए कोई संस्थान खोला जाये। सरकार जमीन उपलब्ध करवाए तो ये मुश्किल नहीं है। कुलरिया ने कहा कि मुश्किल कुछ भी नहीं बस हौसले के साथ मेहनत की जाए।


पिता का आशीर्वाद, भाइयों का मार्गदर्शन
मूलवास सीलवा नोखा के नरसी कुलरिया बताते हैं कि स्वर्गीय पिता गौसेवी संत श्री दूलाराम कुलरिया ने ताउम्र गौसेवा, पर्यावरण व तथा जन सेवा के कार्य किए हैं। उन्हीं के आशीर्वाद और संस्कारों का परिणाम है कि मेहनत, सेवा और जज्बे के बल पर व्यापारिक व सामाजिक सभी क्षेत्रों में प्रतिष्ठा कायम है। अग्रज भंवर कुलरिया का मार्गदर्शन तथा अनुज पूनम कुलरिया का स्नेह भी निरन्तर प्रेरित करता है तथा इंटीरियर्स क्षेत्र में हम सभी भाइयों ने कुलरिया परिवार की साख जमाई है।(PB)